यमुना से होगा झाग का खात्मा, आज से छठ पर्व की तैयारियां शुरू; मुख्यमंत्री नायब सिंह ने CM आतिशी पर किया तीखा वार
Chhath Puja 2024 राजधानी दिल्ली में यमुना से झाग को खत्म किया जाएगा। वहीं छठ पर्व की तैयारियां शुरू कर दी गई है। आज यानी सोमवार से यमुना से झाग को खत्म करने का काम शुरू कर दिया गया है। बताया गया कि रविवार को कालिंदी कुंज घाट पर दिनभर जल बोर्ड की ओर से तैयारियां की गईं। इस दौरान बैराज पर जाल भी बांधे गए।
जागरण संवाददाता, दक्षिणी दिल्ली। Chhath Puja 2024 छठ पर्व को देखते हुए यमुना से झाग खत्म करने का काम सोमवार से शुरू होगा। इसके लिए कालिंदी कुंज घाट पर रविवार को दिनभर जल बोर्ड की ओर से तैयारियां की गईं। बैराज पर जाल बांधे गए। स्पीड बोट के साथ ही गोताखोरों की टीम भी तैनात की गई। यमुना के पानी को साफ करने के लिए इसमें रसायन का छिड़काव किया जाएगा।
दरअसल, यमुना को स्वच्छ बनाने के तमाम जतन अब तक कारगर साबित नहीं हुए हैं। प्रदूषण का स्तर बढ़ने के साथ ही झाग बनने लगा है। समस्या को देखते हुए 18 अक्टूबर को जल बोर्ड की नवनियुक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी शिल्पा शिंदे ने कालिंदी कुंज घाट का निरीक्षण किया था। यमुना में बन रहे झाग को लेकर उन्होंने चिंता जताई थी। इसके बाद रसायन छिड़काव को लेकर तैयारी की जाने लगीं।
वहीं, सोमवार यानी आज से यमुना के पानी में रसायन का छिड़काव किया जाएगा। कालिंदी कुंज घाट पर जल बोर्ड ने अस्थाई कैंप बनाया है। पांच स्पीड बोट और गोताखोरों की टीम तैनात कर दी गई है। रसायन का घोल तैयार करने के लिए बड़ी-बड़ी टंकियां लाई गई हैं।
इनमें घोल तैयार करने के बाद स्पीड बोट से कर्मचारी यमुना के पानी में अगले पांच-छह दिनों तक रसायन का छिड़काव करेंगे। एक कर्मचारी ने बताया कि फूड ग्रेड डिफोमर्स का इस्तेमाल पिछले तीन-चार वर्षों से झाग की समस्या को खत्म करने के लिए किया जा रहा है।
दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी द्वारा वायु व जल प्रदूषण के लिए हरियाणा को जिम्मेदार ठहरने पर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने पलटवार किया है। नायब सैनी ने कहा कि दिल्ली सरकार को तथ्यों की जानकारी नहीं है और वह हमेशा से गुमराह करती चली आ रही है।
मुख्यमंत्री ने दिल्ली सरकार से पूछा है कि यमुना की सफाई के लिए अभी तक मिल चुके छह हजार करोड़ रुपये की केंद्रीय राशि का दिल्ली सरकार ने क्या किया है। इस बारे में जवाब दिया जाना चाहिए। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि राज्य में पराली जलने की घटनाओं में अप्रत्याशित रूप से कमी आई है।
आम आदमी पार्टी की दिल्ली सरकार की आदत केवल झूठ बोलना और अपनी कमियों का दोष दूसरों पर मढ़ने की है। हरियाणा से दिल्ली को जाने वाले पानी का बीओडी लगभग दो-तीन एमजी प्रति लीटर है। करियर लिंक चैनल (सीएलसी) नहर के जरिये दिल्ली को जाने वाले पानी का बीओडी शून्य के बराबर है।
सैनी ने दिल्ली की सीएम से पूछा कि दिल्ली बार्डर से ओखला तक जो पानी के 28 नाले जाते हैं, उसमें प्रदूषण के लिए कौन जिम्मेदार है। केंद्र से यमुना साफ करने के लिए दिल्ली सरकार को पिछले दो साल में ही यमुना एक्शन प्लान के तहत तीन हजार करोड़ रुपये मिल चुके हैं। केंद्र से मिले पैसे का यमुना की सफाई में क्यों इस्तेमाल नहीं हुआ।
नदी में ऐसे आता है फॉस्फेट व नाइट्रेट
फॉस्फेट और नाइट्रेट घरों में इस्तेमाल होने वाले साबुन और फैक्ट्रियों के अपशिष्ट से नदियों में आते हैं। यह दिखाता है कि नदियों में बिना शोधित किए नालों का पानी जा रहा है।