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बारिश की बेरुखी ने चुराया कोहरा, जानें सर्दी की बारिश का क्‍या है महत्‍व, क्‍या होगा नुकसान

बारिश न होने से हवा में नमी नहीं है। हवा भी सूखी चल रही है, इसीलिए तापमान कम होने के बावजूद शीतलहर का प्रकोप भी इस बार अधिक नहीं है।

By Edited By: Updated: Wed, 02 Jan 2019 10:01 PM (IST)
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बारिश की बेरुखी ने चुराया कोहरा, जानें सर्दी की बारिश का क्‍या है महत्‍व, क्‍या होगा नुकसान

नई दिल्ली [संजीव गुप्ता]। ठिठुरन भरी ठंड तो इस साल पड़ रही है, लेकिन बारिश की बेरुखी ने दिल्ली का कोहरा चुरा लिया है। न वातावरण में नमी बढ़ रही है और ना कोहरा पड़ रहा है। हालांकि, कोहरा न पड़ना भले सुगम यातायात के लिए सुकून भरा हो, लेकिन बारिश व नमी की कमी फसलों के लिए नुकसानदेह है। बता दें कि सर्दी के मौसम में भी बारिश होना जरूरी है।

ये हैं सर्दी में होने वाली बारिश के फायदे
आइए जानते हैं कि बारिश होने के फायदे हैं। बारिश से ही मिट्टी में नमी आती है और यह नमी रबी की फसलों के बेहतर उत्पादन में मददगार बनती है। मिट्टी में नमी घटने से उसकी उर्वरता ही प्रभावित नहीं होती, बल्कि रबी की फसलों पर भी इसका बुरा प्रभाव पड़ता है। दूसरी तरफ वातावरण में नमी बढ़ने से ही कोहरा पड़ता है और गहराता भी है।

घट रहा विक्षोभ का असर
मौसम विभाग के अनुसार बारिश के लिए मजबूत पश्चिमी विक्षोभ जरूरी होते हैं। हालांकि, पश्चिमी विक्षोभ इस बार भी बन तो रहे हैं, लेकिन इनका प्रभाव पहाड़ी क्षेत्रों तक ही सिमटकर रह गया है। पहाड़ों पर बर्फबारी खूब हो रही है, लेकिन मैदानी इलाकों तक कोई प्रभाव नहीं आ रहा। इसीलिए बारिश नहीं हो रही है।

औसत बारिश का 50 फीसद भी नहीं रहा इस साल
मौसम विभाग के अनुसार दिसंबर में औसतन 5.8 मिलीमीटर बारिश होती है। जबकि, इस सीजन में यह 12 और 13 दिसंबर को महज 1.8 मिलीमीटर हुई है। 2017 में दिसंबर में 7.8 मिलीमीटर बारिश हुई थी।

गेहूं के लिए जरूरी है ओस
वातावरण में नमी से ही ओस की बूंदें पड़ती हैं। यही ओस गेहूं के दाने के बेहतर फुटाव के लिए जरूरी होती हैं। इसके अभाव में गेहूं का दाना मोटा नहीं हो पाएगा और फसल के उत्पादन पर भी इसका असर पडे़गा।
डा. जेपीएस डबास, प्रधान कृषि वैज्ञानिक, भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान पूसा

तापमान कम होने के बावजूद शीतलहर का प्रकोप नहीं
बारिश न होने से हवा में नमी नहीं है। हवा भी सूखी चल रही है, इसीलिए तापमान कम होने के बावजूद शीतलहर का प्रकोप भी इस बार अधिक नहीं है। लेकिन, अब जम्मू कश्मीर की तरफ एक मजबूत पश्चिमी विक्षोभ बन रहा है। इससे पांच और छह जनवरी को हल्की बारिश होने की संभावना है। उम्मीद है कि इससे नमी भी बढ़ेगी और कुछ कोहरा भी पड़ेगा।
बीपी यादव, वरिष्ठ वैज्ञानिक, प्रादेशिक मौसम विज्ञान केंद्र, दिल्ली

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