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जेवर सामूहिक दुष्कर्मः एक पीड़ित महिला पर नाबालिग बेटी की जबरन शादी का दबाव

जेवर -बुलंदशहर स्टेट हाईवे पर बीते 24 मई 2017 की रात करीब एक बजे एक ही परिवार की चार महिलाओं से सामूहिक दुष्कर्म किया गया था।

By JP YadavEdited By: Updated: Tue, 03 Jul 2018 12:56 PM (IST)
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जेवर सामूहिक दुष्कर्मः एक पीड़ित महिला पर नाबालिग बेटी की जबरन शादी का दबाव
नोएडा (प्रवीण विक्रम सिंह)। जेवर कोतवाली क्षेत्र में जेवर बुलंदशहर स्टेट हाई वे पर बीते साल 24 मई 2017 की रात चार महिलाओं से सामूहिक दुष्कर्म कर परिवार के मुखिया की हत्या कर दी गई थी। सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता एक साल बाद भी डर के साये में जी रही है। पीड़िता का आरोप है कि उसकी नाबालिग बेटी की जबरन शादी करने का दबाव कुछ लोग बना रहे हैं।

25 जून की शाम छह बजे पीड़िता के घर में घुसकर आरोपितों ने उसकी बेटी को उठाने का प्रयास किया। एक आरोपित अपने बेटे से उसकी बेटी की शादी करना चाहता है। बेटी ने विरोध किया तो आरोपितों ने उसको मोबाइल फेंक कर मारा। मामला बढ़ा तो पीड़िता ने शोर मचा दिया। शोर मचाने पर आरोपित अपना मोबाइल पीड़िता के घर में ही छोड़कर भाग गए।

पीड़िता के पास आज भी आरोपितों का मोबाइल है। पीड़िता का आरोप है कि नाबालिग बेटी की शादी का विरोध करने पर आरोपितों ने उसे जान से मारने की धमकी दी। पीड़िता का आरोप है कि उसने मामले की शिकायत 28 जून को पुलिस से की थी। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। अब उसने मामले की शिकायत जिलाधिकारी से की है।

उल्लेखनीय है कि जेवर -बुलंदशहर स्टेट हाईवे पर बीते 24 मई 2017 की रात करीब एक बजे एक ही परिवार की चार महिलाओं से सामूहिक दुष्कर्म किया गया था और विरोध करने पर एक महिला के पति की हत्या कर दी गई थी। सामूहिक दुष्कर्म करने वाले बदमाश महिलाओं के आभूषण व नकदी लूट ले गए थे। सामूहिक दुष्कर्म व परिवार के मुखिया की हत्या करने वाले बदमाशों को पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान जुलाई में यमुना एक्सप्रेस वे के समीप से गिरफ्तार किया था।

मुठभेड़ के दौरान एक बदमाश के पैर में गोली लगी थी। घटना में शामिल सात बदमाश जेल में बंद है, जबकि एक बदमाश व 25 हजार का इनामी मोनू अभी फरार चल रहा है। उसकी तलाश में पुलिस की टीमें लगी हुई है, लेकिन कोई कामयाबी हाथ नहीं लग रही है।

लापरवाही पड़ सकती है भारी

सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता की शिकायत करने के बाद भी पुलिस मामले को गंभीरता से नहीं ले रही है। बता दें कि पहले भी ऐसा हो चुका है। घटना के बाद पीड़िता डिप्रेशन में चली गई थी और उसने आत्महत्या करने का प्रयास किया था। लेकिन उस दौरान पुलिस ने उसको हौसला बंधाया था और केस लड़ने के लिए प्रेरित किया था। अब वहीं पुलिस पीड़िता की शिकायत के बाद भी लापरवाही बरत रही है।

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