दिल्ली में सक्रिय हुईं कांग्रेस की शीला, चौंकन्ना हुआ विपक्ष
शीला दीक्षित की सक्रियता से राजधानी में सियासत गरम हो गई है। सीयासी हलके में शीला के सक्रिय होने के कई निहितार्थ निकाले जा रहे हैं।
नई दिल्ली [ जेएनएन ]। दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित की सक्रियता से राजधानी में सियासत गरम हो गई है। सीयासी हलके में शीला के सक्रिय होने के कई निहितार्थ निकाले जा रहे हैं। दिल्ली के कई इलाकों में शीला ने कांग्रेसी कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की और उनसे गर्मजाेशी से मिली। वह जिस अंदाज में कार्यकर्ताअों से मिल रहीं हैं, उसके संकेत साफ है कि कांग्रेस आला कमान दिल्ली में उनकों जल्द ही कोई प्रमुख जिम्मेदारी दे सकता है।
शीला की हलचल से भाजपा और आम आदमी पार्टी भी चौंकन्नी हो गई है। दिल्ली में उपचुनाव की तीथियों का ऐलान भले नहीं हुआ, लेकिन कांग्रेस अपने कार्यकर्ताओं के जरिए आम आदमी के मूड को जानने में जुट गई है। हाल में हुए दो उपचुनावों में कांग्रेस की जीत के बाद कांग्रेसी नेताओं के हौसले बढ़े हुए हैं।
दिल्ली में उपचुनाव नजदीक है, इसके मद्देनजर कांग्रेसी नेताओं ने अपनी तैयारी तेज कर दी है। अजय माकन के नेतृत्व में प्रदेश कांग्रेस के कार्यकर्ता पूरे प्रदेश में सक्रिय हो गए हैं। रविवार को दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित और दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय माकन ने पटपडग़ंज जिला कांग्रेस कमेटी के अंतर्गत आने वाली जंगपुरा विधानसभा के कई इलाकाें में कार्यकर्ता सम्मेलन किया। सम्मेलन की खास बात यह रही कि कार्यकर्ताओं ने अपने बीच शीला दीक्षित को पाया।
इस सम्मेलन में दोनों नेताओं ने आम आदमी पार्टी की सरकार को जमकर कोसा। अजय माकन ने कहा कि यह कैसी आम आदमी पार्टी की सरकार है जो गरीबों को मार रही है। दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के समय जहां 30 लाख गरीब लोगों को राशन मिलता था वहीं अब राशन कार्ड धारकों की संख्या 19 लाख रह गई है।
उन्होंने कहा कि होई कोर्ट के आदेश के बावजूद गरीबों को पेंशन नहीं मिल रही है। वह पेंशन की खातिर दर दर भटक रहा है। कांग्रेस के समय में दिल्ली में जहां तकरीबन 3 लाख 11 हजार लोगों को पेंशन मिलती थी, वह संख्या अब 2 लाख रह गई है। इस सम्मेलन में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के दिल्ली प्रभारी पीसी चाको, पूर्व विधायक तरविन्दर सिंह मारवाह तथा अन्य नेता मौजूद थे।