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Delhi: 'गली-गली केरल स्टोरी' से लेकर 'न राम के न आम के' तक... विवादित फिल्मों को लेकर गरमाई दिल्ली की सियासत

विवादित फिल्मों को दिल्ली के नेता अपनी विरोधी पार्टियों पर हमला करने के लिए हथियार की तरह इस्तेमाल करते हैं। फिल्म द केरल स्टोरी में लव जिहाद को लेकर बवाल हुआ था। अब आदिपुरुष में इस्तेमाल हुई घटिया भाषा को लेकर विवाद चल रहा है।

By Abhi MalviyaEdited By: Abhi MalviyaUpdated: Sat, 17 Jun 2023 06:48 PM (IST)
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केरल स्टोरी के बाद अब आदिपुरुष भी विवादों में घिरी है। (फोटो-जागरण)
नई दिल्ली, जागरण डिजिटल डेस्क। दिल्ली में आम आदमी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी एक दूसरे के खिलाफ बयान-बाजी करने में जरा भी पीछे नहीं हटती। दिल्ली में बॉलीवुड फिल्मों को लेकर भी राजनेता एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाते हैं। 

दिल्ली में दो महीनों में ही दो फिल्मों को लेकर जमकर बवाल कटा। अभिनेताओं के साथ-साथ दिल्ली के राजनेताओं ने विरोधी पार्टियों पर हमला करने के लिए इन फिल्मों को हथियार बनाया है।   

जब JNU पहुंचा द केरल स्टोरी विवाद

जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में भी द केरल स्टोरी को लेकर जमकर राजनीति हुई। फिल्म की स्क्रीनिंग को लेकर एसएफआई और एबीवीपी आमने-सामने थे। केरल के 'लव जिहाद' के विषय पर आधारित 'द केरल स्टोरी' को लेकर एसएफआी ने विरोध जताया था। वहीं, एबीवीपी इस फिल्म की स्क्रीनिंग के पक्ष में था। 

''गली-गली कितनी केरल स्टोरी''

दिल्ली में कुछ ही दिनों पहले शाहबाद डेयरी इलाके में नाबालिग लड़की साक्षी को साहिल नामक आरोपी ने चाकू से ताबड़तोड़ वार कर मौत के घाट उतारा था।

इस मामले को लेकर भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने कहा, ''दिल्ली में एक और श्रद्धा की दर्दनाक हत्या हुई है। इस बार हत्या सरेआम सड़क पर सबके सामने हुई है। आख़िर कब तक? गली-गली कितनी केरला स्टोरी ? कब तक नाबालिग श्रद्धा या साक्षी बेटियां यूं आफ़ताब और सरफ़राज़ जैसे हैवानों की बलि चढ़ती रहेंगी।'' कपिल मिश्रा के इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर लोगों की मिलीजुली प्रतिक्रियाएं आई थी। 

'आदिपुरुष' को लेकर संजय सिंह को आया गुस्सा

फिल्म आदिपुरुष में घटिया डायलॉग को लेकर जमकर चौतरफा विवाद से घिरी हुई हैं। इसे लेकर आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता संजय सिंह ने बीजेपी पर जोरदार हमला किया है। संजय सिंह ने कहा कि किस रामायण के अंदर घटिया, सस्ती, सड़कछाप भाषा का इस्तेमाल किया गया है?

संजय सिंह यहीं पर नहीं रुके। उन्होंने आगे कहा, ''क्या कल्पना के आधार पर भगवान राम, माता सीता और भगवान हनुमान जी के बारे में कुछ भी दिखा सकते हैं? BJP का ना हिन्दू धर्म में यकीन है और ना ये भगवान राम को मानते हैं, ना इनका रामायण और रामचरितमानस से कोई लेना-देना है।''

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