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G20 Food Festival: दिल्ली में देसी खाने के साथ विदेशी जायके का लें स्वाद, फूड फेस्टिवल में मिल रही फ्री एंट्री

G20 Food Festival Delhi दिल्ली में दो दिवसीय फूड फेस्टिवल का शुभारंभ किया गया है। पहले दिन राजस्थान का मोहनथाल दिल्ली के भटूरे और जापान का सूशी रोल लोगों को खूब पसंद आए। यहां चार देश 14 राज्य और दिल्ली के कई मशहूर होटलों के व्यंजन मौजूद हैं।

By Jagran NewsEdited By: Abhishek TiwariUpdated: Sun, 12 Feb 2023 10:30 AM (IST)
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G20 Food Festival: दिल्ली में देसी खाने के साथ विदेशी जायके का लें स्वाद
नई दिल्ली,जागरण संवाददाता। G20 Food Festival Delhi : जी-20 शिखर सम्मेलन से पहले उत्सवमय माहौल शुरू हो गया है। शनिवार से दो दिवसीय फूड फेस्टिवल (G20 Food Festival) से इसका शुभारंभ हुआ। तालकटोरा इंडोर स्टेडियम में शुरू हुए इस फूड फेस्टिवल का उद्धाटन केंद्रीय आवासन एवं शहरी मामलों के मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने किया। इसके साथ ही उन्होंने कई व्यंजनों का स्वाद भी लिया।

अंतरराष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष की तीम पर आधारित यह फेस्टिवल रविवार रात 11 बजे तक चलेगा। फेस्टिवल में जी-20 समूह के चार देश और भारत के 14 राज्य और कई प्रमुख होटल हिस्सा लेने आए हैं। जिसमें बाजरा, रागी और आटे से बना राजस्थान का मोहनथाल तो वहीं, चूरमा लाडू मौजूद है। इसके साथ ही पुरानी दिल्ली के मटर समोसे, इमरती और छोले भटूरे जैसे स्वादिष्ट शाकाहारी व्यंजन मौजूद हैं।

मैक्सिको के माकटैल्स के साथ स्ट्रीट स्टाइल स्कीवर्स और जापान का मायो सुशी रोल जैसे मांसाहारी व्यंजन भी उपलब्ध हैं। जो कि लोगों को खूब भा रहे हैं। इन स्टाल पर लोगों की भीड़ देखी जा सकती है। तालकटोरा स्टेडियम में फूडे फेस्टिवल में आकर्षक तरीके से स्टाल लगाए गए हैं। साथ ही लोग आराम से बैठकर लजीज पकवानों का स्वाद ले सकते हैं।

मोटे अनाज के उपयोग से सशक्त होंगे किसान

हरदीप सिंह पुरीतालकटोरा स्टेडियम में जी-20 फूड फेस्टिवल का उद्धाटन मौके पर केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आह्वान पर अंतरराष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष मनाया जा रहा है। इससे मोटे अनाज जैसे बाजारा, जौ का उपयोग बढ़ेगा तो किसान भी सशक्त होंगे। उन्होंने कहा कि यह पहला मौका नहीं है जब भारत के आह्वान पर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कोई कार्यक्रम हो रहा हो। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस भी भारत के प्रस्ताव के बाद 21 जून को हर वर्ष मनाया जाता है।

उन्होंने एनडीएमसी के चेयरमैन अमित यादव, उपाध्यक्ष सतीश उपाध्याय, सदस्य कुलजीत चहल और विशाखा सैलानी को बेहतरीन कार्यक्रम के आयोजन के लिए बधाई दी। साथ ही उन्होंने कहा कि यह देखकर अच्छा लगा कि कैसे दुनिया बाजरे को अपने दैनिक जीवन में बतौर पौष्टिक आहार शामिल कर रही है। महोत्सव में बाजरे से बने रेडी-टू-ईट व्यंजन और स्नैक्स भी पेश किए गए। पुरी ने सरकारी आयोजनों, कैंटीनों और किचन में मोटे अनाज के उत्पादों को बढ़ावा देने पर जोर दिया।

कुछ सस्ते तो कुछ महंगे है व्यंजन

फूड फेस्टिवल में नामी होटलों के व्यंजन भी यहां उपलब्ध हैं। साथ ही अपने-अपने राज्यों के स्वादिष्ट व्यंजन भी लेकर विक्रेता आए हैं। इसमें कुछ व्यंजन किफायती हैं तो कुछ महंगे भी हैं। 100 से लेकर 400 रुपये प्रति प्लेट तक कीमत तक के बीच में जापान, मैक्सिको और चीन के व्यंजन मौजूद हैं। जबकि भारतीय व्यंजन जैसे चाय, समोसे जलेबी, लिट्टी चोखा, सत्तू जैसे व्यंजन 40 रुपये लेकर 150 रुपये प्रति प्लेट तक कीमत में मौजूद हैं।

विख्यात होटलों के बेकरी आइटम 200 से 600 रुपये प्रति प्लेट या प्रति आइटम की कीमत पर उपलब्ध हैं। बाक्सकिस स्टाल क्या मिलेगाचीन, मैक्सिको, जापान के स्टाल पर मोमोज, नूडल्स मछली, मोकटेल , फ्राइड राइज, चिकन, एग फ्राइड नूडल्स, पोर्क मीट से बनी हुई वस्तुएं उपलब्ध हैं। इसी प्रकार पुरानी दिल्ली के शिव मिष्ठान भंडार के स्टाल पर मटर समोसे, इमरती, छोले भटूरे मौजूद हैं। इसी प्रकार बिहार के स्टाल पर लिट्टी चोखा, सत्तू, गाजा (टिकिया) मौजूद है।

पंजाब के स्टाल पर मक्के की रोटी और सरसो के साग के साथ दही कबाब, बटर चिकन, चिकन टिक्का मसाला, अमृसरी छोले कुलचे आदि व्यंजन मौजूद है। महाराष्ट्र के स्टाल पर बड़ा पाव के साथ ही गुजरात, तमिलनाडु, तेलंगाना, कश्मीर, केरल, कर्नाटक, राजस्थान, मणिपुर, मेघालय आदि राज्यों के व्यंजन उपलब्ध हैं। मिलेट्स से बने पकवान भी हैं मौजूदमोटे अनाज में रागी, बाजारा, और जौं से बने पकवान भी इस फूड फेस्टिवल में मौजूद हैं।

वहीं, पंसारी ग्रेट के स्टाल पर पैक किए गए जौ, बाजरे का विशेष तौर पर तैयार किया आटा मिल रहा है। जिसे पानी में घोलकर लोग घर भी इन वस्तुओं को बना सकते हैं। इस आटे से बने चीले, पकोड़े को यहां बनाकर भी लोगों को चखाया जा रहा है। वहीं, राजस्थान में रागी बाजरा और आटे से बना मोहन थाल और चूरमा लडडू भी लोगों को काफी पसंद आ रहे हैं।

एक स्थान पर कई राज्यों के स्वादिष्ठ व्यंजन मौजूद

नांगलोई से पहुंचे वैभव ने बताया कि हमारे कालेज के बाहर इसका विज्ञापन लगा था उससे इसकी जानकारी मिली थी। यहां आकर अच्छा लगा। एक ही स्थान पर इतने राज्यों के स्वादिष्ठ व्यंजन मौजूद हैं। हालांकि भारतीय राज्यों के स्टाल खाने के सामान की कीमत कम हैं जबकि विदेश के स्टाल की कीमत ज्यादा है। वहीं साउथ एक्स से पहुंचे वासु बताया कि वो परिवार के साथ मुगल गार्डन घूमने आए थे। उसके बाद यहां आए हैं तो खाने की अलग-अलग आइटम मौजूद हैं। इसमें चाट और समोसे का स्वाद अलग है।

मतदाता जागरूकता अभियान भी मतदाताओं की जागरुकता के लिए मुख्य चुनाव कार्यालय के स्टाल के साथ ही तिहाड़ के स्टाल पर सरसो का तेल और बेकरी आइटम यहां मौजूद है। वहीं, अंतरराष्ट्रीय मोटे अनाज वर्ष की थीम पर कृषि मंत्रालय ने इस फूड फेस्टिवल में अपने स्टाल लगाए हैं।

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