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G20 in Delhi: मेहमान देशों की एजेंसियों के अफसर सुरक्षा अभ्यास में हुए शामिल, परिंदा भी नहीं मार पाएगा पर

10 सितंबर को होने वाले मुख्य आयोजन को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा अभ्यास किया गया। यह अब तक का सबसे बड़ा अभ्यास था। यूएस सीक्रेट सर्विस अमेरिका में राष्ट्रपति व्हाइट हाउस वाइस प्रेसिडेंट फारेन हेड्स अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति को सुरक्षा देती है। ये अमेरिका की सबसे प्रशिक्षित सिक्योरिटी फोर्स है। अमेरिकी सीक्रेट सर्विस के जवान भी कारकेड में बैठकर सुरक्षा अभ्यास में शामिल हो रहे हैं।

By Jagran NewsEdited By: Mohammad SameerUpdated: Mon, 04 Sep 2023 04:53 AM (IST)
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मेहमान देशों की एजेंसियों के अफसर सुरक्षा अभ्यास में हुए शामिल
राकेश कुमार सिंह, नई दिल्ली: आठ सितंबर से शुरू होने वाले जी-20 शिखर सम्मेलन की सुरक्षा तैयारियों का जायजा लेने के लिए अमेरिकी सीक्रेट सर्विस के जवान भी कारकेड में बैठकर सुरक्षा अभ्यास में शामिल हो रहे हैं। सम्मेलन में आने वाले ज्यादातर देशों की सुरक्षा एजेंसियां दिल्ली पहुंच चुकी हैं।

वे सभी अभी अपने-अपने देशों के दूतावासों में ठहरे हैं। जिन देशों की सुरक्षा एजेंसियों के जवान दिल्ली पहुंच चुके हैं वे सभी पिछले चार-पांच दिनों से भारतीय केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों व दिल्ली पुलिस के साथ मिलकर अभ्यास कर रहे हैं। भारतीय एजेंसियां पिछले 15 दिनों से सुरक्षा अभ्यास कर रही हैं।

रविवार को 10 सितंबर को होने वाले मुख्य आयोजन को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा अभ्यास किया गया। यह अब तक का सबसे बड़ा अभ्यास था। यूएस सीक्रेट सर्विस अमेरिका में राष्ट्रपति, व्हाइट हाउस, वाइस प्रेसिडेंट, फारेन हेड्स, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति को सुरक्षा देती है।

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ये अमेरिका की सबसे प्रशिक्षित सिक्योरिटी फोर्स है। अमेरिका, तुर्किये और सऊदी अरब की सुरक्षा एजेंसियों द्वारा अपने-अपने राष्ट्राध्यक्षों के लिए अपनी बुलेटप्रूफ गाड़ियां भारत लाने की बात कही जा रही है, लेकिन अभी उनकी गाड़ियां दिल्ली नहीं पहुंची हैं। दिल्ली पुलिस की सुरक्षा यूनिट ने तमाम पैरा मिलिट्री फोर्सेज से पर्याप्त संख्या में बुलेटप्रूफ गाड़ियों की व्यवस्था कर ली है।

कारकेड में शामिल गाड़ियों को चलाने के लिए 350 चालकों ने गत दिनों सुरक्षा यूनिट में हाजिरी दे दी है। ये सभी चालक बीएसएफ और सीआरपीएफ के कर्मचारी हैं, जिन्हें बाईं ओर स्टीयरिंग वाली कारें चलाने का भी प्रशिक्षण दिया गया है।

सुरक्षा अभ्यास के लिए रविवार सुबह पांच बजे ही निर्धारित रूटों पर पुलिसकर्मियों की तैनाती कर दी गई। इसके बाद करीब 7.45 बजे कारकेड अभ्यास शुरू किया गया। 23 होटलों से एक के बाद एक 40 कारकेड पहले राजघाट पहुंचे। एक कारकेड में 10-15 कारें थीं।

उसके बाद सुबह नौ बजे वहां से सभी प्रगति मैदान पहुंचे। प्रगति मैदान के बाद कुछ कारकेड वापस होटल पहुंचे और कुछ कारकेड वहां से सीधे एयरपोर्ट पहुंचे। पुलिस अधिकारी का कहना है कि 10 सितंबर को प्रगति मैदान में सम्मेलन की समाप्ति के बाद कुछ राष्ट्राध्यक्ष व अंतरराष्ट्रीय संगठनों के पदाधिकारी सीधे एयरपोर्ट जा सकते हैं।

तीन दिन बंद रहेंगी नई दिल्ली जिले की दुकानें

पुलिस अधिकारी का कहना है कि आठ से 10 सितंबर के दौरान नई दिल्ली जिले की अमूमन सभी दुकानें बंद रहेंगी। दवा व राशन आदि कुछ जरूरी दुकानें ही खुलेंगी। उधर, शनिवार से दिल्ली पुलिस की सुरक्षा यूनिट ने होटलों को अपने कब्जे में लेना शुरू कर दिया है। होटलों में अब 24 घंटे सुरक्षाकर्मियों की ड्यूटी लगाई जा रही है।

सम्मेलन से पहले हो सकती है हल्की बारिश

राजधानी में दस दिन से वर्षा नहीं हुई है। ऐसे मौसम में उमस भरी गर्मी जारी है। लेकिन, जी-20 सम्मेलन से पहले राष्ट्रीय राजधानी के मौसम में थोड़ा बदलाव आ सकता है और कई इलाकों में हल्की वर्षा हो सकती है। इससे सम्मेलन के दौरान राजधानी के मौसम के भी खुशनुमा रहने की संभावना है। दिल्ली में रविवार को आकाश साफ रहा। तेज धूप खिलने से उमस भरी गर्मी महसूस की गई। अधिकतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री सेल्सियस अधिक 37.2 डिग्री, जबकि न्यूनतम तापमान सामान्य स्तर पर 25.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। एनसीआर में हवा की गुणवत्ता ‘मध्यम’ श्रेणी में है।

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