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G20 Summit in Delhi: नई दिल्ली जिले में दिखा कर्फ्यू जैसा नजारा, 350 रूफटॉप इमारतों से रखी जा रही पैनी नजर

जी-20 शिखर सम्मेलन के दूसरे दिन प्रगति मैदान में राष्ट्राध्यक्षों की बैठक शुरू होने के कारण शनिवार को नई दिल्ली जिले में शुक्रवार की अपेक्षा सुरक्षा व्यवस्था अधिक कड़ी कर दी गई। जिले को पूरी तरह पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया। सुबह से देर रात तक वीवीआईपी मूवमेंट होने के कारण रूटों पर चप्पे-चप्पे पर पुलिस और पैरा मिलिट्री की तैनाती रही।

By Jagran NewsEdited By: GeetarjunUpdated: Sun, 10 Sep 2023 01:54 AM (IST)
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नई दिल्ली जिले में दिखा कर्फ्यू जैसा नजारा, 350 रूफटॉप इमारतों से रखी जा रही पैनी नजर

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। G20 Summit in Delhi: जी-20 शिखर सम्मेलन के दूसरे दिन प्रगति मैदान में राष्ट्राध्यक्षों की बैठक शुरू होने के कारण शनिवार को नई दिल्ली जिले में शुक्रवार की अपेक्षा सुरक्षा व्यवस्था अधिक कड़ी कर दी गई। जिले को पूरी तरह पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया। सुबह से देर रात तक वीवीआईपी मूवमेंट होने के कारण रूटों पर चप्पे-चप्पे पर पुलिस और पैरा मिलिट्री की तैनाती रही।

नई दिल्ली, दक्षिण, दक्षिण-पश्चिम व एरो सिटी के होटलों से विदेशी मेहमानों का प्रगति मैदान आदि कई जगहों पर सुबह से देर रात आवागमन होता रहा जिससे रूटों पर आने वाली 350 हाईराइज बिल्डिंग पर बनाए गए रूफटॉप से पैरा मिलिट्री के कमांडो नीचे गलियों से लेकर सड़कों तक पैनी नजर रखे रहे। शनिवार को जर्मनी, सऊदी अरब और फ्रांस के राष्ट्राध्यक्ष भी दिल्ली पहुंच गए।

लोग नहीं निकले घरों से बाहर

विशेष आयुक्त कानून एवं व्यवस्था सागर प्रीत हुड्डा का कहना है कि शनिवार को छुट्टी का दिन होने के कारण ज्यादातर लोग लोग अपने-अपने घरों से बाहर नहीं निकले। मेट्रो में भी बहुत कम लोगों ने सफर किया। शनिवार से प्रगति मैदान में सम्मेलन शुरू होने के कारण जिले को पूरी तरह से सील कर दिया गया।

आम लोगों के प्रवेश पर प्रतिबंध

शुक्रवार को जिले में जी-20 से संबंधित न तो कोई कार्यक्रम हुआ और न ही वीवीईपी मूवमेंट, इस कारण जिले में इक्के-दुक्के आम लोगों के वाहनों को प्रवेश करने दिया गया। शनिवार को सम्मेलन शुरू हो जाने के कारण आम लोगों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया।

मीडिया कर्मियों को भी जिले में प्रवेश करने नहीं दिया गया। जिले में प्रवेश करने वाले सभी रास्तों पर बैरिकेड लगाकर वहां सेना, ट्रैफिक पुलिस, दिल्ली पुलिस, पारा मिलिट्री, होमगार्ड व सिविल डिफेंस की तैनाती कर दी गई।

जिले के आसपास रखी जा रही नजर

सेना के अधिकारी भी सफारी पायलट कार में सवार होकर नई दिल्ली व इसके आसपास के जिले में लगाए गर पिकेट व वहां तैनात सुरक्षाकर्मियों की गतिविधियों की निगरानी करते रहे। नई दिल्ली जिले में रूटों पर आने वाली सभी हाई राइज बिल्डिंग को सील की दी गई। जिले में हर 50 मीटर की दूरी पर पुलिस की तैनाती की गई है।

आवासीय सोसाइटियों को गेट कराए बंद

रूट लगने के दौरान आवासीय सोसाइटियों के गेट बंद करवा दिए गए। पुलिस अधिकारी के मुताबिक सुबह 9:20 से 10 बजे के बीच सभी देशों के राष्ट्राध्यक्ष, उनके मंत्रियों व अंतरराष्ट्रीय संगठनों के पदाधिकारी समेत प्रधानमंत्री का कारकेड प्रगति मैदान पहुंचे। वहां बैठकों का दौर चलता रहा।

लंच के बाद दोपहर करीब 4:30 बजे सभी वहां से अपने-अपने होटलों में पहुंचे। होटलों में कुछ घंटे आराम करने के कारण सभी विदेशी मेहमान शाम करीब 7:30 बजे दोबारा प्रगति मैदान पहुंचे। वहां से राष्ट्रपति की रात्रिभोज में शामिल होने के बाद विदेशी मेहमान वापस अपने-अपने होटल आए।

राष्ट्राध्यक्षों की पत्नियां पहुंची पूसा रोड

उधर 13 देशों के राष्ट्राध्यक्षों की पत्नियां सुबह 10 बजे पूसा रोड स्थित भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान में आयोजित प्रदर्शनी देखने पहुंची। वहां प्रदर्शनी का लुत्फ उठाने के बाद वे दोपहर करीब 12:30 बजे लंच के लिए जयपुर हाउस आईं। लंच के बाद उन्हें होटलों में पहुंचाया गया।

होटलों में मल्टी लेयर सुरक्षा के बंदोबस्त

दिल्ली के जिन 16 होटलों व गुरुग्राम के एक होटल में विदेशी मेहमानों को ठहराया गया है, वहां मल्टी लेयर सुरक्षा के बंदोबस्त किए गए हैं। सभी होटलों में उनके सुरक्षाकर्मी दिल्ली पुलिस के साथ सुरक्षा में जुटे हैं। होटलों में दिल्ली पुलिस सुरक्षा यूनिट की तीन स्तरीय सुरक्षा है। इनर व आउटर कार्डन के अलावा आइशोलेशन में सुरक्षा सुरक्षा यूनिट के ही कर्मी हैं।

एंटी ड्रोन सिस्टम छतों पर तैनात

होटलों की छतों पर डीआरडीओ, बीएसएफ और एयरफोर्स ने एंटी ड्रोन सिस्टम लगा रखा है। बाहर एनएसजी, पैरा मिलिट्री, स्पेशल सेल की स्वाट व हिट टीम जगह-जगह मचान व मोर्चा में तैनात हैं। हर होटल के अंदर एक-एक डीसीपी लॉ एंड आर्डर की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। बाहर एक-एक ट्रैफिक डीसीपी की तैनाती हैं जो मेहमानों के कहीं भी जाने पर वे उनकी अगुवाई कर रहे हैं।

हर होटल के बाहर कैट एम्बुलेंस, फायर ब्रिगेट, एनडीआएफ की टीमें भी तैनात हैं। हर होटल की सुबह व शाम दो बार एनएसजी व अन्य एजेंसियों के डॉग स्क्वायड व बम निरोधक दस्ता द्वारा जांच की जा रही है।

होटलों की निगरानी के लिए दो विशेष आयुक्त रवींद्र सिंह यादव (क्राइम ब्रांच) व एचजीएस धालीवाल (स्पेशल सेल) को जिम्मेदारी सौंपी गई है जो लगातार होटलों में घूम-घूम कर वहां सुरक्षा जांच कर रहे हैं। विशेष आयुक्त यातायात एसएस यादव पूरे ट्रैफिक व्यवस्था की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं।

जी-20 सम्मेलन को लेकर पुलिस मुख्यालय के सेंट्रल कंट्रोल रूम समेत नई दिल्ली व मध्य जिला समेत एनडीएमसी में करीब 15 कंट्रोल रूम बनाए गए हैं, जहां से पुलिसकर्मी सीसीटीवी कैमरों के जरिये एक-एक जगह का क्लोज मानीटर कर रहे हैं।

पुलिस अधिकारी का कहना है कि कई देशों की सुरक्षा एजेंसियां अपने साथ हथियार भी लेकर आए हैं। उन्हें होटलों में राष्ट्राध्यक्षों के बगल के कमरे में ठहरने के लिए जगह मुहैया कराई गई है। मंडपम में हथियार लेकर जाने की इजाजत नहीं है। ऐसे में वे गाड़ियों में ही हथियार लेकर रह पा रहे हैं।

सुरक्षा व्यवस्था के बहुत अच्छे इंतजाम किए गए हैं। बहुत सारी एजेंसियां समन्वय के साथ काम कर रही हैं। दिल्ली पुलिस की कई इकाई एकत्रित होकर काम कर रही हैं। -सुमन नलवा, प्रवक्ता व डीसीपी, दिल्ली पुलिस।

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