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जी-20 शिखर सम्मेलन: मेहमानों को भा रहे भारतीय व्यंजन, अतिथियों ने चखा पात्रम-सांवा का हलवा और चाट का स्वाद

शनिवार से शिखर सम्मेलन की शुरुआत हो चुकी है। शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए दिल्ली आए विदेशी मेहमानों ने रात्रि भोजन में भारतीय व्यंजनों का स्वाद लिया। मेहमानों को रागी इडली बाजरा पैनकेक्स नरगिसी कोफ्ता मिक्स मेस्कलुन मुर्ग मीठे में नानखटाई और गुलकंद का लड्डू का स्वाद भा रहा है। साथ ही मेहमानों को वसुधैव कुटुंबकम के कार्ड के साथ पेड़ के आकार में चाकलेट परोसी गई।

By Jagran NewsEdited By: Nitin YadavUpdated: Sun, 10 Sep 2023 08:15 AM (IST)
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मेहमानों को भा रहा नरगिसी कोफ्ता, नानखटाई-गुलकंद के लड्डू और दिल्ली की चाट का स्वाद।
नई दिल्ली, रीतिका मिश्रा। वसुधैव कुटुंबकम की भावना के साथ प्रगति मैदान स्थित भारत मंडपम में विदेशी मेहमानों के लिए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने रात्रिभोज का आयोजन किया। इसमें देश के केंद्रीय मंत्रियों, राज्य मंत्रियों और कई राज्यों के मुख्यमंत्री भी पहुंचे।

मेहमानों ने प्राचीन वाद्ययंत्र का संगीत सुनते हुए दक्षिण से लेकर उत्तर भारत और पूर्व से लेकर पश्चिम भारत के व्यंजनों का आनंद लिया। इसमें श्रीअन्न से बने व्यंजन भी शामिल किए गए थे। भोज पूरी तरह से शुद्ध शाकाहारी था। मेन्यू कार्ड में शरद ऋतु के व्यंजनों को शामिल किया गया था।

शुरुआती व्यंजन में पात्रम (दही के गोले और भारतीय मसालेदार चटनी से सजे कंगनी श्रीअन्न लीफ क्रिस्पस) परोसा गया।

मुख्य भोजन में वनवर्णम (फारेस्ट मशरूम, कुटकी श्रीअन्न क्रिस्प और करी के पत्ते के साथ तैयार केरल लाल चावल के साथ परोसे गए कटहल गैलेच), मुंबई पाव (कलौंजी के स्वाद वाले मुलायम बन), बाकरखानी (इलायची के स्वाद वाली मीठी रोटी), मीठे में मधुरिमा (इलायची की खुशबू वाला सांवा का हलवा, अंजीर- आडू मुरब्बा और अंबेमोहर राइस क्रिस्प्स), पेय पदार्थ में कश्मीरी कहवा, फिल्टर काफी व दार्जीलिंग चाय परोसी गई। खाना चांदी के बर्तनों में परोसा गया। रात्रिभोज में "रावणहत्था" व रुद्र वीणा" जैसे शास्त्रीय वाद्ययंत्रों का प्रदर्शन कर संगीत प्रदर्शन, "भारत वाद्य दर्शनम" प्रस्तुत किया गया।

नरगिसी कोफ्ता और गुलकंद के लड्डू बने मेहमानों की पसंद

इसके अलावा रागी इडली, बाजरा पैनकेक्स, नरगिसी कोफ्ता, मिक्स मेस्कलुन मुर्ग, मीठे में नानखटाई और गुलकंद का लड्डू होटल ताज मान सिंह में ठहरे विदेशी मेहमानों को भा रहा है। मेहमानों के कमरे में जी-20 सम्मेलन के कार्ड व इंडिया गेट के प्राप के साथ विभिन्न मिठाइयां एक ट्रे में रखी गई हैं। साथ ही कांच के तीन जार में नानखटाई, ग्रैनोला बार, डिहाइड्रेटेड स्ट्राबेरी रखी गई है।

होटल ताज मान सिंह के अधिकारियों ने बताया कि मेहमानों के लिए दोपहर और रात्रि भोजन में लैंब और बाजरे का सूप, पाल्म हार्ट, चेरी टमाटर, बाजरे की खिचड़ी, मिक्स मेस्कलुन, मुर्ग, बादाम और ऐमारैंथ (राजगीरा) कोरमा, नरगिसी कोफ्ता, मकई और शाही मिर्च का शोरबा, पनीर हरा प्याज, प्याज और जीरा पुलाव, जंगली चावल, बाजरे का मूस, किनुआ, सेब की खीर समेत अन्य मिठाइयां परोसी जा रही हैं।

शांगरी- ला होटल में ठहरे विदेशी मेहमानों को भारतीय मिठाइयां (गुलाब जामुन, जलेबी और बाजरे की कुकीज) भा रही हैं। मेहमानों को वसुधैव कुटुंबकम के कार्ड के साथ पेड़ के आकार में चाकलेट परोसी जा रही है।

ली-मेरिडियल के मुख्य शेफ दविंदर ने बताया कि यहां ठहरे विदेशी मेहमानों ने सुबह के नाश्ते में दक्षिण भारत से लेकर उत्तर भारत के व्यंजनों की मांग की। मेहमानों ने नाश्ते में ब्रोकली पराठा, दही व अचार, मसाला डोसा, वड़ा, इडली, पोहा, उपमा को तरजीह दी।

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दोपहर के खाने में भी मेहमानों ने श्रीअन्न से बने व्यंजन समेत अन्य भारतीय पकवानों को अपनी थाली में जगह दी। यहां ठहरे मेहमानों ने रागी का डोसा और पूड़ी, ज्वार- बाजरा और मेवे से बनी खीर खाई। होटल अंदाज हयात के अधिकारियों ने बताया कि मेहमानों को तोहफे में बूंदी के लड्डू, केक और पेस्ट्री दी जा रही है।

नागपुर के कलाकार सतीश चतुर्वेदी ने होटल ताज मान सिंह में रेत से हुमायूं का मकबरा और कुतुबमीनार को रेत से उकेरा है, जिसे मेहमानों ने काफी सराहा है।

राष्ट्राध्यक्षों की पत्नियों ने खाई पुरानी दिल्ली की चाट

एक ओर भारत मंडपम में जी-20 शिखर सम्मेलन में एकजुट विभिन्न देशों के राष्ट्राध्यक्ष विश्व की बेहतरी के लिए निर्णय ले रहे थे, वहीं इस दौरान उनकी पत्नियां राष्ट्रीय आधुनिक कला दीर्घा (आइजीएमए) और जयपुर हाउस में पुरानी दिल्ली की चाट का स्वाद लेते हुए भारत की हजारों वर्ष पुरानी भव्य कला शिल्प व कलाकृतियों से रूबरू हुईं। उनके लिए यहां दोपहर में विशेष व्यंजनों के साथ ही प्रदर्शनी का आयोजन भी किया गया था। इसमें श्री अन्न आधारित व्यंजन परोसे गए, जिसमें चांदनी चौक की चाट-पकौड़ियां भी प्रमुख थीं।

मामले के जानकार एक अधिकारी के मुताबिक, तुर्किये, जापान, यूके, आस्ट्रेलिया और मारीशस की प्रथम महिलाओं सहित अन्य लोगों ने एनजीएमए में प्रदर्शनी का दौरा किया। पहले इन्हें जयपुर हाउस में दोपहर के भोजन की व्यवस्था की गई थी। फिर एनजीएमए में आयोजित प्रदर्शनी का आनंद लिया।

केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय के तहत आने वाले एनजीएमए के पास पेंटिंग, मूर्तियां और तस्वीरों सहित कलाकृति का समृद्ध संग्रह है। उनके भोजन में कद्दू और नारियल का शोरबा, नगालैंड के काला चावल की भेल, दिल्ली की चाट, चुकंदर व बादाम मक्खन टिक्की, बंगाली मिष्ठान्न, अनार कुल्फी शर्बत, नारियल दही, तड़का दाल, ज्वार रोटी नारियल व करी पत्ता पुलाव, कस्टर्ड सेब क्रीम आदि थे।

हथकरघा कला देख खुश हुए मेहमान

इसी तरह प्रदर्शनी में हजारों वर्ष पुराने परंपरागत हथकरघा कला से डिजाइनर मनीष मल्होत्रा, रीतू बेरी, आहूजा एंड संस सुनीता नाहर द्वारा नए डिजाइन में तैयार परिधानों की जहां विशेष प्रदर्शनी की गई तो गुजरात, उत्तर प्रदेश, ओडिशा जैसे अन्य राज्यों के परंपरागत पसमीना, पटोला, बनारसी साड़ी आदि चीजें प्रदर्शित की गईं।

इसी तरह कई अन्य वस्तुएं भी प्रदर्शित की गई थीं, जिनकी राष्ट्राध्यक्षों की पत्नियों ने खरीदारी भी की। विशेष बात यह कि वहां मौजूद कारीगरों ने उन्हें हस्तशिल्प और हथकरघा कला की जानकारी भी दी।

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