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G20 Summit in Delhi: तैयारियों को लेकर LG बोले- मंत्री कभी बैठक में नहीं आए, आतिशी ने कहा- हमें बुलाया ही नहीं

G20 Summit in Delhi एलजी ने कहा कि G20 के लिए दिल्ली को संवारे जाने का श्रेय तो आप सरकार लेना चाह रही है लेकिन एक सच यह भी है कि सीएम जी-20 से जुड़ी केवल एक बैठक में शामिल हुए और उनका कोई मंत्री कभी किसी बैठक में शामिल नहीं हुआ। वहीं मंत्री आतिशी ने ने कहा कि हमें तैयारियों में शामिल किया होता तो हम बेहतर प्रदर्शन करते।

By sanjeev GuptaEdited By: Abhi MalviyaUpdated: Sat, 02 Sep 2023 09:49 PM (IST)
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जी20 की तैयारियों को लेकर दिल्ली सरकार और एलजी में श्रेय लेने की होड़ मची है।

नई दिल्ली, संजीव गुप्ता। G20 Summit in Delhi: एलजी वीके सक्सेना ने शनिवार को कहा, ''जी-20 के लिए दिल्ली को संवारे जाने का श्रेय तो आप सरकार लेना चाह रही है, लेकिन एक सच यह भी है कि सीएम अरविंद जी-20 से जुड़ी केवल एक बैठक में शामिल हुए और उनका कोई मंत्री कभी किसी बैठक में शामिल नहीं हुआ। काम भी या तो एनडीएमसी ने कराया है या फिर केंद्र सरकार ने। फिर मुझे खुशी है कि सरकार और उसके मंत्री श्रेय लेकर हमारे काम की सराहना कर रहे हैं।''

एलजी ने आगे कहा, ''शुक्रवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का एक्स पर पोस्ट किया गया एक संदेश कि एलजी के नेतृत्व में दिल्ली और आप सरकार जी-20 के मेहमानों का स्वागत करने को तैयार है, भी बहुत कुछ सच बयां कर देता है।''

सरकार बनाम राजनिवास को लेकर क्या बोले LG? 

एक साक्षात्कार के दौरान दिल्ली सरकार एवं राजनिवास के बीच तनातनी पर एलजी ने कहा, ''पूर्व में भी दिल्ली में ऐसी ही व्यवस्था रही है, बल्कि पहले तो एलजी के पास और भी अधिक शक्तियां होती थीं, लेकिन टकराव कभी नहीं रहा। अभी भी शोर शराबा ज्यादा है, आरोप प्रत्यारोप अधिक हैं, लेकिन काम उसी व्यवस्था के तहत चल रहा है, लेकिन मैं किसी काे समझा ही सकता हूं, उसकी आदत या नेचर नहीं बदल सकता। इस सरकार की आदत ही हो गई है टकराव। बड़ा दुख होता है कि यह देखकर कि यह सरकार न खुद काम करना चाहती है और न दूसरों को ही करने देना चाहती है।''

एलजी ने आगे कहा, ''कूड़े के पहाड़ और यमुना के कायाकल्प से जुड़ी योजनाओं पर एलजी का कहना था कि, इसे लेकर मैं ज्यादा कुछ नहीं कहना चाहता। सरकार दोनों ही परियोजनाओं पर कोर्ट में चली गई, वहां से स्टे दे दिया गया। अब मैं कुछ भी करूंगा तो वह सीधे अदालत की अवमानना होगी। लेकिन मुझे इस बात का दुख है कि मुझे काम करने से रोक दिया गया।''

शिवलिंग विवाद पर एलजी ने कहा, ''हवाई अड्डे के रास्ते में लगाए गए फव्वारे राजस्थान के एक कारीगर द्वारा बनाई गई कलाकृतियां हैं, 'शिवलिंग' नहीं। अगर कोई इसमें 'शिवलिंग' देखता है तो हमें कोई आपत्ति नहीं है। भगवान तो वैसे भी कण कण में बसते हैं, लेकिन इस पर विवाद बेबुनियाद है।''

आप ने किया पलटवार

वहीं, आप सरकार में मंत्री आतिशी ने प्रतिउत्तर में कहा कि अगर एलजी ने हमें तैयारियों में शामिल किया होता तो हम बेहतर प्रदर्शन करते। उन्होंने कहा कि आप सरकार ने जी-20 की तैयारियों के लिए केंद्र से 927 करोड़ रुपये मांगे लेकिन उसे एक पैसा भी नहीं मिला। आप सरकार ने अपने फंड से काम किया है। इस सब के बीच उन्होंने जोर देकर कहा कि यह समय श्रेय लेने का नहीं है।

आतिशी ने भाजपा के जी-20 के लिए केंद्र के पैसे से काम हाेने के दावे का भी खंडन किया। शिवलिंग आकार के फव्वारे को लगाए जाने को लेकर हुए विवाद पर उन्होंने कहा कि वे उस क्षेत्र में स्थापित किए गए हैं जो दिल्ली छावनी बोर्ड के अंतर्गत आता है, जो केंद्र के अधीन है। इसका सारा पैसा एनएचएआइ द्वारा एलजी के नेतृत्व में खर्च किया गया है।

रिपोर्ट इनपुट- संजीव गुप्ता