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G20 Summit: खुद की गाड़ियों के काफिले से चलेंगे अमेरिका समेत इन तीन देशों के राष्ट्राध्यक्ष, लाएंगे अपनी कारें

आठ सितंबर से शुरू होने वाले जी-20 शिखर सम्मेलन की सुरक्षा तैयारी जोरों पर चल रही हैं। सम्मेलन में शामिल होने आने वाले राष्ट्राध्यक्ष और अंतरराष्ट्रीय संगठनों के पदाधिकारी दिल्ली में जिन वाहनों से सफर करेंगे उनका दिल्ली पुलिस की सुरक्षा यूनिट ने बंदोबस्त कर लिया है। 24 बुलेटप्रूफ ऑउडी और मर्सिडीज कारों को विदेश मंत्रालय ने जर्मनी से किराए पर मंगवाकर सुरक्षा यूनिट को सौंप दिया है।

By Jagran NewsEdited By: GeetarjunUpdated: Tue, 29 Aug 2023 07:10 PM (IST)
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अमेरिका समेत ये तीन देश अपने साथ लेकर आएंगे गाड़ियों का काफिला।

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। आठ सितंबर से शुरू होने वाले जी-20 शिखर सम्मेलन की सुरक्षा तैयारी जोरों पर चल रही हैं। सम्मेलन में शामिल होने आने वाले राष्ट्राध्यक्ष और अंतरराष्ट्रीय संगठनों के पदाधिकारी दिल्ली में जिन वाहनों से सफर करेंगे, उनका दिल्ली पुलिस की सुरक्षा यूनिट ने बंदोबस्त कर लिया है। 24 बुलेटप्रूफ ऑउडी और मर्सिडीज कारों को विदेश मंत्रालय ने जर्मनी से किराए पर मंगवाकर सुरक्षा यूनिट को सौंप दिया है।

सोमवार को विदेश मंत्रालय से सुरक्षा यूनिट को जानकारी दी गई कि अमेरिका, सऊदी अरब और तुर्कीये की सुरक्षा एजेंसियां खुद अपनी गाड़ी दिल्ली लाएंगी। इन तीन देशों से कितनी-कितनी गाड़ियां दिल्ली लाई जाएंगी, इस संबंध में अबतक जानकारी नहीं दी गई है। एक और देश की सुरक्षा एजेंसी द्वारा अपनी गाड़ी लाने की संभावना जताई जा रही है।

बाई ओर स्टीयरिंग वाले वाहन भी होंगे

दिल्ली यातायात पुलिस के विशेष आयुक्त एसएस यादव का कहना है कि जो देश अपनी गाड़ी दिल्ली लाएंगे, वे भी सुरक्षा यूनिट के कारकेड के साथ ही चलेंगे। उन वाहनों की स्टीयरिंग बाईं ओर होने से भी इससे कोई समस्या नहीं आएगी। दिल्ली पुलिस की सुरक्षा घेरे को फॉलो करते हुए ही वे गाड़ियां चलेंगी।

दिल्ली में लगभग 26 राष्ट्राध्यक्ष और 14 अंतर्राष्ट्रीय संस्थानों के प्रतिनिधिमंडल पहुंचेंगे। विदेशी मेहमानों का आगमन 7 सितंबर से शुरू हो जाएगा।

हर दिन की जा रही रिहर्सल

सुरक्षा में जरा भी चूक न हो, इसके लिए हर दिन से दिल्ली पुलिस की सुरक्षा यूनिट रोज विदेश मंत्रालय के दिशानिर्देश में केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों के साथ मिलकर सुरक्षा अभ्यास (रिहर्सल) कर रही है। हर दिन तड़के चार बजे से सुबह 11 बजे तक सुरक्षा अभ्यास किया जा रहा है।

छह सितंबर तक चलेगा यह सिलसिला

दिल्ली पुलिस के इतिहास में यह पहला मौका है, जब लगभग एक वर्ष से जी-20 शिखर सम्मेलन की सुरक्षा में ड्यूटी में तैनाम होने वाले आला अधिकारियों से लेकर सिपाहियों को विभिन्न तरह के प्रशिक्षण देने के बाद अब उन्होंने सुरक्षा अभ्यास कराना शुरू किया गया है। यह सिलसिला छह सितंबर तक चलेगा।

सम्मेलन में यातायातकर्मियों की भी बड़ी भूमिका होगी। इसके लिए उन्हें भी कई स्तर पर प्रशिक्षण दिए गए। 10 हजार से अधिक यातायातकर्मी सम्मेलन के दौरान यातायात प्रबंधन का जिम्मा संभालेंगे। मुख्यालय सूत्रों के मुताबिक दिल्ली यातायात पुलिस की संख्या लगभग 5,500 है जिनमें सभी रैंक के अधिकारी व कर्मचारी शामिल हैं।

दिल्ली पुलिस के कर्मी रखेंगे सुरक्षा कड़ी

दिल्ली पुलिस ने बताया कि प्रगति मैदान स्टेडियम के अंदर, बाहर व होटलों के अंदर ड्यूटी करने वाले दिल्ली पुलिस की सुरक्षा यूनिट के सभी अधिकारी व पुलिसकर्मी ग्रे रंग के सफारी सूट तो पहनेंगे ही, साथ ही सम्मेलन के दौरान इस यूनिट के लिए ड्यूटी करने वाले अन्य कर्मी भी ग्रे रंग का सफारी सूट में नजर आएंगे।

बड़ी संख्या में जिले व अन्य यूनिटों के कर्मियों को कुछ समय के लिए अस्थायी तौर पर सुरक्षा यूनिट में तैनाती की गई है। प्रगति मैदान परिसर के बाहर, सड़कों व होटलों के बाहर ड्यूटी करने वाले पुलिसकर्मी खाकी वर्दी में ही नजर आएंगे। सम्मेलन का समय बहुत नजदीक आ गया है, ऐसे में हजारों की संख्या में पुलिसकर्मियों के कपड़े कहां व कैसे सिलाए जाएंगे, इसको लेकर काफी दिक्कत आ सकती है। अब तक पुलिसकर्मी मुख्यालय से कपड़े ही प्राप्त कर रहे हैं।

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