Shootout in Delhi : गोलियों की तड़तड़ाहट से दहला द्वारका इलाका, नंदू गैंग का बदमाश अरेस्ट
पश्चिमी दिल्ली के द्वारका इलाका एक बार फिर गोलियों की तड़तड़ाहट से दहल गया जबकि दिल्ली पुलिस और बदमाशों में मुठभेड़ हो गई।
By JP YadavEdited By: Updated: Mon, 30 Sep 2019 09:41 AM (IST)
नई दिल्ली, जेएनएन। Shootout in Delhi: पश्चिमी दिल्ली के द्वारका इलाका एक बार फिर गोलियों की तड़तड़ाहट से दहल गया, जबकि दिल्ली पुलिस और बदमाशों में मुठभेड़ हो गई। इस एनकाउंटर में कुलदीप राठी को गोली लगी है जो के बदमाश कपिल सांगवान का करीबी है। कुलदीप पर हत्या , हत्या के प्रयास , एक्सटॉर्शन और दिल्ली और एनसीआर में किडनैपिंग के कई मामले दर्ज हैं और कई केस में वह मोस्ट वांटेड भी था।
दिल्ली पुलिस को इत्तला मिली थी कुलदीप किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने के लिए जा रहा है। स्पेशल सेल ने ट्रैप लगाया और जब बदमाश को रोकने की कोशिश की तो बदमाश ने दूसरी तरफ से फायरिंग कर दी। जवाब में स्पेशल सेल की टीम को भी गोली चलानी पड़ी और इस शूटआउट में कुलदीप के पैर में गोली लगी है । कुलदीप को घायल हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है पुलिस ने कुलदीप को गिरफ्तार कर लिया है और मामले की जांच की जा रही है।
कुछ दिन पहले दिल्ली के द्वारका इलाके में एक बिजनेसमैन को उसी के दफ्तर के ठीक बाहर उस वक्त दो बदमाशों ने गोली मारी थी जब वह अपनी कार में बैठकर जा रहा था । गोली मारने के दौरान दोनों बदमाशों ने हेलमेट पहन रखा था । दोनों बदमाशों की पहचान कुलदीप राठी और कपिल सांगवान के तौर पर हुई थी , जिसके बाद पुलिस ने कपिल सांगवान को गिरफ्तार कर लिया था और कुलदीप राठी की तलाश की जा रही थी।
दरअसल उस उस व्यापारी ने कुलदीप के रिश्तेदार को थप्पड़ मार दिया था और इसी बात का बदला लेने के लिए दोनों बदमाशों ने व्यापारी पर गोलियां चलाई थी। कुलदीप और कपिल सांगवान दोनों मिलकर गैंग चलाते हैं और दिल्ली और एनसीआर के नामी बदमाश हैं । जिनके ऊपर हत्या सहित तमाम मामले दर्ज हैं। फिलहाल पुलिस ने कुलदीप राठी को गिरफ्तार करने के बाद राहत की सांस ली है ।
वहीं, इससे पहले 23 सितंबर को दिल्ली के नजफगढ़-बिंदापुर में पुलिस ने एनकाउंटर के बाद तीन बदमाशों को गिरफ्तार किया था। तीनों बदमाश एक बिजनेसमैन से उगाही करने की कोशिश कर रहे थे। द्वारका जिला पुलिस के स्पेशल स्टाफ ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया था। इस फायरिंग में बदमाश विक्की के पैर में एक गोली लगी और कॉन्स्टेबल कुलभूषण बुलेट प्रूफ जैकेट होने की वजह से बच गए। पूछताछ में तीनों की पहचान विक्की (27), नवीन (20) और दीपक (28) के रूप में हुई। विक्की के पास से पिस्टल और चार गोलियां मिली। नवीन के पास से भी एक पिस्टल और कारतूस मिला। दीपक के पास से तीन गोलियां बरामद हुई।
पिछले कुछ समय से इस क्षेत्र के कुछ बिजनेसमैन से पुलिस को शिकायतें मिली थी कि दीपक धनखड़ ग्रुप के लोग उन्हें जान से मारने की धमकियां दे रहे हैं। यह ग्रुप कपिल सांगवान उर्फ नंदू गैंग का प्रॉक्सी है। पुलिस अधिकारियों के अनुसार शिकायतें मिलने के बाद इसमें टीमों को लगाया गया। बदमाश विक्की इन सब हमलों के पीछे था और वह वह जेल में बंद दीपक धनखड़ का ग्रुप चला रहा था।दिल्ली-NCR की तीनों खबरें पढ़ने के लिए यहां पर करें क्लिक
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