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दिल्ली में फंसे UP-बिहार और झारखंड के प्रवासी मजदूरी के लिए अच्छी खबर, ऐसे होगी वापसी

जिला स्तर पर दिल्ली में फंसे लोग के पंजीकरण के बाद दिल्ली के स्टेट नोडल अधिकारी दूसरे राज्यों के स्टेट नोडल अधिकारी व रेजिडेंट कमिश्नर से सामंजस्य कर उनकी वापसी के इंतजाम करेंगें।

By JP YadavEdited By: Updated: Mon, 04 May 2020 10:00 AM (IST)
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दिल्ली में फंसे UP-बिहार और झारखंड के प्रवासी मजदूरी के लिए अच्छी खबर, ऐसे होगी वापसी
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। लॉकडाउन के चलते दिल्ली में फंसे प्रवासी मजदूर, छात्र, तीर्थयात्री व पर्यटकों को वापस भेजने के साथ साथ दिल्ली के दूसरे राज्यों में भी फंसे हुए लोगों को वापस लाने की तैयारी तेज हो गई है। लोगों को स्पेशल ट्रेन और बसों के जरिये उनके गृह राज्य भेजा जाएगा।

दिल्ली सरकार की तरफ से स्टेट नोडल ऑफिसर और अलग-अलग राज्यों से संपर्क करने के लिए बनाए गए नोडल अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी गई है। रविवार को दिल्ली डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी (डीडीएमए) ने स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर (एसओपी) जारी कर दी। इसके अनुसार, दिल्ली में फंसे लोगों का डाटा जिला उपायुक्त की निगरानी में अतिरिक्त जिला उपायुक्त या उनके समकक्ष दिल्ली पुलिस के अधिकारी तैयार करेंगे। इनको जिला नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। इसकी जानकारी जुटाने के बाद डूसिब के सीईओ और एनआइएसी दिल्ली के साइंटिस्ट वेब बेस्ड ऑनलाइन एप्लीकेशन तैयार करेंगे।

ऐसे होगी वापसी

जिला स्तर पर दिल्ली में फंसे लोग के पंजीकरण के बाद दिल्ली के स्टेट नोडल अधिकारी दूसरे राज्यों के स्टेट नोडल अधिकारी व रेजिडेंट कमिश्नर से सामंजस्य कर उनकी वापसी के इंतजाम की कार्रवाई तय करेंगे। इसमें पुलिस की तरफ से तय नोडल अधिकारी लोगों की वापसी की पूरी प्रक्रिया में दिशा निर्देशों के अनुसार, मदद उपलब्ध कराएंगे। दिल्ली स्टेट नोडल अधिकारी पूरी प्रक्रिया को भारत सरकार की गाइडलाइन अनुसार तय करना सुनिश्चित करेंगे और संबंधित राज्य से मदद लेंगे। इस प्रक्रिया में दिल्ली स्वास्थ्य विभाग की तरफ से दूसरे राज्य जाने वाले लोगों की स्क्रीनिंग की कार्रवाई की जाएगी। इसमें कोरोना के लक्षण पाए जाने वाले किसी भी संदिग्ध को जाने की इजाजत नहीं दी जाएगी।

करना होगा नियमों का पालन

दिल्ली में फंसे लोगों को दूसरे राज्य भेजने के लिए तय अंतरराज्जीय बस अड्डे या राज्य की सीमा तक ले जाने वाली बसों को सैनिटाइज किया जाएगा। इसमें शारीरिक दूरी का पूरा पालन करना सुनिश्चित करना होगा। इसके लिए आवश्यक बसों की संख्या को स्टेट नोडल अधिकारी को पहले ही परिवहन विभाग को बताना होगा। इसके अलावा लोगों को दूसरे राज्य भेजने के लिए स्पेशल ट्रेन भी चलाई जाएंगी। इसके लिए रेलवे मंत्रालय की तरफ से नियुक्त नोडल अधिकारी संबंधित राज्य सरकारों के साथ बातचीत करेंगे। दूसरे राज्यों से लाने वाले लोग होम क्वारंटाइन रहेंगे।

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