दिल्ली-NCR में GRAP-4 लागू, ट्रकों की एंट्री बैन, दफ्तरों को WFH का निर्देश; जानिए क्या-क्या हैं पाबंदियां
दिल्ली-एनसीआर में ग्रेप का चौथा चरण लागू हो गया। इस वजह से राष्ट्रीय राजधानी और एनसीआर के शहरों में प्रतिबंध लगाए गए हैं। ग्रेप के तीनों चरण पहले ही लागू हो चुके हैं। क्योंकि दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण की स्थिति बहुत खराब है और एक्यूआई गंभीर श्रेणी में बना हुआ है। सीएक्यूएम ने दिल्ली में ट्रकों के प्रवेश पर रोक लगा दी है।
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। दिल्ली-एनसीआर में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रेप, GRAP) का चौथा चरण लागू हो गया। इस वजह से राष्ट्रीय राजधानी और एनसीआर के शहरों में प्रतिबंध लगाए गए हैं। ग्रेप के तीनों चरण पहले ही लागू हो चुके हैं। क्योंकि दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण की स्थिति बहुत खराब है और एक्यूआई गंभीर श्रेणी में बना हुआ है। वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम, CAQM) के अनुसार, ग्रेप का चौथा चरण 18 नवंबर (सोमवार) सुबह 8 बजे से लागू हो जाएगा।
ग्रेप-4 के तहत लगाए गए प्रतिबंध
- दिल्ली में ट्रकों के प्रवेश पर रोक (आवश्यक सेवाओं के लिए ट्रकों का जारी रहेगा प्रवेश)
- LNG, CNG, इलेक्ट्रिक और बीएस-4 डीजल ट्रकों के प्रवेश पर रोक नहीं रहेगी।
- इलेक्ट्रिक वाहन, सीएनजी, बीएस-4 डीजल वाहनों के अलावा दिल्ली के बाहर रजिस्टर्ड हल्के वाहनों को दिल्ली में प्रवेश की अनुमति नहीं होगी। (अनुमति सिर्फ जरूरी सेवा देने वालों के लिए होगी)
- दिल्ली में रजिस्टर्ड बीएस-4 और उससे कम के डीजल मालवाहक और भारी वाहनों के चलने पर सख्त प्रतिबंध लागू रहेंगे।
- हाईवे, सड़क, फ्लाईओवर, ओवरब्रिज, पावर ट्रांसमिशन, पाइपलाइन, दूरसंचार आदि के लिए जारी परियोजनाओं के कामों (निर्माण कार्य) पर प्रतिबंध ग्रेप-3 के तहत लागू रहेंगे।
- दिल्ली और एनसीआर की राज्य सरकारें सरकारी, नगरपालिका और प्राइवेट कार्यालयों को 50 प्रतिशत क्षमता पर काम करने और बाकी को घर से काम करने की अनुमति दें।
राज्य सरकारों को दी ये सलाह
- एनसीआर के शहरों और दिल्ली में सरकारें सरकारी और प्राइवेट स्कूलों की कक्षा-11 तक की कक्षाएं ऑनलाइन संचालित करने का निर्णय ले सकती हैं।
- केंद्र सरकार केंद्रीय सरकारी कार्यालयों में कर्मचारियों के लिए घर से काम करने की अनुमति देने पर उचित निर्णय ले सकती है।
- राज्य सरकारें अतिरिक्त आपातकालीन उपायों पर विचार कर सकती हैं, जैसे कॉलेज/शैक्षणिक संस्थानों को बंद करना और गैर-आपातकालीन वाणिज्यिक गतिविधियों को बंद करना, पंजीकरण संख्या के आधार पर वाहनों को सम-विषम (ऑड-ईवन) आधार पर चलाने की अनुमति देना आदि।
दिल्ली का एक्यूआई
दिल्ली में रविवार को वायु गुणवत्ता और भी खराब हो गई। एक्यूआई 441 दर्ज किया गया, जो गंभीर श्रेणी में है। इससे यह देश का दूसरा सबसे प्रदूषित शहर बन गया। दिल्ली से सटे और हरियाणा के जिले बहादुरगढ़ का एक्यआई सबसे ज्यादा 445 दर्ज हुआ।AQI से वायु प्रदूषण का चलता है पता
वायु गुणवत्ता सूचकांक (Air Quality Index) एक नंबर होता है जिसके जरिए हवा की गुणवत्ता को आंका जाता है। इससे वायु में मौजूद प्रदूषण के स्तर का भी पता लगाया जाता है। एक्यूआई की रीडिंग के आधार पर हवा की गुणवत्ता को छह कैटेगरी में बांटा गया है। शून्य से 50 के बीच AQI अच्छा, 51 और 100 संतोषजनक, 101 और 200 मध्यम, 201 और 300 खराब, 301 और 400 बहुत खराब, और 401 और 500 के बीच AQI को गंभीर माना जाता है।
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