Move to Jagran APP

दिल्ली में गेस्ट टीचर्स की भर्ती में धांधली का आरोप, AAP बोली- एलजी साहेब हमें काम करने दें, परेशान न करें

भारतीय जनता पार्टी ने आबकारी नीति के बाद अब दिल्ली सरकार पर गेस्ट टीचरों की भर्ती में धांधली का आरोप लगाया है। इसे लेकर दिल्ली सरकार के शिक्षा मंत्री राज कुमार आनंद ने सोमवार को प्रेसवार्ता कर अपनी बात रखी।

By Jagran NewsEdited By: Abhishek TiwariUpdated: Mon, 06 Mar 2023 03:30 PM (IST)
Hero Image
दिल्ली में गेस्ट टीचर्स की भर्ती में धांधली का आरोप
नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। भाजपा ने दिल्ली की आबकारी नीति में घोटाले के बाद अब केजरीवाल सरकार पर गेस्ट टीचरों की भर्ती में धांधली का आरोप लगाया है। इस पर दिल्ली सरकार के शिक्षा मंत्री राज कुमार आनंद ने कहा कि अतिथि शिक्षकों के मामले में कोई गड़बड़ी नहीं हुई है। 16500 ऐसे शिक्षकों की जांच कराई गई है। मगर कोई गड़बड़ी नहीं पाई गई हैं। 109 शिक्षकों के दस्तावेज पूरे नही थे उन्हें समय दिया गया है। उम्मीद है कि वे भी जल्द ही अपने दस्तावेज पूरे कर देंगे। एलजी साहेब हमें काम करने दें, परेशान न करें। उन्होंने यह बातें सोमवार को एक प्रेसवार्ता के दौरान कहीं।

उन्होंने कहा, "मनगढ़त कहानियां बनाकर दिल्ली के गेस्ट टीचर्स को घोस्ट टीचर्स कहने वाले उपराज्यपाल साहब द्वारा शिक्षा विभाग पर कराई गई जांच का नतीजा भी शून्य निकला और अरविंद केजरीवाल सरकार एक बार फिर ईमानदार साबित हुई। मेरी उपराज्यपाल साहब से अपील है-झूठे आरोप लगाकर गरीब बच्चो की पढ़ाई मे रोड़ा डालना बंद कीजिये।"

शिक्षा के नाम पर घोटाला करती है AAP सरकार: भाजपा

दिल्ली भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने उपराज्यपाल (एलजी) वीके सक्सेना से मांग की है कि वह शिक्षा विभाग की ओर से अतिथि शिक्षकों की भर्ती में की गई व्यापक धांधली पर शिक्षा विभाग से तुरंत जांच रिपोर्ट मांगकर तत्कालीन शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया और अधिकारियों पर कार्रवाई के आदेश दें। उन्होंने कहा कि इससे पता चलता है कि शिक्षा क्रांति की बात कर शिक्षा विभाग में ही घोटाला कर दिया गया। उन्होंने कहा है कि यह खेदपूर्ण है कि अतिथि शिक्षकों की भर्ती में धांधलियां की गई हैं।

दिल्ली सरकार ने आप से जुड़े लोगों को नौकरियों में भर्ती करने के लिए अतिथि शिक्षकों की भर्ती में अन्य पिछड़ी जाति वर्ग कोटे का दुरुपयोग किया है। साथ ही सैकड़ों मामलों में शैक्षणिक योग्यताओं में छूट दी है। सचदेवा ने कहा कि सरकार ने अधिकारियों पर दबाव डालकर बहुत से सामान्य वर्ग के और अन्य जातियों के शिक्षकों को अन्य पिछड़ा वर्ग के कोटे से अतिथि शिक्षक बनाया। इसी तरह बहुत से अतिथि शिक्षक ऐसे भर्ती किए गए, जिन्हें विषय में छूट दी गई। इससे पर्यावरण विज्ञान में पोस्ट ग्रेजुएशन किए हुए शिक्षक को जीव विज्ञान पढ़ाने के लिए लगा दिया गया।

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।