Kisan Andolan: गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने की किसान मोर्चा के नेताओं की खिंचाई, बताया क्यों लड़ना चाहते हैं चुनाव
Kisan Andolan गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने मोर्चा के अराजनीतिक रहने और चुनाव नहीं लड़ने के बयान पर तंज कसते हुए कहा कि इससे हमारा घुट-घुटकर मरना तय है। उन्होंने कहा कि हम दुश्मन से नहीं मरते हम मरते तब हैं जब हमारी बीचे में बैठे लोग हमारी टांग खींचते हैं।
By Mangal YadavEdited By: Updated: Mon, 16 Aug 2021 07:51 PM (IST)
नई दिल्ली /सोनीपत [संजय निधि]। भारतीय किसान यूनियन (चढ़ूनी) के अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने एक बार फिर चुनाव और राजनीति की बात दोहराई है। कुंडली बार्डर पर संयुक्त किसान मोर्चा के मुख्य मंच से संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि हमारे पास वोट है तो हम क्यों नहीं अपनी सरकार बना सकते। उन्होंने साफ कहा कि जब तक राजनीतिक दलालों को उखाड़कर नहीं फेकेंगे तब तक हम बच नहीं सकते।
चढ़ूनी ने अपने संबोधन में संयुक्त किसान मोर्चा के अराजनीतिक रहने और चुनाव नहीं लड़ने के बयान पर भी तंज कसते हुए कहा कि इससे हमारा घुट-घुटकर मरना तय है। उन्होंने कहा कि 74 साल से किसानों को लूटा जा रहा है, लेकिन इससे पहले तो लूटने वाले विदेशी थे और अब लूटने वाले सत्ता में बैठे लोग हैं। कब तक इंतजार और किस बात का इंतजार करेंगे। जब तक राजनीतक दलालों को उखाड़ कर नहीं फेंकेंगे, हम बच नहीं सकते। क्योंकि वोट आपकी सरकार उनकी, ये जुल्म है।
उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में नौ करोड़ वोट किसानों की है और साढ़े तीन करोड़ पर सरकार बनी है। इसी तरह पंजाब में पंजाब में 80 से 90 लाख वोट किसानों की है और सरकार बनी है 59 लाख पर, तो हम अपनी सरकार नहीं बना सकते क्या। क्या हम अपने बीच से पंचायती कंडीडेट खड़ा नहीं कर सकते।
पंजाब के किसान व मजदूर मिलकर क्या 117 ईमानदार लोग नहीं खोज सकते। उन्होंने कहा कि हम दुश्मन से नहीं मरते, हम मरते तब हैं, जब हमारी बीच में बैठे लोग हमारी टांग खींचते हैं। किसी का नाम लिए बगैर आंदोलन से जुड़े राजनीतिक दलों के लोगों पर निशाना साधते हुए चढ़ूनी ने कहा कि ये लोग हमारे ऊपर टिप्पणी करते हैं, जो कभी आंदोलन में आए नहीं, ऐसे लोग ही हमें मारते हैं।
26 अगस्त को होगा राष्ट्रीय सम्मेलन
संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से जारी बयान में कहा गया कि 26 अगस्त को नौ महीने पूरे होने पर एक राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा। इस अखिल भारतीय सम्मेलन में विभिन्न किसान संगठनों के प्रतिनिधियों की भागीदारी रहेगी, जो स्थानीय, क्षेत्रीय और राष्ट्रीय स्तर पर चल रहे विरोध प्रदर्शनों का हिस्सा रहे हैं।
इसके अलावा बैठक में मोर्चा के स्टैंड और मानदंडों का उल्लंघन करने पर हरियाणा के चार व्यक्तियों प्रदीप धनखड़, विकल, जगबीर घसौला और डा. शमशेर, को मोर्चा से पूरी तरह से निष्कासित कर दिया गया है। उन्हें एसकेएम के किसी भी विरोध स्थल में किसी भी मोर्चा स्थल या मंच पर प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। दूसरी ओर, मोर्चा का कहना है कि गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने चुनाव में प्रवेश करने के अपने बयान को वापस ले लिया है।
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