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Haryana Politics: मनोहर लाल का जाना एक साल पहले ही हो गया था तय, पूर्व सीएम ने खुद बताई विदाई की वजह

हरियाणा में सरकार का मुखिया बदलने का निर्णय दिल्ली में भाजपा की संसदीय बोर्ड की बैठक में हो गया था। चंडीगढ़ में नया नेता चुने जाने के लिए हुई भाजपा विधायक दल की बैठक में स्वयं मनोहर लाल ने इसकी जानकारी दी। बिप्लब कुमार देब के साथ केंद्रीय कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ नए नेता के चुनाव के लिए पहुंचे हुए थे।

By Bijender Bansal Edited By: Geetarjun Updated: Tue, 12 Mar 2024 05:31 PM (IST)
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मनोहर लाल का जाना एक साल पहले ही हो गया था तय, पूर्व सीएम ने खुद बताई विदाई की वजह

राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। हरियाणा में सरकार का मुखिया बदलने का निर्णय दिल्ली में भाजपा की संसदीय बोर्ड की बैठक में हो गया था। चंडीगढ़ में नया नेता चुने जाने के लिए हुई भाजपा विधायक दल की बैठक में स्वयं मनोहर लाल ने इसकी जानकारी दी।

इस बैठक में पर्यवेक्षक के तौर पर प्रदेश प्रभारी बिप्लब कुमार देब के साथ केंद्रीय कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ नए नेता के चुनाव के लिए पहुंचे हुए थे। बैठक शुरू होते ही राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ ने कहा कि बैठक की कार्यवाही के बारे में मनोहर लाल बताएंगे।

नए चेहरों की जरूरत

इसके बाद मनोहर लाल ने कहा कि पार्टी का विचार है कि संगठन और सरकार में नए चेहरे काम करें। इसलिए मैंने एक साल पहले ही पार्टी नेतृत्व से आग्रह किया था कि मैंने प्रदेश में आठ साल तक मुख्यमंत्री रहते हुए सेवा दी है, अब किसी अन्य नेता को इसकी जिम्मेदारी देनी चाहिए। पार्टी में व्यवस्था है कि नए लोगों को जिम्मेदारी दी जाती है। पुराने अलग भूमिका निभाते हैं।

राज्य में नेतृत्व के परिवर्तन के लिए हुआ मंथन

मनोहर लाल ने कहा कि पार्टी में उनके इस आग्रह पर गहन मंथन हुआ, इसमें समय लगा और अब संसदीय बोर्ड ने निर्णय लिया है कि राज्य में नेतृत्व परिवर्तन किया जाए। पार्टी ने निर्णय लिया है कि कुरुक्षेत्र से सांसद और प्रदेश में पार्टी के अध्यक्ष की जिम्मेदारी निभा रहे नायब सैनी को भाजपा विधायक दल का नया नेता बनाया जाए।

विधायकों ने सर्वसम्मति से किया पारित

इसके बाद मनोहर लाल ने नायब सैनी का नाम विधायक दल के नए नेता के रूप में प्रस्ताव विधायकों के समक्ष रखा। इसका अनुमोदन सबसे पहले पूर्व शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर फिर पूर्व कृषि मंत्री जेपी दलाल और पूर्व सहकारिता मंत्री डॉक्टर बनवारी लाल ने किया। इसके बाद नांगल चौधरी के विधायक डॉक्टर अभय सिंह यादव ने कहा कि यह प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित कर दिया जाए। सभी विधायकों ने इस प्रस्ताव को सर्वसम्मति से पारित कर दिया।

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