बिना बात के मारता था थप्पड़, फिर साथ में पीता था शराब; चॉपर से शख्स के कर दिए टुकड़े, कातिल का कबूलनामा
दिल्ली के पालम इलाके में एक मंदिर के पुजारी ने अपने दोस्त की बेरहमी से हत्या कर दी। आरोपी ने चॉपर से शख्स पर ताबड़तोड़ वार किए। आरोपी ने बताया कि शख्स उसे बार-बार थप्पड़ मारता था। इस बात से वह गुस्से में था। घटना वाले दिन भी उसने उसे थप्पड़ मार दिया था। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और मामले की जांच जारी है।
जागरण संवाददाता, पश्चिमी दिल्ली। एक मंदिर के पुजारी ने एक व्यक्ति की चॉपर से वार कर इसलिए हत्या कर दी, क्योंकि वह अक्सर पुजारी को बिना बात के थप्पड़ मारता था और डांट लगा देता था। ऐसा अक्सर तब किया जाता था, जब दोनों साथ बैठकर शराब पीते थे। पालम थाना पुलिस हत्या के इस मामले को सुलझाते हुए आरोपित पुजारी को गिरफ्तार किया है। आरोपित का नाम उचित रावत है वहीं मृतक का नाम देवदास शर्मा है। मामले की छानबीन जारी है।
देवदास राजनगर पार्ट 2 स्थित पीपल वाली गली में एक महिला के साथ रहते थे। महिला अक्टूबर के प्रथम सप्ताह में आंध्र प्रदेश स्थित अपने गांव गई हुई थी। देवदास के घर से चंद कदमों की ही दूरी पर एक मंदिर है, जिसमें उचित पुजारी का काम करते थे। उचित अक्सर देवदास के घर आते थे। महिला के जाने के बाद आना-जाना कुछ ज्यादा हो गया। उचित और देवदास साथ बैठकर शराब पीने लगे। 21 अक्टूबर को उचित व देवदास के साथ उन्हीं के घर में जब साथ बैठकर शराब पी रहे थे, तब दोनों में कहासुनी हुई।
घटना के दिन भी देवदास ने उचित को मारा थप्पड़
आरोप है कि इस दौरान देवदास ने एक बार फिर उचित को थप्पड़ जड़ दिया। इस बात से गुस्साए उचित ने कमरे में रखा चॉपर उठाया और देवदास पर ताबड़तोड़ वार कर दिया। जब उचित को लगा कि देवदास अब दम तोड़ चुके हैं, तब वह वहीं शांत होकर बैठ गया। देर रात जब वह वहीं मौके पर सोने की कोशिश कर रहा था, तभी उसे लगा कि देवदास अभी जीवित है।उनके शरीर में जब हरकत हुई तो उचित ने एक बार फिर क्रूरता दिखाई और तकिया देवदास के मुंह पर रखकर उनका दम घोट दिया। देवदास ने दम तोड़ दिया। देवदास मर चुके हैं, इसे लेकर पूरी तरह निश्चिंत होने के बाद उचित वहां पूरी रात सोया। सुबह उसने शव को कमरे में रखे एक बोरे में बंद कर वहीं छिपा दिया।
रोज सुबह आकर चलाता था पानी का मोटर
देवदास के एक किराएदार इसी इमारत के सबसे उपरी तल पर रहते हैं। उस फ्लैट के मोटर का स्विच देवदास के फ्लैट में है। देवदास रोजाना इसे चलाते थे, ताकि किराएदार की टंकी भर जाए। उचित को लगा कि यदि मोटर नहीं चलेगा तो सभी को संदेह होगा और वह फंस सकता है। हत्या के बाद अगली सुबह उसने मोटर चलाया और नहाया। इसके बाद वह फ्लैट से निकल गया। इसके बाद वह 25 अक्टूबर तक मोटर चलाता रहा। जब उसे पता लगा कि किराएदार कहीं दूसरी जगह गया है तब उसने 26 से मोटर चलाना बंद कर दिया। 27 अक्टूबर को ही दिल्ली छोड़कर फरार हो गया।इधर 29 नवंबर को जब किराएदार अपने घर आया तो उसने देवदास के मोबाइल पर काल किया कि वे मोटर चलाएं। जब देवदास का फोन नहीं लगा तो उसने पुजारी को काल किया। पुजारी ने कॉल रिसीव किया और कहा कि वह खुद देवदास को फोन लगा रहे हैं, लेकिन वह नहीं उठा रहे हैं। इधर उचित इसके अगले दिन जब लोगों को फ्लैट से बदबू आने लगी तब संदेह हुआ और मामले से पुलिस को अवगत कराया गया।
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