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'केजरीवाल के कोमा में जाने की आशंका...', AAP सांसद संजय सिंह का दावा- फिर बिगड़ी केजरीवाल की तबीयत

शराब घोटाले में जेल में बंद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kjeriwal Health) की फिर से तबीयत बिगड़ी है। AAP सांसद संजय सिंह ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि 21 मार्च से अब तक सीएम के वजन में 8.5 किलो की कमी आई है। उन्होंने कहा कि पांच बार शुरग लेवल कम हुआ हैऐसे हालात में कोमा में जाने की आशंका है।

By Jagran News Edited By: Monu Kumar Jha Updated: Sat, 13 Jul 2024 02:05 PM (IST)
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केजरीवाल का 21 मार्च से अबतक 8.5 किलो घट चुका है वजन: सांसद संजय सिंह।

राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को लेकर एक बार फिर से भाजपा शासित केंद्र सरकार पर हमला बोला है।

उनका कहना है कि एक फर्जी मामले में केजरीवाल को जेल में रखकर सरकार उन्हें प्रताड़ित तो कर ही रही है, उनके स्वास्थ्य से भी खिलवाड़ कर रही है। अगर कभी कोई गंभीर घटना हो जाए तो हैरानी की बात नहीं।

केजरीवाल का वजन अभी तक साढ़े आठ किलो गिरा-संजय सिंह

पार्टी मुख्यालय में प्रेस वार्ता के दौरान संजय सिंह ने कहा कि 21 मार्च से लेकर अभी तक केजरीवाल का वजन साढ़े आठ किलो गिर चुका है। 70 किलो से 61.5 किलो के आसपास रह गया है। यह वजन क्यों कम हो रहा है, इसके बारे में कुछ पता नहीं चल पा रहा।

डॉक्टरों की मानें ऐसी हालत में कोई भी कोमा में जा सकता है-सिंह

यही नहीं, पांच बार रात के अचानक उनका शुगर लेवल 50 से भी नीचे चला गया, जो एक गंभीर बात है। डॉक्टरों के मुताबिक ऐसी हालत में कोई कोमा में भी जा सकता है। रात के समय जेल कोई डॉक्टर भी नहीं रहता।

संजय सिंह ने कहा, जरूरत इस बात है कि केजरीवाल को जेल से बाहर निकालकर उनकी अच्छे से जांच और उपचार कराया जाए। लेकिन केंद्र सरकार उन्हें जेल से बाहर आने ही नहीं दे रही। ऐसे में उनके साथ कभी भी कोई अनहोनी हो सकती है।

संजय सिंह ने जालंधर के उप चुनाव में आप प्रत्याशी की जीत पर बधाई देते हुए कहा कि वहां राज्य सरकार बहुत मजबूत है, जनता भी सरकार के काम से खुश है। जबकि जो आप को छोड़कर गया, उसकी राजनीति ही खत्म हो गई।

एक प्रश्न के जवाब में उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार अगर 25 जून को संविधान हत्या दिवस मनाना चाह रही है तो उसे 30 जनवरी, जब महात्मा गांधी की हत्या हुई थी, के साथ साथ हर उस तारीख पर भी संविधान हत्या दिवस मनाना चाहिए जब जब उसने किसी राज्य में सरकार गिराई है।

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