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दिल्ली में कई दिनों तक जारी रहेगा 'लू' का प्रकोप, हीट स्ट्रोक को लेकर डॉक्टर्स ने चेताया; बचने के लिए करें ये उपाय

हीट स्ट्रोक होने पर सेंट्रल नर्वस सिस्टम प्रभावित होता है और शरीर के महत्वपूर्ण अंगों के प्रभावित होने का खतरा रहता है। इसलिए लू से बचाव के लिए जरूरी है कि धूप में अधिक देर तक न रहें। दिन में 11 बजे से दोपहर तीन बजे के बीच अनावश्यक घर से नहीं निकलना चाहिए। बाहर निकलने पर चेहरे को ढंक कर रखना चाहिए।

By Ranbijay Kumar Singh Edited By: Sonu Suman Updated: Sat, 18 May 2024 06:00 AM (IST)
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दिल्ली में कई दिनों तक जारी रहेगा 'लू' का प्रकोप।
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। राजधानी में कई इलाकों में तापमान 45 डिग्री सेल्सियस से अधिक पहुंच गया है। ऐसे में डॉक्टर कहते हैं कि हीट स्ट्रोक का खतरा बढ़ गया है। लू में थोड़ी सी लापरवाही सेहत पर भारी पड़ सकती है और यह जानलेवा भी हो सकता है। लिहाजा, लोग सतर्क रहें और अधिक देर तक धूप में रहने से बचें।

एम्स के मेडिसिन विभाग के अतिरिक्त प्रोफेसर डॉ. नीरज निश्चल ने कहा कि शरीर का तापमान सामान्य तौर पर 37 डिग्री सेल्सियस रहता है, जो मस्तिष्क के हाइपोथैलेमस के थर्मो रेगुलेटरी सेंटर से नियंत्रित होता होता है। थर्मो रेगुलेटरी सेंटर पसीना या कई अन्य माध्यम से शरीर के आंतरिक व वातावरण के तापमान के बीच सामंजस्य बनाकर रखता है।

पर्याप्त पानी नहीं लेने पर डिहाईड्रेशन शुरू

वातावरण का तापमान शरीर के तापमान से अधिक होने पर शरीर से पसीना निकलता है, जो इससे शरीर के तापमान को नियंत्रित रखने में मदद करता है। लेकिन लगातार लंबे समय तक पसीना अधिक आने से शरीर में नमक व पानी की कमी होने लगती है। ऐसे में शरीर का थर्मो रेगुलेटरी सेंटर गड़बड़ होने लगता है। ऐसे में यदि पर्याप्त पानी व तरल पदार्थ नहीं लेने पर डिहाइड्रेशन शुरू हो जाता है।

लू से हो सकती है कई परेशानी

लू से हीट इग्जर्शन, सांस व हृदय रोग की परेशानी बढ़ सकती है। इसके अलावा हीट स्ट्रोक तक हो सकता है। हीट इग्जर्शन होने पर बहुत कमजोरी, थकान, चक्कर आना, बेहोशी जैसा महसूस होना, बेहोश हो जाना, सिर दर्द इत्यादि होता है। यदि इसका ठीक से देखभाल न हो हीट स्ट्रोक हो सकता है। बच्चों व बुजुर्गों को हीट स्ट्रोक का खतरा अधिक रहता है।

धूप में अधिक देर तक न रहें

हीट स्ट्रोक होने पर सेंट्रल नर्वस सिस्टम प्रभावित होता है और शरीर के महत्वपूर्ण अंगों के प्रभावित होने का खतरा रहता है। इसलिए लू से बचाव के लिए जरूरी है कि धूप में अधिक देर तक न रहें। दिन में 11 बजे से दोपहर तीन बजे के बीच अनावश्यक घर से नहीं निकलना चाहिए। बाहर निकलने पर चेहरे को ढंक कर रखना चाहिए और थोड़े-थोड़े अंतराल पर पानी पीते रहना चाहिए।

शुक्रवार को भी हवा की गुणवत्ता खराब रही

राजधानी में भीषण गर्मी के बीच एयर इंडेक्स भी 200 से अधिक बना हुआ है। इस वजह से शुक्रवार को भी हवा की गुणवत्ता खराब श्रेणी में रही। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार शनिवार को प्रदूषण के स्तर में कुछ सुधार होगा। इसलिए तीन दिन तक दिल्ली में हवा की गुणवत्ता मध्यम श्रेणी में रहेगी। सीपीसीबी के अनुसार दिल्ली में एयर इंडेक्स 231 रहा जो खराब श्रेणी में है।

नोएडा का खराब रही हवा की गुणवत्ता

फरीदाबाद का एयर इंडेक्स 256, गाजियाबाद का 215, गुरुग्राम का 250, व नोएड़ा का एयर इंडेक्स 296 रहा जो खराब श्रेणी में है। इसलिए एनसीआर के इन शहरों में भी हवा की गुणवत्ता खराब श्रेणी में रही। ग्रेटर नोएडा का एयर इंडेक्स 321 रहा जो बेहद खराब श्रेणी में है।

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