Delhi Zoo News: जानवरों और पक्षियों को ठंड से बचाने के लिए पिंजरों के सामने लगे हीटर
Delhi zoo News जानवरों और पक्षियों की परेशानी और बढ़ती सर्दी को ध्यान में रखते हुए चिड़ियाघर प्रबंधन ने कमर कस ली है। जानवरों को किसी प्रकार की सर्दी न लगे इसके लिए सभी जरूरी उचित कदम उठाएं हैं।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। राजधानी दिल्ली में सर्द रातों के साथ अब दिन में भी तापमान कम होने लगा है। इसके कारण वन्य जीवों को परेशानी हो रही है। जानवरों और पक्षियों की परेशानी और बढ़ती सर्दी को ध्यान में रखते हुए चिड़ियाघर प्रबंधन ने कमर कस ली है। जानवरों को किसी प्रकार की सर्दी न लगे, इसके लिए सभी जरूरी उचित कदम उठाएं हैं। जानवरों और पक्षियों के पिंजरों के सामने हीटर लगाए जा रहे हैं। जानवरों के बाड़े में पराली भी जमीन पर बिछाई जा रही है। साथ ही जानवरों के खानपान की भी विशेष व्यवस्था की गई है।
चिड़ियाघर के अधिकारियों ने बताया कि वन्य जीवों का सर्दी के मौसम में उनके खाने-पीने से लेकर उनके रहने की व्यवस्था पर खासा ध्यान रखा जा रहा है, ताकि वे सर्दी के मौसम में बीमार न हो सकें। इसमें प्रमुख बाघों के ¨पजरों के सामने हीटर की व्यवस्था, लकड़ी के फर्श तैयार किए गए हैं। साथ ही सांपों के लिए पराली व बोरी से बनी चटाई बिछाई गई। गर्माहट के लिए मटकों में छेद करके उनमें बल्ब लगाना और अधिक सर्दी होने पर ¨पजरों को चादर से ढकने के इंतजाम किए गए हैं।
चिड़ियाघर की निदेशक डाक्टर सोनाली घोष ने बताया कि राजधानी दिल्ली में अब धीरे-धीरे ठंड बढ़ने लगी है। पक्षियों व जानवरों को सर्दी से बचाना बड़ी चुनौती है, जिसके लिए समय रहते सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। हीटर के साथ पराली का इस्तेमाल भी किया जा रहा है।
निदेशक ने बताया कि सभी बड़े जानवरों को सर्दी से बचाने के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं। हीटर लगा दिए गए हैं। सर्दी बढ़ने पर इनकी संख्या बढ़ाई भी जा सकती है। उन्हें पिंजरे में बैठने पर ठंडा फर्श महसूस न हो, इसके लिए लकड़ी के फर्श तैयार किए गए हैं। फिलहाल, भालू और बाघ के बाड़े में लकड़ी का फर्श तैयार किया गया है।
सर्दी के मौसम में मांसाहारी जानवरों के खाने-पीने पर खासा ध्यान रखा जाता है। वैसे आमतौर पर बाघ रोजाना 10 किलो के करीब मीट खाता है, लेकिन सर्दी में दो किलो अतिरिक्त मीट खाने के लिए दिया जाता हैं। इसमें बकरे व मुर्गे का मांस शामिल है। वहीं हाथी और गैंडे को सर्दी में खाने के लिए गुड़ से बनी खिचड़ी दी जाती है। साथ ही विटामिन बढ़ाने के लिए नियमित तौर पर कच्चा आंवला भी देते हैं।