Red Fort के आसपास सुरक्षा के कड़े इंतजाम, भारी संख्या में पुलिस के जवान तैनात
किसानों के चक्का जाम के चलते नई दिल्ली स्थित बहादुर शाह जफर मार्ग स्थित शहीद पार्क के पास पुलिस ने सर्विस लेन को बंद कर दिया है आने जाने वाले वाहनों पर कड़ी नजर रखी जा रही है।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। कृषि कानूनों का विरोध कर रहे आंदोलनकारियों द्वारा किए गए चक्का जाम के आव्हान को लेकर लाल किले पर पुलिस व प्रशासन द्वारा कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। लाल किले के बाहर पुलिस ने डंपर, बैरियर, जेसीबी और सीमेंट के बैरियर लगाकर मजबूत बैरीकेडिंग की है। इसके साथ ही बैरीकेडिंग के ऊपर कटीले तार भी लगाए गए हैं, जिससे अगर कोई आंदोलनकारी लालकिले तक पहुंच भी जाए तो किसी भी स्थिति में अंदर प्रवेश न कर सके। लाल किले के अंदर बड़ी संख्या में पुलिस और अर्धसैनिक बल के जवानों की तैनाती की गई है। झंडा फहराने वाली जगह पर सीआरपीएफ के जवानों को मुस्तैद रखा गया है।
उत्तरी जिले के पुलिस उपायुक्त एन्टो अल्फोंस ने सुबह 10 बजे लालकिला आकर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। साथ ही डंपर के ऊपर भी खड़े होकर पुलिसकर्मियों से चारों तरफ नजर रखने के लिए कहा। इसके बाद चार पुलिसकर्मियों को बैरीकेड के रूप में लगे मिट्टी से भरे डंपर के ऊपर भी तैनात कर दिया गया। वहीं, 15 पुलिस कर्मियों की ड्यूटी लाल किले के बाहर सिविल ड्रेस में लगाई गई है, जो यहां से गुजरने वाले हर व्यक्ति पर नजर रख रहे हैं। साथ ही किसी भी व्यक्ति को लाल किले के आस पास खड़ा नहीं होने दिया जा रहा है। लाल किले के सामने लालबत्ती के बीच के कट को भी बैरियर लगाकर बंद किया गया है।
आइटीओ से लेकर कश्मीरी गेट तक पड़ने वाले सभी चौराहों पर बड़ी संख्या में पुलिस और अर्धसैनिक बल के जवानों की तैनाती की गई है। हालांकि, चांदनी चौक और आसपास की इलाकों में अभी चक्का जाम का कोई असर देखने को नहीं मिल रहा है। सामान दिनों की तरह ही लोग अपने कामकाज के लिए घर से निकले हैं। सड़कों पर सभी वाहन, आटो, बस ई रिक्शा, मोटरसाइकिल आदि सामान्य रूप से चल रहे हैं। उल्लेखनीय है कि 26 जनवरी को आंदोलकारियों ने ट्रैक्टर परेड के दौरान पुलिस के साथ तय की गईं सभी शर्तों को तोड़ते हुए दिल्ली में घुसकर जमकर उत्पात मचाया था। इस दौरान लालकिले में भगवा झंडा फहरा दिया था। साथ ही कई पुलिसकर्मियों को घायल कर दिया था। उस घटना से सबक लेते हुए इस बार पुलिस ने कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की है।