वहीं बृहस्पतिवार को अधिकतम तापमान ने भी सामान्य से छह डिग्री नीचे रहते हुए बीते चार साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया। हालांकि मौसम विभाग की मानें शुक्रवार को हल्की वर्षा ही होने का अनुमान है। वहीं वर्षा के कारण राजधानी वासियों को खासी परेशानी का सामना भी करना पड़ा।
सुबह से ही वर्षा का दौर जारी
बृहस्पतिवार को भी सुबह से ही वर्षा का दौर जारी रहा। दिन में भी बादल छाए रहे और रुक रुककर कहीं हल्की तो कहीं तेज वर्षा दर्ज की गई। अधिकतम तापमान सामान्य से छह डिग्री कम 28.8 डिग्री रहा। यह अगस्त माह का 2020 के बाद सबसे कम अधिकतम तापमान है। बुधवार को यह 34.0 डिग्री रहा था।न्यूनतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री कम 23.0 डिग्री रिकॉर्ड किया। हवा में नमी का स्तर 100 से 95 प्रतिशत दर्ज हुआ। जहां तक वर्षा का सवाल है तो सुबह साढ़े आठ बजे तक 77.1 मिमी जबकि सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक 11.8 मिमी वर्षा हुई।
13 साल में इस माह सर्वाधिक बारिश
यहां यह भी उल्लेखनीय है कि इस साल अगस्त में अभी तक दिल्ली में 378.5 मिमी वर्षा हो चुकी है। यह पिछले 13 साल में इस माह की सर्वाधिक है। इससे पूर्व 2010 में 455.1 मिमी बरसात दर्ज की गई थी।मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि शुक्रवार को भी सामान्यतया बादल छाए रहेंगे। गर्जन वाले बादल बनने और हल्की बरसात होने की संभावना है। अधिकतम एवं न्यूनतम तापमान क्रमश: 34 व 24 डिग्री रह सकता है।
दिल्ली की हवा लगातार साफ चल रही
उधर, हवाओं और वर्षा के असर से दिल्ली की हवा लगातार साफ चल रही है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक बुधवार को दिल्ली का एक्यूआई 60 दर्ज किया गया। इस स्तर की हवा को ''संतोषजनक'' श्रेणी में रखा जाता है। हाल फिलहाल इसमें बदलाव के आसार नहीं हैं।
चलते जाम में वाहन रेंगते हुए नजर आए
अब अगर परेशानी की बात करें तो बृहस्पतिवार को भी जलभराव के चलते जाम में वाहन रेंगते हुए नजर आए। सबसे ज्यादा परेशानी की बात यह थी कि वर्षा दफ्तर और स्कूल जाने के समय पर हुई। ऐसे में लोग समय पर अपने गंतव्य नहीं पहुंच सके। वर्षा का सर्वाधिक असर, पूर्वी, दक्षिणी और बाहरी दिल्ली के इलाकों में हुआ। जहां मुख्य मार्गों से लेकर रिहायशी इलाकों में जलभराव की समस्या उत्पन्न हुई।
कई इलाकों में जलभराव के कारण जाम लगा रहा
वर्षा सुबह होने की वजह से लोगों को जरूरी वस्तुएं जैसे दूध, ब्रेड, अखबार लाने में भी परेशानी हुई। पूर्वी दिल्ली के लोनी रोड, भजनपुरा, सादतपुर, श्रीराम कॉलोनी, करावल नगर, पटपड़गंज रोड़, मंडावली, वेस्ट विनोद नगर के पास एनएच-नौ की सर्विस रोड पर दुघनों से अधिक पानी हो गया। इसी तरह दक्षिणी दिल्ली रिंग रोड स्थित धौला कुआं, वसंत विहार, मालवीय नगर आदि क्षेत्रों में जलभराव के कारण जाम लगा रहा।
नौकरी पेशा लोगों को एक घंटे तक का हुआ विलंब
नौकरी पेशा लोगों को गंतव्य तक पहुंचने में आधे से लेकर एक घंटे तक का विलंब हुआ। दोपहर तक इन मार्गों पर जाम लगा रहा। खानपुर टी प्वाइंट से लेकर तुगलकाबाद फोर्ट तक ड्रेनेज लाइन चौक (जाम) होने से आने- जाने वाले मार्ग पर पानी भरा रहा। वहीं संगम विहार जाने वाले रतिया मार्ग, तिगड़ी रोड पर भी जलजमाव रहा। इन मार्गों पर दोपहर तक यातायात प्रभावित रहा।
वहीं रेलवे ब्रिज, पुल प्रहलादपुर पर जलभराव के कारण बदरपुर से संगम विहार की ओर जाने वाले एमबी रोड पर भी जाम रहा। जाम को लेकर ट्रैफिक विभाग ने एडवाइजरी जारी की और लोगों को जाम वाले रास्तों की बजाय वैकल्पिक रास्तों का इस्तेमाल करने की सलाह दी। बदरपुर से मीठापुर की ओर जाने वाले मार्ग पर बने मीठापुर पुल पर वर्षा के कारण बड़ा गड्ढा बन गया।
महरौली रोड पर वर्षा के कारण पेड़ गिर गया
वहीं तुगलकाबाद फोर्ट के पास बदरपुर-महरौली रोड पर वर्षा के कारण पेड़ गिर गया। इसके चलते डा. करणी सिंह शूटिंग रेंज के पास एमबी रोड पर जाम लगा रहा। बाहरी दिल्ली में भी जीटी करनाल रोड, मुकरबा चौक, रोहतक रोड, टिकरी बार्डर से लेकर रोहिणी सेक्टर-21 के पास सोलंकी कॉम्प्लेक्स के पास रमेश एन्क्लेव का नाला ओवरफ्लो होने से कई फीट पानी भर गया। पानी इससे आगे सीएनजी पंप रोड पर करीब 500 मीटर तक जमा हो गया।
बेगम विहार, जैन नगर, कश्मीरी कालोनी समेत आसपास की कई कॉलोनियों में पानी भरने से बच्चों का पैदल स्कूल तक पहुंचना मुश्किल हो गया। काफी मशक्कत के बाद बच्चे स्कूल तक पहुंच सकें। काफी संख्या में बच्चे जलभराव के कारण स्कूल जाने में असमर्थ रहे। इन कालोनियों में जलभराव का मुख्य कारण पानी की निकासी को लेकर सही व्यवस्था नहीं है। हलांकि इन कालोनियों में सीवर लाइन तो बिछाई गई है, लेकिन इसे चालू नहीं किया जा सका है।
निगम को 16 स्थानों पर मिली जलभराव की सूचना
वर्षा और जलभराव के कारण निगम को 16 स्थानों पर जलभराव की शिकायत मिली जबकि 17 स्थानों पर पेड़ व उसके हिस्से गिरने की सूचना मिली। एमसीडी को ईस्ट पटेल नगर, आरके पुरम, तिहाड़ गांव, मंगलापुरी, जंगपुरा, लक्ष्मी नगर समेत अन्य इलाकों में जलभराव हुआ तो वहीं, विवेक विहार, शंकप रोड, साकेत, ईस्ट मोती बाग और सुल्तानपुरी समेत विभिन्न इलाकों में पेड़ या उसके हिस्से गिरे। एमसीडी के अनुसार शिकायतों पर समस्याओं के समाधान के लिए कर्मचारियों को लगाया गया इस पर कार्य किया गया।
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