जेएनयू परिसर के चारों ओर हिंदू सेना ने लगाया भगवा झंडा, कहा- किसी को दिक्कत तो छोड़ सकता है देश
देश-दुनिया के नामी शिक्षण संस्थानों में शुमार दिल्ली स्थित जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय एक बार फिर विवादों में है। शुक्रवार सुबह जेएनयू के बाहर भगवा झंडे देखे जाने का मामला सामने आया है। इसके साथ ही भगवा जेएनयू भी लिखा गया है।
By Jp YadavEdited By: Updated: Fri, 15 Apr 2022 12:18 PM (IST)
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय में रामन वमी के दिन नान वेज को लेकर शुरू हुआ विवाद अब भी जारी है। इस बीच शुक्रवार सुबह हिंदू सेना ने जेएनयू के बाहर भगवा झंडे लगवा दिए, इसके साथ ही एक पोस्टर भी लगाया है, जिस पर लिखा है 'भगवा जेएनयू'। इसके साथ ही दिल्ली पुलिस से हिंदू सेना की ओर से अपील की गई है कि वह भगवा झंडे हटाने में जल्दबाजी नहीं करे।
इस बाबत जानकारी सामने आ रही है कि हिंदू सेना के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सुजीत यादव के नेतृत्व में जेएनयू परिसर में झंडे और बोर्ड लगाए गए हैं। उनका कहना है कि जेएनयू कैंपस में लगातार भगवा और हिंदुत्व का अपमान किया जा रहा है, यह गलत है, हिंदुत्व हमारी संस्कृति है और भगवा हमारी संस्कृति का प्रतीक है।
हिंदू सेना के उपाध्यक्ष सुरजीत यादव ने जारी बयान में यह भी कहा है कि भगवा का अपमान विरोधियों द्वारा किया जाता रहा है। उन्होंने चेतावनी भरे अंदाज में कहा कि ये लोग सुधर जाएं। भगवा का अपना करने की कोशिश ना करें। हम आपका सम्मान करते हैं। प्रत्येक धर्म और विचार का सम्मान करते हैं, लेकिन जिस तरह से भगवा रंग का अपमान किया जा रहा है। उसे हिंदू सेना सहन नहीं करेगी।
सुजीत यादव का यह भी कहना है कि सुप्रीम कोर्ट भी कह चुका है कि हिंदू हमारी संस्कृति है और इसे बचाना हमारा कर्तव्य है। उन्होंने कहा कि अगर किसी को भारत की संस्कृति से दिक्कत है तो वह देश छोड़ सकता है।
इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली पुलिस को भी भगवा झंडा उतारने में इतनी जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए। क्योंकि भगवा आतंक का प्रतीक नहीं है कि इसे उतारने में पुलिस जल्दबाजी दिखा रही है। भगवा और हिंदुत्व की रक्षा करना हमारा अधिकार है।
यह है पूरा मामलाबता दें कि 17 अप्रैल को राम नवमी के दिन अखिल भारतीय विद्यार्थी छात्र संघ और लेफ्ट संगठनों के बीच नान वेज को लेकर तकरार हुई थी। मारपीट भी हुई, जिसमें कई छात्र घायल हुए। वहीं, शुक्रवार सुबह जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) परिसर के बाहर 'भगवा जेएनयू पोस्टर, के साथ भगवा झंडे भी देखे गए। वहीं, जेएनयू प्रशासन ने कहा कि परिसर में किसी भी तरह की हिंसा बर्दाश्त नहीं की जाएगी और छात्रों को ऐसी किसी भी घटना में शामिल होने की चेतावनी दी जो परिसर में शांति और सद्भाव को बिगाड़ती है।
वहीं, इससे पहले जेएनयू की नवनियुक्त कुलपति प्रोफेसर शांतिश्री धूलिपुडी पंडित ने बुधवार को कहा था कि जेएनयू एक राष्ट्रवादी संस्थान है, न कि "टुकड़े-टुकड़े" क्योंकि जनता की धारणा है।
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