Houses for sale in Delhi: 'यह घर बिकाऊ है' जानें- दिल्ली की 3 गलियों में घरों के बाहर क्यों लगे हैं पर्चे
Houses for sale in Delhi मोहनपुरी की तीन गलियों के लोगों ने अपने घरों के बाहर धर्म विशेष के डर से यह घर बिकाऊ है लिखकर पर्चे लगा रखे हैं।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। Houses for sale in Delhi: उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुए सांप्रदायिक दंगे की आग अभी तक ठंडी नहीं हुई है। इलाके के मोहनपुरी में कुछ हिंदू परिवार आज भी समुदाय विशेष के डर के साए में जीने को मजबूर हैं। यहां रहने वाले हिंदू परिवारों का कहना है कि समुदाय विशेष के लोगों ने दंगे के दौरान उनके घरों को जमकर नुकसान पहुंचाया। बाद में 16 लोगों को फर्जी तरीके से दंगे में शामिल होने के आरोप में फंसा दिया। ये सभी करीब चार महीने से जेल में बंद हैं।
पीड़ित महिला सिमरन ने बताया कि उनके पति संदीप करीब चार महीने से दंगे के झूठे आरोप में जेल में बंद हैं। उनके घर में वह अकेले कमाने वाले थे। पति के जेल में बंद होने के कारण उनके घर की आर्थिक स्थिति खराब हो चुकी है। साथ ही समुदाय विशेष के लोग यह कहकर डराते हैं कि आपके पति को दंगे में फंसा दिया है। अब आप अपना घर भी बेच दो हम खरीद लेंगे और यहां से चले जाओ।
वहीं, प्रतिमा मिश्रा ने बताया कि दंगे के दौरान समुदाय विशेष के लोगों ने उनके होटल में आग लगा दी थी, जिससे उनके कमाने का जरिया खत्म हो गया। वहीं अब बेटी की नौकरी भी छूट गई है। साथ ही पति हरिओम मिश्रा को भी पुलिस ने दंगे में शामिल होने के आरोप में जेल भेज दिया है। इसके अलावा समुदाय विशेष के लोगों द्वारा घर से निकलने पर भी टीका-टिप्पणी की जाती है। इससे उनका जीना मुश्किल हो गया है। वहीं, एक अन्य महिला ने बताया कि उनके पति भी दंगे के आरोप में जेल में बंद हैं। चार महीने से कोरोना के कारण जेल में भी उनसे मुलाकात नहीं हुई है।
तीन गलियों में घरों के बाहर लगे हैं पर्चे
मोहनपुरी की तीन गलियों के लोगों ने अपने घरों के बाहर 'धर्म विशेष के डर से यह घर बिकाऊ है' लिखकर पर्चे लगा रखे हैं। लोगों का कहना है कि इन समुदाय विशेष के डर से हम अपने परिवार और बहू बेटियों की इज्जत बचाने के लिए घर बेचने के लिए मजबूर हो रहे हैं। अगर हमारी सुरक्षा की व्यवस्था नहीं की गई तो हम सभी लोग यहां से जल्दी ही पलायन कर जाएंगे। बता दें कि मोहनपुरी इलाके के आस-पास नूर ए इलाही सहित कई इलाकों में समुदाय विशेष के लोग बड़ी संख्या में रहते हैं। इनके डर से इलाके के हिंदू परिवारों में दहशत का माहौल है।