Budget 2024: दिल्ली में कामकाजी महिलाओं के लिए बनाया जाएगा आवास, महिला सशक्तिकरण को मिलेगा बढ़ावा
राजधानी दिल्ली में अब काम करने वाली महिलाओं को के लिए अच्छी खबर है। अब उन सभी कामकाजी महिलाओंके लिए छात्रावास स्थापित किए जाएंगे। इसके पीछे का कारण महिला श्रम बल में इनकी भागीदारी दर बढ़ी है। 2017-18 में 23.3 प्रतिशत थी। जो 2022-23 में बढ़कर 37 प्रतिशत तक हो गई। दिल्ली में इस समय फिलहाल 16 महिला छात्रावास हैं।
महिलाओं को सस्ता और सुरक्षित आवास ढूंढने में रहती है समस्या
23.3 प्रतिशत से बढ़कर 2022-23 में हुई 37 प्रतिशत
कई मामलों में इसके चलते वो अपने गृह क्षेत्र से दूर नौकरी करने में कतराती हैं। बीते वर्षों के आंकड़ों को देखे तो देश में महिला श्रम बल भागीदारी दर पिछले छह वर्षों से बढ़ रही है, जो 2017-18 के 23.3 प्रतिशत से बढ़कर 2022-23 में 37 प्रतिशत हो गई है। इसलिए सरकार ने कामकाजी महिलाओं को बिना किसी समस्या के देश के किसी भी जिले में कामकाज के लिए प्रोत्साहित करने के लिए कामकाजी महिला छात्रावास स्थापित करने का निर्णय लिया है।यह भी पढ़ें: आफत बनी बारिश: नोएडा-गुरुग्राम में डूबी सड़कें, हाईवे पर लगा चक्का जाम; वीडियो-तस्वीरों में देखें हालमैं उत्तर प्रदेश की रहने वाली हूं। दिल्ली में एक बैंक में नौकरी करती हूं। यहां आने से पहले मैंने कई छात्रावास देखे तो तंग गलियों में थे और सुरक्षा के लिहाज से भी सही नहीं थे। कमरे भी बहुत ही छोटे होते थे। बाद में मुझे एनडीएमसी के कामकाजी महिला छात्रावास की जानकारी मिली तो यहां रहने आ गई। यहां बहुत सारी सुविधाएं है, काफी बड़े कमरे हैं। मुख्य द्वार पर ही सुरक्षा गार्ड है। अकेली कामकाजी महिला के लिए दिल्ली में इस तरह के छात्रावास बहुत अच्छे हैं। - अमरीन नाज