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पत्नी की हथेली काटने वाले पति ने पलवल में पेड़ से फंदा लगाकर दी जान, केस दर्ज

मृतक की पहचान उत्तर प्रदेश के कानपुर के आशा नगर के सतीश के रूप में हुई है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए रखवा दिया है। उधर पलवल संवाददाता के अनुसार कानपुर के आशा नगर के रहने वाले नयन सिंह ने शिकायत दी है कि उसके बेटे सतीश को उसकी पत्नी वंदना कुशवाहा लगातार प्रताड़ित करती थी। वंदना का प्रेमी पिता आदि सतीश को प्रताड़ित करते थे।

By Jagran NewsEdited By: Mohammad SameerUpdated: Sat, 23 Sep 2023 06:26 AM (IST)
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पत्नी की हथेली काटने वाले पति ने पलवल में पेड़ से फंदा लगाकर दी जान (प्रतीकात्मक फोटो)
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली: सीआरपीएफ में कांस्टेबल पद पर तैनात महिला की हथेली काटने के आरोपित पति ने घटना के 28 दिन बाद हरियाणा के पलवल में आत्महत्या कर ली है। मृतक की पहचान उत्तर प्रदेश के कानपुर के आशा नगर के सतीश के रूप में हुई है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए रखवा दिया है।

पुलिस को दी शिकायत में सीआरपीएफ की 240 बटालियन में तैनात कानपुर के आशा नगर गल्ला मंडी की वंदना कुशवाहा ने बताया कि वह 25 अगस्त को परीक्षा देने के लिए पति सतीश के साथ दिल्ली आई थी। परीक्षा देने के बाद वह आदर्श नगर थाना क्षेत्र के न्यू मयूर होटल में आराम करने गई। होटल के कमरे में पति सतीश कुमार ने जूस लाकर पिलाया था। जूस पीने के बाद वंदना को नींद आ गई थी।

कुछ देर बाद सतीश ने वंदना के हाथ बांध दिए व मुंह पर टेप लगा दिया। उसकी हथेली काट दी। इसके बाद वंदना बेहोश हो गई। पुलिस कर्मी जब कमरे में पहुंचे तो महिला को होश आया। महिला के हाथ बंधे हुए थे व मुंह पर टेप लगे हुए थे। पुलिस वंदना को सफदरजंग अस्पताल लेकर गई थी, जहां उनकी हथेली जोड़ी गई थी। पुलिस से बचने के लिए सतीश ठिकाने बदल रहा था।

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गुरुवार को पलवल की सदर थाना पुलिस को पेड़ से युवक के फंदा लगाकर लटके होने की जानकारी मिली थी। बाद में उसकी शिनाख्त सतीश के रूप में हुई।

पत्नी समेत दस के खिलाफ केस दर्ज

उधर, पलवल संवाददाता के अनुसार, कानपुर के आशा नगर के रहने वाले नयन सिंह ने शिकायत दी है कि उसके बेटे सतीश को उसकी पत्नी वंदना कुशवाहा लगातार प्रताड़ित करती थी। वंदना का प्रेमी एसआअ संदीप, पिता प्रकाश, माता ज्ञानवती, भाई कुलदीप, भाई संदीप, जीजा नीरज, बहन अर्चना, मामा कामता, नाना सतीश को प्रताड़ित करते थे और उससे पैसे उगाहते थे।

वंदना सतीश से प्लाट अपने नाम कराने की मांग करती थी। वंदना कानपुर में उसके बेटे सतीश व पूरे परिवार को झूठे मुकदमे में फंसा चुकी है, जो मामला कोर्ट में विचाराधीन है। शिकायतकर्ता के अनुसार 25 अगस्त को वंदना षड्यंत्र से सतीश को दिल्ली ले गई और कहा कि वह समझौता कर लेगी। वंदना सतीश को दिल्ली के मयूर होटल ले गई, वहां सतीश को खाने में नशीला पदार्थ खिला दिया।

वंदना ने अपने मायके वालों की मदद से सतीश को मरा समझकर फेंक दिया। उसके बाद सतीश को होश आया और उसने फोन पर पूरी आपबीती बताई। तब तक वंदना दिल्ली के आदर्श नगर थाने में मुकदमा दर्ज करवा चुकी थी, जिस कारण वह डर गए। इसी कारण वह वंदना कुशवाहा और उसके स्वजन के खिलाफ कोई मुकदमा दर्ज नहीं करवा पाए।

अब उन्हें पुलिस के द्वारा सूचना प्राप्त हुई है कि सतीश का शव पलवल के सदर थाना में पाया गया है। शिकायतकर्ता के अनुसार उक्त लोगों की प्रताड़ना से तंग आकर उसके पुत्र ने आत्महत्या की है। वह पलवल पहुंचे और 22 सितंबर की शाम को अपनी शिकायत पुलिस में दी है।

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