मुश्किलों से डोल रहा हो आत्मविश्वास तो पढ़िये- किशन लाल के संघर्ष की कहानी
कुछ साल पहले किशन लाल का रोहिणी इलाके के बुध विहार में अपना मकान और सब्जी की दुकान थी । सब कुछ ठीक चल रहा था। फिर अचानक सबकुछ बर्बाद हो गया और वे सड़क पर आ गए।
By JP YadavEdited By: Updated: Thu, 05 Nov 2020 10:44 AM (IST)
नई दिल्ली [धनंजय मिश्रा]। आर्थिक तंगी की समस्या कई बार लोगों को जीने और मरने के बीच लाकर खड़ा कर देती है। कई लोग हिम्मत दिखा कर समस्या का मुकाबला करते हैं तो कई लोग समस्या के आगे घुटने टेक देते हैं, लेकिन 70 वर्षीय किशन लाल विकट आर्थिक समस्या का सामना कर जीवन को एक सकारात्मक गति देने में लगे हैं। परिवार की आर्थिक जरूरतों को पूरा करने के लिए वृद्धावस्था में वह साइकिल से बाहरी दिल्ली इलाके की सड़कों के किनारे कचौड़ी बेचते हैं। उनका कहना है कि जीवन में समस्याएं तो आएंगी, तो क्या हम इन समस्याओं से हार मान लें।
कुछ साल पहले किशन लाल का रोहिणी इलाके के बुध विहार में अपना मकान और सब्जी की दुकान थी । सब कुछ ठीक चल रहा था। दुकान से अच्छी आमदनी हो रही थी। इस बीच किशन लाल के बच्चों के कारोबार में हुए नुकसान की भरपाई में जीवन भर की सारी कमाई लगा दी। फिर नुकसान पूरा न हुआ तो मकान और दुकान के साथ सबुकछ बिक गया। उन्हें लाखों रुपये कर्ज भी लेने पड़े। हालात ऐसे हो गए कि परिवार के सामने खाने तक के लाले पड़ गए। इन सब समस्याओं के बावजूद किशन लाल पीछे नहीं हटे। आज वह बुराड़ी इलाके में किराये के मकान में रह रहे हैं। उनके तीन बच्चे मजदूरी कर रहे हैं। वह खुद साइकिल से कचौड़ी बेच कर परिवार की आर्थिक जरूरतों को पूरा करने में लगे हैं।
लॉकडाउन में भी नहीं हारे हिम्मत
कोरोना संक्रमण के कारण करीब पांच माह तक लागू किए गए लॉकडाउन का समय किशन लाल के लिए बेहद कठिन गुजरा, लेकिन उन्हाेंने डटकर सामना किया। उन्होंने किसी तरह लोगाें की मदद से लॉकडाउन के समय को व्यतीत किया । उन्होंने बताया कि परिवार में पोते पोतियों का भविष्य आर्थिक समस्या के कारण न खराब हो इसके लिए वे दिन भर साइकिल पर कचौड़ी बेचते हैं। इससे उनको रोजाना करीब दो से ढाई सौ रुपये की आमदनी हो जाती है। इन रुपयों से वे अपने परिवार की दैनिक जरूरतें पूरी करते हैं। उनका कहना है कि जब तक शरीर साथ देगा तब तक परिवार की हर संभव जरूरतों काे पूरा करने में लगे रहेंगे।Coronavirus: निश्चिंत रहें पूरी तरह सुरक्षित है आपका अखबार, पढ़ें- विशेषज्ञों की राय व देखें- वीडियो
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