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IMD Weather Update: किसानों के लिए बड़ी खुशखबरी! अब गांव-गांव के लोगों को मिलेगा मौसम का अपडेट

IMD Weather Update आईएमडी की कोशिश देश के हर गांव में कम से कम पांच किसानों से जुड़ना और उन्हें गंभीर मौसम की चेतावनी के अलावा अधिकतम एवं न्यूनतम तापमान आर्द्रता और हवा की गति जैसे सभी मौसम पैरामीटर प्रदान करना है। शहर जिला व ब्लॉक के बाद मौसम विभाग (आईएमडी) अब पंचायत स्तर पर भी मौसम पूर्वानुमान जारी करेगा।

By sanjeev Gupta Edited By: Shyamji Tiwari Updated: Fri, 12 Jan 2024 10:11 PM (IST)
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अब गांव-गांव के लोगों को मिलेगा मौसम का अपडेट
संजीव गुप्ता, नई दिल्ली। शहर, जिला व ब्लॉक के बाद मौसम विभाग (आईएमडी) अब पंचायत स्तर पर भी मौसम पूर्वानुमान जारी करेगा। अगले सप्ताह से शुरू होने वाला यह पूर्वानुमान विशेष रूप से छोटे किसानों को खेती की बेहतर योजना बनाने और चरम मौसमी घटनाओं से होने वाला नुकसान कम करने में मददगार साबित होगा।

किसानों से जुड़ने की है कोशिश

इस नई पंचायत मौसम सेवा के माध्यम से आईएमडी की कोशिश देश के हर गांव में कम से कम पांच किसानों से जुड़ना और उन्हें गंभीर मौसम की चेतावनी के अलावा अधिकतम एवं न्यूनतम तापमान, आर्द्रता और हवा की गति जैसे सभी मौसम पैरामीटर प्रदान करना है। विशेष बात यह कि उक्त पूर्वानुमान अंग्रेजी एवं हिंदी के अलावा 12 भारतीय भाषाओं में उपलब्ध होगा।

सोमवार को लॉन्च होगी पंचायत मौसम सेवा

पंचायत मौसम सेवा सोमवार को विज्ञान भवन में उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ लॉन्च करेंगे। मालूम हो कि यह उस समारोह में होगा, जिसमें आइएमडी अपनी 150 वीं वर्षगांठ मनाने के लिए वर्ष भर चलने वाले कार्यक्रमों की शुरुआत करेगा। जागरण से बातचीत में आईएमडी के महानिदेशक डॉ. मृत्यंजय महापात्रा ने कहा कि वर्तमान में आइएमडी कृषि संबंधी मौसम पूर्वानुमानों को ब्लॉक स्तर पर प्रसारित करने में मदद कर रहा है।

अब, हम एक कदम आगे बढ़ कर पंचायत स्तर तक पहुंच रहे हैं। उन्होंने कहा कि मौसम विभाग वर्षा आधारित इलाकों में कृषि पर निर्भर छोटे किसानों के नुकसान को कम करना प्राथमिकता मानता है। एक अध्ययन का हवाला देते हुए, महापात्रा ने कहा कि यदि वर्षा आधारित क्षेत्रों में एक छोटा किसान मौसम पूर्वानुमान का उपयोग करता है और उसके अनुसार कार्य करता है, तो उसे 12,500 रुपये का फायदा होता है।

उन्होंने कहा, "हम तीन करोड़ किसानों तक पहुंच चुके हैं और इसका लाभ कुल मिलाकर 13,300 करोड़ रुपये हो जाता है। अगर हम देश के सभी 10 करोड़ किसानों तक पहुंच सकें तो जीडीपी लाभ की कल्पना करें।" उन्होंने कहा, "भारत की तकनीकी क्षमता पिछले कुछ वर्षों में बढ़ी है। हमारे पास नए माडल हैं जो पहले उपलब्ध नहीं थे। माडलिंग और पूर्वानुमान क्षमताओं, अवलोकन, संचार और चेतावनी प्रसार के मामले में जबरदस्त सुधार हुआ है।"

शादियों के लिए मिलेगी मौसम की जानकारी

महापात्रा ने कहा कि आईएमडी के पास अब स्वचालित मौसम स्टेशनों, उपग्रहों, राडार से डेटा तक पहुंच है और पूर्वानुमान के लिए अपने अवलोकन नेटवर्क का उपयोग करने के लिए राज्य सरकारों के साथ सहयोग है। उन्होंने कहा कि आईएमडी अपने मौसम पूर्वानुमानों के माध्यम से बिजली, स्वास्थ्य, परिवहन व कृषि क्षेत्रों में नुकसान को कम करने में सक्षम है। 

महापात्रा ने कहा, "हम चाहते हैं कि लोग निर्माण कार्य शुरू करने से पहले या यहां तक कि शादियों के लिए भी मौसम और जलवायु संबंधी जानकारी का उपयोग करें।" इसीलिए आइएमडी रडार, स्वचालित मौसम स्टेशनों एवं वर्षा गोज की संख्या बढ़ा रहा है। साथ ही अपने अवलोकन नेटवर्क को बेहतर बनाने के लिए राज्य सरकारों व राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण जैसी एजेंसियों के साथ सहयोग कर रहा है।

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