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सावधान! दिल्ली में गाड़ियों पर धड़ाधड़ हो रहे एक्शन, एक लाख से ज्यादा वाहनों का कटा मोटा चालान

Delhi Traffic Challan दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए ट्रैफिक पुलिस लगातार एक्शन ले रही है। बिना PUC सर्टिफिकेट वाहन चलाने वाले एक लाख से अधिक चालकों का चालान किया गया है। इसके अलावा नौ एंट्री में वाहन चलाने वाले और बिना ढके बड़े वाहनों में मटेरियल भर कर ले जाने वाले वाहन चालकों के खिलाफ भी कार्रवाई की गई।

By mohammed saqib Edited By: Monu Kumar Jha Updated: Wed, 06 Nov 2024 08:37 PM (IST)
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Delhi Challan: बिना पीयूसी सर्टिफिकेट वाहन चलाकों पर कार्रवाई। फाइल फोटो
मोहम्मद साकिब, नई दिल्ली। दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण की समस्या को ध्यान में रखते हुए यातायात पुलिसकर्मियों ने भी सख्ती दिखाई है। पिछले एक महीने में यातायात पुलिसकर्मियों ने 1,03,662 से अधिक बिना पीयूसी सर्टिफिकेट के गाड़ी चलाने वालों के चालान किए हैं। इनमें दो पहिया और चार पहिया वाहन चालक शामिल हैं।

इनमें 15 हजार से अधिक चालान मध्य जिले और उत्तरी जिले में किए गए हैं। इसके अलावा, पुलिस ने वैधता पूरी हो चके करीब चार हजार पेट्रोल व डीजल वाहनों को सीधे स्क्रैप के लिए भेजा है। यातायात पुलिसकर्मियों ने प्रदूषण की समस्या को गंभीरता से लिया है।

सड़कों पर मुस्तैदी बढ़ाते हुए पुलिसकर्मी नौ एंट्री में वाहन चलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई, बिना ढके बड़े वाहनों में मटेरियल भर कर ले जाने वाले वाहन चालकों के खिलाफ भी कार्रवाई की जा रही है। अभियान के तहत दो पहिया और चार पहिया वाहनों की जांच की जा रही है।

मध्य व उत्तरी जिले के यातायात उपायुक्त सौरभ चंद्रा ने बताया कि दिल्ली में गाड़ियों की संख्या लगातर बढ़ रही है, जिसकी वजह से प्रदूषण भी बढ़ रहा है। दिल्ली यातायात पुलिस द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों की मानें तो अक्टूबर महीने में एक विशेष अभियान चलाया गया।

जिसके तहत ये चालान किए गए हैं। उन्होंने बताया कि हमारा प्रयास है कि सड़कों पर जाम की समस्या को खत्म किया जाए क्योंकि जाम लगने से वाहनों की रफ्तार थम जाती है और गाड़ियों से निकलने वाला प्रदूषण हवा में फैलकर स्वास्थ्य पर गंभीर परिणाम पैदा करता है। उनके अनुसार, अगर सड़कें जाम फ्री रहेंगी तो प्रदूषण का स्तर भी कम रहेगा।

कहां कितने हुए चालान

मध्य और उत्तरी जिले में एक अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक करीब 33,186 गाड़ियों के चालान इसलिए काटे गये क्योंकि चालकों को प्रदूषण या समाप्त हो चुके पीयूसी प्रमाणपत्र के बिना पकड़ा गया। आंकड़ों के मुताबिक, इन चालानों की संख्या में भारी परिवहन वाहनों सहित सभी प्रकार के वाहनों शामिल हैं।

इसके अलावा इसी अवधि में दस साल की वैधता पूरी कर चुके लगभग 363 डीजल वाहनों को सीधे तौर पर स्क्रैप के लिए भेजा गया। वहीं, बिना ढके मटेरियल जैसे रेता, बदरपुर, सीमेंट आदि ले जा रहे 89 वाहनों के चालान किए गए और नौ एंट्री में वाहन चलाने वाले 36,765 से अधिक वाहन चालकों के चालान किए गए।

अक्टूबर माह में किस क्षेत्र में अधिक काटे गए चालान

क्षेत्र  पीयूसीसी वैधता पूरी कर चुके डीजल वाहन बिना ढके मटेरियल ले जा रहे वाहन नो एंट्री
कोतवाली 1589 43 02 505
सिविल लाइंस 3634 14 30 643
तिमारपुर 1641 07

04

73
सदर बाजार 1599 48 02 211
कमला मार्केट 1943 38 06 213
दरिया गंज 1999 50 03 136
पहाड़गंज 1476 47 22 112
करोल बाग 1859 88 08 1582
दिल्ली में प्रदूषण इस समय सबसे बड़ी समस्या बनी हुई है। हमने विशेष अभियान चलाते हुए सभी यातायात पुलिसकर्मियाें को निर्देश दिया गया है कि वाहनों की जांच सख्ती से की जाए और जो भी नियमों की अनदेखी कर रहा है उसके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। - सौरभ चंद्रा, यातायात उपायुक्त मध्य व उत्तरी जिला

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