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तनाव दूर करना है तो अपनाइए 3 हजार साल पुरानी सिंसिंग बॉल्स थेरेपी

Delhi Trade Fair 2019 तीन हजार वर्ष पुरानी सिंसिंग बॉल्स थैरेपी के माध्यम से दर्द व तनाव को कम करने में सहायता मिल सकती है।

By Mangal YadavEdited By: Updated: Sun, 24 Nov 2019 09:25 AM (IST)
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तनाव दूर करना है तो अपनाइए 3 हजार साल पुरानी सिंसिंग बॉल्स थेरेपी
नई दिल्ली [किशन कुमार]। यदि जीवन में तनाव व दर्द को कम करना है, तो आप हॉल नंबर 11 के नेपाल के पंडाल का रुख कर सकते हैं। जहां आपको तीन हजार वर्ष पुरानी सिंसिंग बॉल्स थैरेपी के माध्यम से दर्द व तनाव को कम करने में सहायता मिल सकती है। यही वजह है कि वर्षों पुरानी इस पद्धति को देखने के लिए इन दिनों अंतरराष्ट्रीय हॉल के इस पंडाल पर जाकर लोगों के कदम ठहर जा रहे हैं।

इस पद्धति में सात धातुओं से बने कटोरों का इस्तेमाल किया जाता है। जिसमें सोना, चांदी, मर्करी, तांबा, लोहा, टिन व लैड का इस्तेमाल किया गया है। ध्वनि थैरेपिस्ट किशोर लोहानी ने कहा कि इन सात धातुओं का इस्तेमाल सात ग्रहों के तौर पर किया गया है। इसकी खास बात यह है कि आपके शरीर में कही भी दर्द हो, इस पद्धति के माध्यम से आपको आराम मिल सकती है।

ऐसे किया जाता है उपचार

थेरेपिस्ट किशोर ने बताया कि इस थेरेपी के लिए आपको शांत माहौल की आवश्यकता होती है। ऐसे में यदि तनाव, बैचेनी, सिरदर्द, कमरदर्द व घुटनों का दर्द है, तो यह आपका दर्द कम करने में सहायक होगा। यदि आपके सिर में दर्द है, तो कटोरे को सिर पर रखकर लंबी व गहरी श्वसन प्रक्रिया करनी होती है। जिसके बाद कटोरे पर एक डंडी से मारा जाता है।

इससे कटोरे में तरंगें पैदा होती हैं, जो आपके दिमाग को आराम देने का काम करती हैं। इसी प्रकार शरीर के किसी भी अंग में दर्द है, तो कटोरे को उस अंग पर रखकर इसी प्रक्रिया को दोहराना होता है। जिससे निकलने वाली ध्वनि तरंगें आपके शरीर के दर्द को कम करने का काम करती हैं।

एक हजार से अधिक तरीकों से किया जाता है इलाज

थेरेपिस्ट ने बताया कि इलाज के लिए एक हजार से अधिक तरीकों का इस्तेमाल किया जाता है। जिसमें शरीर में सकारात्मक ऊर्जा के प्रवाह को बढ़ाने के साथ-साथ विभिन्न प्रकार के दर्द को दूर किया जाता है। इन कटोरों के दाम की बात करें तो इनके दाम तीन हजार से लेकर 50 हजार रुपये तक हैं।

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