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Delhi Trade Fair 2022: प्रगति मैदान में 14 नवंबर से लगेगा ट्रेड फेयर, नोट करें टिकट की कीमत और टाइमिंग

India International Trade Fair 2022 दिल्ली के प्रगति मैदान में लगने वाला 41वां भारतीय अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला आजादी के अमृत महोत्सव की झलक दिखाएगा। यह 14 नवंबर से 27 नवंबर तक चलेगा। मेले की थीम वोकल फार लोकल लोकल टू ग्लोबल होगी।

By sanjeev GuptaEdited By: Abhishek TiwariUpdated: Wed, 09 Nov 2022 08:42 AM (IST)
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Delhi Trade Fair 2022: प्रगति मैदान में 14 नवंबर से लगेगा ट्रेड फेयर
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दिल्ली के प्रगति मैदान में 14 नवंबर से शुरू होने जा रहा 41वां भारतीय अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला (आइआइटीएफ) 2022 कई मायनों में खास होगा। 27 नवंबर तक चलने वाले इस मेले का थीम इस बार ''वोकल फार लोकल, लोकल टू ग्लोबल'' रखी गई है। मेले का क्षेत्रफल 1979 के बाद यानी 40 सालों का सबसे ज्यादा रहेगा।

मेले में पहली बार भाग ले रहा लद्दाख

मेले के प्रवेश टिकट और पार्किंग शुल्क को लेकर कोई बदलाव नहीं किया गया है। सुरंग सड़क शुरू हो जाने से इस बार प्रगति मैदान के भीतर भी पार्किंग की जगह मिल सकेगी। खास बात यह भी कि देश आजादी की 75वीं वर्षगांठ मना रहा है तो इसकी झलक अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले में भी जरूर देखने को मिलेगी।

भारतीय व्यापार संवर्धन संगठन (आइटीपीओ) ही नहीं, राज्य सरकारों और केंद्र सरकार के मंत्रालयों द्वारा भी इसके मद्देनजर अपनी अपनी उपलब्धियों को शो- केस किया जाएगा। केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद लद्दाख मेले में पहली बार भाग ले रहा है।

देश-विदेश के पवेलियन, स्टाल आदि के लिए करीब 73 हजार वर्ग मीटर का क्षेत्रफल रिजर्व रखा गया है। पिछले साल 65 हजार वर्ग मीटर क्षेत्रफल में मेला लगा था। उसमें नेट एरिया 27 हजार वर्ग मीटर था। इस बार नेट एरिया भी करीब 33 हजार वर्ग मीटर निर्धारित किया गया है।

तीन पार्टनर और दो फोकस स्टेट

व्यापार मेले का ''पार्टनर स्टेट'' बनना सम्मान की बात माना जाता है। इस बार पार्टनर स्टेट बिहार, झारखंड और महाराष्ट्र हैं। इन तीनों ने पार्टनर स्टेट बनने का आवेदन किया था। इसी प्रकार ''फोकस स्टेट'' बनने के लिए यूपी और केरल ने आवेदन किया था। उन दोनों को फेयर का फोकस स्टेट बनाया गया है।

29 स्टेट और यूटी ले रहे भाग

जेएंडके सहित 29 राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों के आवेदन व औपचारिकताएं आइटीपीओ को मिल चुकी है। इनमें लद्दाख, हिमाचल, पंजाब, चंडीगढ़, दिल्ली, हरियाणा, यूपी, उत्तराखंड, राजस्थान, झारखंड, बिहार, छत्तीसगढ़, गुजरात, एमपी, महाराष्ट्र, पांडिचेरी, असम, तमिलनाडु, उड़ीसा, कर्नाटक, पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा, कर्नाटक, मिजोरम, नागालैंड और सिक्किम शामिल हैं।

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अधिक क्षेत्र का मांग

इस बार लगभग सभी राज्य बड़ी तैयारी के साथ व्यापार मेले में भाग लेंगे। इस कारण उन राज्यों ने पिछले साल के मुकाबले इस बार 30 से 40 प्रतिशत अधिक क्षेत्र की मांग की है। उनकी मांग को पूरा किया जा रहा है। यूपी को सबसे अधिक दो हजार वर्ग मीटर का क्षेत्र दिया गया है। इसके बाद महाराष्ट्र और बिहार को एक-एक हजार वर्ग मीटर, उत्तराखंड को 800 और कर्नाटक को 700 वर्ग मीटर जगह मिल रही है।

राज्यों के लिए इस बार कुल 12 हजार वर्ग मीटर का क्षेत्र रिजर्व रखा गया है। इसी प्रकार विभिन्न केंद्रीय मंत्रालय अपने पवेलियन आदि के लिए अधिक जगह की मांग कर रहे थे। उन मंत्रालयों में स्टील, पावर, हेल्थ, एक्साइज, कॉमर्स और फाइनेंस आदि प्रमुखता से शामिल हैं। उनके लिए भी पिछले साल की तुलना में इस बार अधिक जगह की व्यवस्था की गई है। केंद्रीय मंत्रालयों के लिए करीब 15 हजार वर्ग मीटर क्षेत्रफल की जगह तय की गई है।

विदेशों की भागीदारी

अभी तक आइटीपीओ ने नौ देशों की कंपनियों की मेले में भागीदारी पर मोहर लगाई है। इनमें टर्की, बहरीन, बेलारूस, थाईलैंड, यूके, अफगानिस्तान, यूएई, नेपाल और बांग्लादेश शामिल हैं। अफगानिस्तान को सबसे बड़ा एरिया दिया जा रहा है। अफगानिस्तान की कंपनियों की मांग के अनुसार उन्हें 240 वर्ग मीटर क्षेत्रफल दिया जा रहा है।

व्यापार मेले की टाइमिंग

व्यापार मेले का समय पहले की तरह सुबह 10 बजे से शाम 7:30 बजे रहेगा। प्रवेश टिकट शाम 4:30 बजे तक ही मिलेंगे।

चीन ने दायरा सिकोड़ा

इस बार मेले में चीन की भागीदारी बेहद सीमित रहेगी। चीन की कंपनियों के अधिकारी व प्रतिनिधि मेले में नहीं आ रहा है। चीन की कंपनियां फेयर में व्यापारियों से हाइब्रिड मोड पर बी2बी आधार पर आनलाइन मीटिंग करेंगी। यानी बिजनेसमैन के लिए फेयर के शुरुआती पांच दिन ही चीन की कंपनियां सक्रिय रहेगी। आम दर्शकों के लिए मेला शुरू होने पर उनका आनलाइन मीटिंग प्रोग्राम भी बंद हो जाएगा।

लद्दाख की सांस्कृतिक झलक

31 अक्टूबर 2019 को केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद लद्दाख को मेले में भाग लेने के लिए आइटीपीओ ने इस बार विशेष तौर पर आमंत्रित किया था। उत्तर में काराकोरम पर्वत और दक्षिण में हिमालय पर्वत के बीच स्थित लद्दाख व्यापार मेले में अपनी सांस्कृतिक झलक पेश करेगा। लद्दाख की सांस्कृतिक झलक लोगों के आकर्षण के केंद्र रहने की संभावना है।

व्यापार मेले की टिकट दर

दिन                                                   बिजनेस डे    नॉन बिजनेस डे

वीकेंड और गजेटिड हॉलिडे (वयस्क) --        500 रु. ---- 150 रु.

नॉन वीकेंड डे (व्यस्क) ---------------             500 रु. --- 80 रु.

वीकेंड और गजेटिड होलिडे (बच्चा) --------    200 रु. --- 60 रु.

नॉन वीकेंड डे (बच्चा) ------------                  150 रु. --- 40 रु.

सीजन टिकट सभी पांच बिजनेस डे ------      1800 रु.      1800 रु

सीजन टिकट सभी नौ नान बिजनेस डे     --- 1800 रु.       1800 रु

सीजन टिकट सभी 14 दिन के लिए       ----- 2,000 रु.      2,000 रु

नोट- सीनियर सिटीजन और दिव्यांग व्यक्तियों के लिए सभी दिन प्रवेश फ्री रहेगा। उन्हें टिकट नहीं खरीदनी पड़ेगी।

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