Move to Jagran APP

विभिन्न देशों में युद्ध और विवादों से मुश्किल में पर्यटन उद्योग, Israel से हर वर्ष कितने पर्यटक आते हैं भारत?

पर्यटन उद्योग से जुड़े लोगों के अनुसार कोरोना काल में यह उद्योग सीधे जमीन पर आ गया था। अब कुछ वर्षों में यह उठने की जुगत में है। देश का पर्यटन उद्योग पहले से ही रूस-यूक्रेन युद्ध तथा खालिस्तानी आतंकी की हत्या को लेकर कनाडा के साथ बिगड़े रिश्ते से मुश्किल में है। अब इजराइल-हमास युद्ध ने संकट और बढ़ा दी है।

By Nimish HemantEdited By: Abhishek TiwariUpdated: Thu, 12 Oct 2023 06:44 PM (IST)
Hero Image
विभिन्न देशों में युद्ध और विवादों से मुश्किल में भारत का पर्यटन उद्योग
नेमिष हेमंत, नई दिल्ली। आतंकी संगठन हमास द्वारा इजराइल पर किए गए हमले के बाद से भारत समेत पूरे विश्व से इजराइली स्वदेश लौट रहे हैं। ताकि वह जंग के मैदान में हमास के आतंकियों का मुंह तोड़ जवाब दे सके।

इसके लिए उत्तर भारत के विभिन्न राज्यों में मौजूद इजराइली पर्यटक दिल्ली इकट्ठा होने के बाद स्वदेश की ओर बढ़ रहे हैं। ये नेपाल व श्रीलंका समेत अन्य देशों से इजराइल पहुंचने की कोशिश में हैं, क्योंकि भारत से उनके देश के लिए सीधे हवाई सेवा उपलब्ध नहीं है।

इजराइल-हमास युद्ध का कितना असर?

वैसे, अचानक आए इस युद्ध संकट से देश के पर्यटन उद्योग की मुश्किलों को और बढ़ा दिया है, क्योंकि यह पर्यटन का मौसम है और इजराइल से प्रतिवर्ष 70 हजार से अधिक पर्यटक भारत आते हैं।

देश का पर्यटन उद्योग पहले से ही रूस-यूक्रेन युद्ध तथा खालिस्तानी आतंकी की हत्या को लेकर कनाडा के साथ बिगड़े रिश्ते से मुश्किल में है। अब इजराइल-हमास युद्ध ने संकट और बढ़ा दी है।

पर्यटन उद्योग से जुड़े लोगों के अनुसार कोरोना काल में यह उद्योग सीधे जमीन पर आ गया था। अब कुछ वर्षों में यह उठने की जुगत में है। अभी भी कोरोना पूर्व की स्थिति में पर्यटक उद्योग नहीं पहुंचा है कि अब युद्ध और विवादों ने उम्मीदों को धक्का पहुंचाया है।

कनाडा से कितने पर्यटक आते हैं भारत?

पर्यटन मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार प्रतिवर्ष रूस से ढाई लाख तथा यूक्रेन से 29 हजार से अधिक पर्यटक भारत आते थे। इसी तरह कनाडा से आने वाले पर्यटकों की संख्या भी साढ़े तीन लाख से अधिक है।

इन देशों समेत इजराइल से भारत में प्रति वर्ष सात लाख से अधिक पर्यटक आते हैं। इनमें बड़ी संख्या भारतवंशियों की भी है। पर्यटन मंत्रालय की वार्षिक रिपोर्ट 2022-23 के अनुसार वर्ष 2022 में कुल 61 लाख 91 हजार विदेशी पर्यटक भारत आए थे।

Also Read-

युद्ध और विवादों से पर्यटन उद्योग को बड़ी चोट, इजरायल-रूस समेत इन चार देशों से भारत आते हैं लाखों पर्यटक; अब हो रही मुश्किल

इस तरह प्रभावित देशों के पर्यटकों की भागेदारी करीब 10 प्रतिशत है। जबकि, कोरोना पूर्व देश में आने वाले विदेशी पर्यटकों की संख्या एक करोड़ से अधिक थी।

अभी भी पर्यटन उद्योग कोरोना पूर्व की स्थिति में नहीं लौटा है। हमारी कोशिश थी कि अगले वर्ष तक इस लक्ष्य को वापस पा लें, लेकिन अभी लगता है कि इसमें कुछ वर्ष और लग सकते हैं। उनके अनुसार रूस से पर्यटक आ रहे हैं, लेकिन यूक्रेन व कनाडा के साथ अब यूक्रेन के मोर्चे पर मुश्किलें हैं।

राजीव मेहरा, अध्यक्ष , इंडियन एसोसिएशन आफ टूर आपरेटर्स 

इजराइली पर्यटकों से खाली हो रहा पहाड़गंज

पहाड़गंज इजराइल पर्यटकों का पसंदीदा केंद्र हैं। उत्तर भारत के राज्यों में आने-जाने के दौरान ये यहां रूकते हैं। हमास द्वारा हमला करने के ठीक पहले तक यहां इजराइली पर्यटकों की संख्या 100 से अधिक थी।

अब बमुश्किल कुछ ही पर्यटक बचे हैं। वे भी स्वदेश लौटने की जुगत में हैं। होटल महासंघ के अध्यक्ष अजय अग्रवाल के अनुसार पहाड़गंज इजराइली पर्यटकों के लिए काफी दोस्ताना है। यहां इनका खाबाद हाउस (पूजा स्थल) भी है। लेकिन अब ये वापस लौटने की कोशिश में लगे हुए हैं।

होटल संचालक विजय तिवारी ने बताया कि इजराइल से सभी को वापस बुलाया जा रहा है, ताकि यह सैन्य मोर्चे पर दुश्मनों से लड़ सकें। पहाड़गंज के लोग इनका हौसला बढ़ा कर इजराइल के साथ एकजुटता प्रदर्शित कर रहे हैं।

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।