Indian Railways: आसान नहीं है दिल्ली से विशेष श्रमिक एक्सप्रेस चलाना, ये है सबसे बड़ी वजह
Indian Railways दिल्ली-एनसीआर में बिहार झारखंड व उत्तर प्रदेश के मजदूरों की बड़ी संख्या है। लॉकडाउन की वजह से इनके सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। गृह मंत्रालय द्वारा फंसे हुए मजदूरों, पर्यटकों व छात्रों को उनके घर पहुंचाने के लिए विशेष ट्रेन चलाने की अनुमति मिलने के बाद दिल्ली सरकार रेलवे अधिकारियों के संपर्क में हैं। इससे यहां फंसे हुए दूसरे राज्यों के लोगों को राहत मिलेगी। लेकिन दिल्ली के लिए विशेष श्रमिक एक्सप्रेस ट्रेन चलाना इतना आसान काम भी नहीं है।
यहां के तो सभी जिले रेड जोन में हैं और दिल्ली-एनसीआर में मजदूरों की संख्या भी अधिक है। ऐसे में इन्हें सुरक्षित घर पहुंचाने का काम चुनौतीपूर्ण है। हालांकि रेलवे सुरक्षा बल भी दूसरे राज्यों के मजदूरों का आंकड़ा तैयार कर रहा है। सारी परिस्थितियों को ध्यान में रखकर ही राज्य सरकार व रेल प्रशासन कोई फैसला करेगा।
यूपी-बिहार के हैं सबसे अधिक लोग
दिल्ली-एनसीआर में बिहार, झारखंड व उत्तर प्रदेश के मजदूरों की बड़ी संख्या है। लॉकडाउन की वजह से इनके सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है। वह किसी तरह से अपने घर पहुंचना चाहते हैं। विशेष श्रमिक ट्रेन चलाने के लिए यह जरूरी है कि जिस राज्य में मजदूर फंसे हुए हैं और जहां के रहने वाले हैं उन दोनों राज्यों की सहमति जरूरी है। इस स्थिति में दिल्ली सरकार के साथ ही बिहार, झारखंड आदि राज्यों की सरकार के तैयार होने पर ही विशेष ट्रेन चलाना संभव है।
मजदूरों की स्क्रीनिंग बड़ी चुनौती
वहीं दिल्ली सरकार के सामने सबसे बड़ी चुनौती बड़ी संख्या में मजदूरों की स्क्रीनिंग करने की है। सरकार को यह सुनिश्चित करना होगा कि ट्रेन से भेजा जाने वाला कोई भी मजदूर संक्रमित न हो। इसके साथ ही इन मजदूरों के भोजन की भी उसे व्यवस्था करनी होगी, जबकि मजदूरों को अपने यहां लाने वाले राज्य को उनके लिए क्वारंटाइन की व्यवस्था करनी होगी। इसी तरह से रेल प्रशासन के सामने रेलवे स्टेशनों पर भीड़ न लगने देने की चुनौती होगी।