Move to Jagran APP

Delhi: छठी क्लास की छात्रा पर गिरा लोहे का गेट, सिर में घुसे सरिए; दर्दनाक मौत

Delhi Girl Student Death पूर्वी दिल्ली के खजूरी इलाके में बिजली कंपनी बीएसईएस के कार्यालय का लोहे का गेट सड़क पर गिरने से छठी कक्षा की छात्रा की मौत हो गई। गेट पर लगे सरिये छात्रा के सिर में घुस गए।

By GeetarjunEdited By: Updated: Mon, 12 Sep 2022 09:53 PM (IST)
Hero Image
छठी क्लास की छात्रा पर गिरा लोहे का गेट, सिर में घुसे सरिए; दर्दनाक मौत
नई दिल्ली [शुजाउद्दीन]। पूर्वी दिल्ली के खजूरी इलाके में बिजली कंपनी बीएसईएस के कार्यालय का लोहे का गेट सड़क पर गिरने से छठी कक्षा की छात्रा की मौत हो गई। गेट पर लगे सरिये छात्रा के सिर में घुस गए, बड़ी मुश्किल से लोगों ने गेट को हटाकर छात्रा को बाहर निकाला और गंभीर हालत में जग प्रवेश चंद अस्पताल में भर्ती करवाया।

इलाज के दौरान छात्रा की मौत हो गई। मृतका की पहचान डॉली(11) के रूप में हुई है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। लापरवाही से मौत की प्राथमिकी पंजीकृत कर पुलिस मामले की जांच कर रही है।

ये भी पढ़ें- दिल्ली HC की सख्त टिप्पणी, कहा 1984 सिख विरोधी दंगे से अब भी कराह रहा है देश

डॉली अपने परिवार के साथ सोनिया विहार में रहती थी। परिवार में पिता विजय पाल, मां सोनवती, दो भाई और दो बहने हैं। डॉली परिवार में सबसे छोटी थी, उनके पिता पेशे से आटो चालक हैं। डॉली खजूरी स्थित राजकीय कन्या विद्यालय में छठी कक्षा में पढ़ाई करती थी।

सोमवार दोपहर 12 बजे स्कूल की छुट्टी के बाद वह अपनी दो सहेलियों के साथ घर लौट रही थी, जब वह खजूरी थाने के पास बीएसईएस कार्यालय के सामने पहुंची तो अचानक से मुख्य गेट सड़क पर चल रही डॉली के ऊपर लोहे का गेट गिर गया। वह गेट के नीचे दब गई, गेट के ऊपर लगे लोहे के सरिये उनके सिर में घुस गए।

ये भी पढ़ें- 'सिर तन से जुदा' करने की गाजियाबाद के डाक्टर को मिली धमकी, अमेरिका से बोला आरोपित- मोदी योगी भी नहीं बचा पाएंगे

उनकी दोनों सहेलियां बाल-बाल बच गईं, दोनों ने मदद के लिए शोर मचाया और आसपास के लोग मौके पर जमा हो गए। गेट इतना भारी था कि गेट को उठाकर नीचे दबी हुई छात्रा को निकालने में लोगों के पसीने छूट गए। गेट के नीचे दबने से छात्रा के सिर, हाथ, व शरीर के अन्य हिस्से में गंभीर चोटे आईं।

सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और छात्रा को अस्पताल में भर्ती करवाया। करीब दो घंटे के बाद इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।

बीएसईएस प्रवक्ता ने बताया कि 15 दिन पहले ही कार्यालय के गेट पर रंग किया गया है, सब कुछ ठीक था। अचानक से गेट गिर जाए, यह संभव नहीं है। हो सकता है रात के वक्त किसी असामाजिक तत्व ने गेट को काटने की कोशिश की हो और गेट पूरी तरह से कट नहीं पाया हो। सोमवार दोपहर अचानक गिर गया और कार्यालय के सामने से गुजर रही छात्रा उसकी चपेट में आ गई। बीएसईएस भी इस मामले में जांच करवा रहा है कि आखिर गेट कैसे गिरा।

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।