CM आवास में जमे रहने की चाहत तो नहीं? कांग्रेस ने सरकारी घर की मांग पर उठाए सवाल
अरविंद केजरीवाल के लिए सरकारी आवास की मांग पर प्रदेश कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। प्रदेश अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने कहा कि केजरीवाल सीएम आवास में ही बने रहना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि केजरीवाल ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है तो उनको अपना आवास खाली करना ही होगा। केजरीवाल द्वारा सरकारी आवास की मांग करना अंवैधानिक प्रक्रिया है।
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल के लिए सरकारी आवास की मांग पर प्रदेश कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। प्रदेश अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने कहा कि दो दिन पहले ही आप सांसद संजय सिंह ने कहा था कि केजरीवाल मुख्यमंत्री आवास और सुरक्षा छोड़कर आम आदमी की तरह जनता के बीच रहेंगे।
अब आप सांसद राघव चडढा राष्ट्रीय पार्टी के संयोजक होने के नाते उनके लिए केंद्र सरकार से सरकारी आवास की मांग कर रहे हैं। कहीं इसके पीछे केजरीवाल की सीएम आवास में ही बने रहने की चाल तो नहीं?
केजरीवाल की मांग असंवैधानिक: यादव
यादव ने कहा कि केंद्र सरकार राष्ट्रीय पार्टियों के अध्यक्षों को आवास आवंटित नहीं करती बल्कि राष्ट्रीय पार्टी को कार्यालय के लिए बंगला आवंटित किया जाता है। ऐसे में आप द्वारा केजरीवाल के लिए सरकारी आवास की मांग करना असंवैधानिक है।उन्होंने कहा कि केजरीवाल ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है तो उनको अपना आवास खाली करना ही होगा। यादव ने यह भी कहा कि केजरीवाल मध्य दिल्ली के सरकारी आवास में रहकर पर्दे पीछे से दिल्ली सरकार चलाने की तैयारी कर रहे हैं, क्योंकि यह सभी जानते है कि नामित सीएम आतिशी उनके कहे अनुसार ही काम करेंगी।
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