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'यह हमारी विफलता, अपने कर्तव्य को बेहतर तरीके से निभाना चाहिए था', ओल्ड राजेंद्र नगर हादसे पर MCD

Delhi Coaching Center ओल्ड राजेंद्र नगर के राव कोचिंग सेंटर हादसे पर दिल्ली नगर निगम ने अपनी गलतियों को स्वीकार किया है। एमसीडी के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि यह इसमें हमारी ओर से विफलता हुई है। अधिकारी ने प्रदर्शन कर रहे छात्रों से मुलाकात की और उनकी शिकायतों को सुना। बता दें शनिवार को कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भरने से तीन छात्रों की मौत हो गई थी।

By Jagran News Edited By: Geetarjun Updated: Wed, 31 Jul 2024 05:42 PM (IST)
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राव कोचिंग सेंटर के बाहर पुलिस और प्रदर्शन कर रहे छात्र।
पीटीआई, नई दिल्ली। Old Rajendra Nagar: ओल्ड राजेंद्र नगर हादसे ने देशभर को झकझोर दिया। कोचिंग सेंटर में हुई इस घटना ने प्रशासनिक, नगर निगम की लापरवाही उजागर कर दी, जिनकी वजह से कोचिंग सेंटरों में छात्रों की जान के साथ खिलवाड़ हो रहा है। दिल्ली नगर निगम ने बुधवार को घटना को लेकर उसकी तरफ से हुई विफलता को स्वीकार किया है।

एमसीडी के अतिरिक्त आयुक्त तारिक थॉमस ने बुधवार को ओल्ड राजेंद्र नगर स्थित राव कोचिंग सेंटर में तीन छात्रों की मौत में नगर निकाय की विफलता को स्वीकार किया। उन्होंने कहा कि हादसे से पता चलता है कि भवन निर्माण को लेकर कई गंभीर संरचनात्मक मुद्दे हैं, जिन्हें सामने लाने की आवश्यकता है।

एजेंसी को अपना कर्तव्य निभाना चाहिए

ओल्ड राजेंद्र नगर में प्रदर्शन कर रहे यूपीएससी एस्पिरेट्ंस से बातचीत करते हुए वरिष्ठ एमसीडी अधिकारी ने कहा कि इस घटना के लिए कोई बहाना नहीं हो सकता है, एजेंसी को अपना कर्तव्य बेहतर तरीके से निभाना चाहिए था।

छात्रों से की मुलाकात

तारिक थॉमस ने राव आईएएस स्टडी सर्किल के बाहर प्रदर्शन कर रहे छात्रों की चिंताओं पर बात करते हुए कहा कि जैसा आपने कहा, हमारे पास कई संरचनात्मक मुद्दे हैं। इन्हें व्यवस्थित तरीके से सुधारने की आवश्यकता है। यही मेरा समाधान है।

'मैं स्वीकार करता हूं, यह हमारी विफलता है'

एक छात्र की शिकायत का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि मैं स्वीकार करता हूं कि यह हम सबकी और व्यक्तिगत रूप से मेरी विफलता है। मैं यह दावा नहीं कर रहा हूं कि यह नहीं है, यह अधिकारियों के रूप में हमारी विफलता है। मैं खुले तौर पर कह रहा हूं कि ऐसा नहीं होना चाहिए था।

एक छात्र ने पूछा कि इस घटना में प्रशासन के प्रदर्शन का मूल्यांकन किन मापदंडों पर किया जाना चाहिए? इस पर उन्होंने कहा कि जांच चल रही है, इसे समझने दीजिए। घटना में जो भी जिम्मेदार होगा, उस पर कार्रवाई की जाएगी। मैं स्वीकार करता हूं कि हमें अपना कर्तव्य बेहतर तरीके से निभाना चाहिए था और ऐसा नहीं होना चाहिए था। इसमें कोई बहाना नहीं है।

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उन्होंने कहा कि इमारत, भवन निर्माण में संरचनात्मक मुद्दे गंभीर हैं। इन पर कारने की आवश्यकता है. दिल्ली में विकास इतना तेज रहा है कि यह मास्टल प्लान से दूर था।

इस तरह गई तीनों छात्रों की जान

ओल्ड राजेंद्र नगर के राव कोचिंग सेंटर में शनिवार शाम सात बजे लगभग बेसमेंट में अचानक बारिश का पानी भर गया था। कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में लाइब्रेरी चल रही थी, जिसमें अनुमति सिर्फ स्टोर चलाने की थी। शनिवार को भारी बारिश की वजह इमारत में शीशे का गेट टूटने के कारण बेसमेंट में पानी चला गया। गेट को नुकसान एक थार चालक की वजह से पहुंचा था, जिसे गिरफ्तार कर लिया गया है।

बेसमेंट में 35 छात्र पढ़ रहे थे, इस दौरान तीन छात्रों को छोड़कर सभी बाहर आ गए। बेसमेंट में जाने के लिए कांच के दरवाजे में बायोमैट्रिक सिस्टम लगे होने के कारण छात्रों को अंगूठा लगाना पड़ता है। उसी दौरान शॉर्ट सर्किट हो जाने से बिजली भी चली गई। बिजली जाने की वजह से दरवाजे नहीं खुले और हादसे में दो छात्रा व एक छात्र अंदर फंसे रह गए, जिससे उनकी मौत हो गई।

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