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जामिया में सीएए के खिलाफ छात्रों का प्रदर्शन, पुलिस और पैरा मिलिट्री तैनात; ड्रोन से की जा रही निगरानी

केंद्र सरकार द्वारा देश में सीएए लागू होने के बाद राष्ट्रीय राजधानी में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय (Jamia Millia University) में छात्रों ने मंगलवार को विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया जिसके चलते पुलिस बल भी मौके पर पहुंच गया। सुरक्षा के चलते भारी संख्या में अर्द्ध सैनिक बल और पुलिस बल को तैनात किया गया है।

By Jagran News Edited By: Geetarjun Updated: Tue, 12 Mar 2024 03:41 PM (IST)
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जामिया में सीएए के खिलाफ छात्रों का प्रदर्शन, पुलिस और पैरा मिलिट्री तैनात
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। केंद्र सरकार द्वारा देश में सीएए लागू होने के बाद राष्ट्रीय राजधानी में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय (Jamia Millia University) में छात्रों ने मंगलवार को विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया, जिसके चलते पुलिस बल भी मौके पर पहुंच गया। सुरक्षा के चलते भारी संख्या में अर्द्ध सैनिक बल और पुलिस बल को तैनात किया गया है।

सीएए लागू होने के बाद से दिल्ली पुलिस संवेदनशील इलाकों में तैनात है। पिछली बार सीएए-एनआरसी के खिलाफ हुए प्रदर्शन वाले स्थान शाहीन बाग में भी पुलिस ने सुरक्षा बढ़ा दी है। जामिया का गेट नंबर सात बंद कर दिया गया है। साथ ही ड्रोन से भी निगरानी की जा रही है।

शाहीन बाग और जामिया एक ही स्थान पर है। संवेदनशील इलाका होने और छात्रों के विरोध प्रदर्शन के चलते अतिरिक्त पुलिस बल बुला लिया गया है।

11 मार्च (सोमवार) से लागू सीएए

केंद्रीय गृह मंत्रालय ने नागरिकता (संशोधन) अधिनियम 2019 यानी सीएए के लिए अधिसूचना जारी कर दी है। इसके साथ ही सीएए कानून देशभर में लागू हो गया है। CAA को नागरिकता संशोधन कानून कहा जाता है। इससे पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से आए गैर-मुस्लिम शरणार्थियों को नागरिकता मिलने का रास्ता साफ हो गया है।

CAA के अनुसार किसे मिलेगी भारतीय राष्ट्रीयता?

सीएए नियम जारी होने के बाद जो लोग बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान से 31 दिसंबर 2014 तक भारत आए थे केवल उन्हें ही केंद्र सरकार द्वारा भारतीय राष्ट्रीयता दी जाएगी।

CAA में कौन से धर्म शामिल हैं?

CAA में छह गैर-मुस्लिम समुदायों हिंदू, सिख, ईसाई, जैन, बौद्ध और पारसी शामिल हैं। इन्हें केवल भारतीय नागरिकता तब ही मिल सकती है, जब इन्होंने 31 दिसंबर 2014 को या उससे पहले भारत में शरण ली हो।

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