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जेएनयू कुलपति ने प्रदर्शनकारी छात्रों से की मुलाकात, भूख हड़ताल खत्म करने की अपील

जेएनयू की कुलपति शांतिश्री ने प्रदर्शनकारी छात्रों से भूख हड़ताल खत्म करने का आग्रह किया। वह बोलीं मैं आप सभी के लिए जो कुछ भी कर सकती हूं कर रही हूं। छात्रों ने छात्रवृत्ति राशि बढ़ाने जाति जनगणना कराने परिसर में विरोध प्रदर्शनों पर प्रतिबंध हटाने और परिसर में विरोध प्रदर्शन में भाग लेने वाले छात्रों के खिलाफ शुरू की गई प्रॉक्टोरियल जांच को वापस लेने की मांग की है।

By Ritika Mishra Edited By: Pooja Tripathi Updated: Wed, 21 Aug 2024 08:09 PM (IST)
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जेएनयू की कुलपति शांतिश्री डी पंडित। जागरण
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) की कुलपति शांतिश्री डी. पंडित ने बुधवार को छात्रवृत्ति राशि बढ़ाने सहित अपनी विभिन्न मांगों पर विश्वविद्यालय के कथित गैर-जिम्मेदाराना रवैये के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे छात्रों से मुलाकात की और उनसे भूख हड़ताल खत्म करने का आग्रह किया।

ये है छात्रों की मांग

बुधवार को छात्रों के धरने का 10वां दिन था। छात्र 11 अगस्त से मांग कर रहे हैं कि कुलपति उनसे मिलें और उनकी मांगों के बारे में बात करें।

उनकी मांगों में जाति जनगणना, परिसर में विरोध प्रदर्शनों पर प्रतिबंध हटाना और परिसर में विरोध प्रदर्शन में भाग लेने वाले छात्रों के खिलाफ शुरू की गई प्रॉक्टोरियल जांच को वापस लेना भी शामिल है।

शांतिश्री ने छात्रों से कहा कि मैं आप सभी के लिए जो कुछ भी कर सकती हूं, कर रही हूं। आप सभी मेरे बच्चों की तरह हैं। उन्होंने हड़ताल खत्म करने का अनुरोध किया।

'मैं अदालत के खिलाफ नहीं जा सकती'

छात्रों के खिलाफ प्रॉक्टोरियल जांच वापस लेने की मांग पर पंडित ने कहा कि वो अदालत के खिलाफ नहीं जा सकती। वह बोलीं, उन्होंने कई छात्रों पर लगाए गए जुर्माने को रद कर दिया है। लेकिन जो लोग अदालत गए, उनको लेकर वो कुछ नहीं कर सकती क्योंकि मामला विचाराधीन है।

डीन ऑफ स्टूडेंट्स मनुराधा चौधरी और चीफ मेडिकल ऑफिसर फौजिया फिरदौस ओजैर भी विरोध स्थल पर मौजूद थीं। सोमवार को दो छात्रों को उनकी हालत बिगड़ने के बाद जेएनयू के स्वास्थ्य केंद्र द्वारा एम्स रेफर किया गया था। दोनों ने अपना विरोध जारी रखने के लिए इलाज से इन्कार कर दिया था।

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