Move to Jagran APP

Delhi: दो महीने बाद भी किन्नर गुरु की हत्या का नहीं खुला राज, जानें कहां तक पहुंची पुलिस की जांच

पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने इस मामले में तीन संदिग्ध लोगों को हिरासत में लिया हुआ है मुख्य आरोपित अभी पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ सका है। पेशेवर बदमाशों ने वारदात को अंजाम दिया था।

By Mangal YadavEdited By: Updated: Wed, 04 Nov 2020 10:43 AM (IST)
Hero Image
किन्नर गुरु एकता जोशी की फाइल फोटो
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। Kinnar Guru Ekja Joshi Murder Case: जीटीबी एंक्लेव इलाके में दो महीने पहले हुई किन्नर गुरु एकता जोशी की हत्या से पुलिस अभी तक पर्दा नहीं उठा पाई है। इतना वक्त गुजर जाने के बाद भी पुलिस के हाथ खाली हैं। इस हत्या ने यमुनापार को हिलाकर रख दिया था, हमलावरों ने एकता जोशी को उनके घर के बाहर ही सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में उनपर गोलियां बरसाकर मौत के घाट उतारा था। आज भी किन्नर समाज के लोग इस वारदात से सहमें हुए हैं। थाना पुलिस के साथ ही स्पेशल स्टाफ की टीम बदमाशों की तलाश में लगी हुई हैं।

पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने इस मामले में तीन संदिग्ध लोगों को हिरासत में लिया हुआ है, मुख्य आरोपित अभी पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ सका है। पेशेवर बदमाशों ने वारदात को अंजाम दिया था। पुलिस काे इस बात का पूरा अंदेशा है कि किन्नर समाज के लोग इस हत्या में शामिल हैं, गुरु की कुर्सी हासिल करने के चलते भी यह हत्या हो सकती है। जिन संदिग्ध लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है, उनसे बहुत कुछ पता चला है। लेकिन पुलिस कभी कड़ी से कड़ी मिलाने में लगी हुई है। पुलिस सौ से ज्यादा लोगों से पूछताछ कर चुकी है, दो सौ से ज्यादा कैमरों की फुटेज खंगाल चुकी है।

किन्नर समाज के लोग नहीं कर रहे पुलिस को सहयोग

पुलिस अधिकारी ने बताया कि बदमाशों को पकड़ने में इसलिए भी देरी हो रही है क्योंकि किन्नर समाज के लोग पुलिस को सहयोग नहीं कर रहे हैं। पुलिस पूरी सावधानी से उनसे पूछताछ कर रह है, ताकि वह माहौल न बिगाड़ सकें। एकता की मौत के बाद उनकी गद्दी किसी दूसरे किन्नर को मिल गई है। बता दें पांच सितंबर को जीटीबी एंक्लेव में एकता जोशी को बदमाशों ने गोलियां बरसाकर मौत के घाट उतारा था।

Coronavirus: निश्चिंत रहें पूरी तरह सुरक्षित है आपका अखबार, पढ़ें- विशेषज्ञों की राय व देखें- वीडियो

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।