सत्तू के चीले में छिपा सेहत का राज, अंबी पन्ना व फालसा मिंट ब्रीजर से लीजिए ताजगी; कई बीमारियों में भी फायदेमंद
गार्मियों में अंबी पन्ना पीने के काफी फायदे है। इससे शरीर में पानी की कमी दूर होती है। चूंकि इसकी तासीर ठंडी होती है तो शरीर में ठंडक भी मिलती है। दस्त कब्ज और सूजन जैसी समस्याओं में भी इसका सेवन बेहद कारगर है।
By Mangal YadavEdited By: Updated: Sat, 19 Jun 2021 03:15 PM (IST)
नई दिल्ली [रितु राणा]। कच्ची अमिया..खटास वाला मन को मिठास देता स्वाद..। बचपन में गर्मी की छुट्टियों में जब दादी या नानी के घर जाते थे तो पेड़ से खूब कच्ची अमिया तोड़ कर खाते थे। जेठ की गर्मी में सत्तू और फालसे का भी स्वाद लिया होगा। गांव के उसी पुराने स्वाद को बिलकुल नए अंदाज में परोसने का काम कर रहे हैं सीनियर एग्जीक्यूटिव शेफ दिवस वडेरा। तो आइए जानते हैं कि कैसे ये अंबी, फालसे और सत्तू को और भी ज्यादा स्वादिष्ट बनाकर लोगों को परोसते हैं।
चटपटा अंबी पन्ना पीते ही आ जाएगी ताजगी गार्मियों में अंबी पन्ना पीने के काफी फायदे है। इससे शरीर में पानी की कमी दूर होती है। चूंकि इसकी तासीर ठंडी होती है तो शरीर में ठंडक भी मिलती है। दस्त, कब्ज और सूजन जैसी समस्याओं में भी इसका सेवन बेहद कारगर है। अंबी पन्ना बनाने का तरीका भी बेहद आसान है। एक पैन में पानी और चीनी डालकर गाढ़ा घोल तैयार करके, उसमें थोड़ा नींबू का रस भी मिला लें। अब दूसरे पैन में आम का पल्प और एक कप पानी डालकर उसे पकाएं। पक जाने पर पल्प को पानी से निकालकर रख दें। अब मिक्सी में पुदीने का पत्ता, नमक, लाल मिर्च पाउडर, जीरा पाउडर, इलायची पाउडर और पके हुए आम के पल्प को मिला कर पीस लें।
(अम्बी पन्ना..पीते ही आ जाएगी ताजगी।)
तैयार मिक्सचर को पैन में निकालकर चीनी का घोल उसमें मिलाएं और उसे दो से तीन मिनट तक पकाएं। बस तैयार हो गया आपका स्वादिष्ट अंबी पन्ना। इसे एक कांच के गिलास में डालकर ऊपर से बर्फ का टुकड़ा रख दें। चाहें तो पुदीने की कुछ पत्तियां भी रख दें और सर्व करें।
प्रोटीन और आयरन से भरपूर फालसा मिंट ब्रीजर फालसा मिंट ब्रीजर बनाने के लिए सबसे पहले मिक्सी में फालसे को रखें। फिर उसमें पुदीना के पत्ते, भुना हुआ जीरा, भूरी शक्कर, सेंधा नमक और कुछ बूंद नींबू का रस डालें थोड़ा सा बर्फ भी डालें और सबका मिक्सचर तैयार कर लें। अब एक गिलास लें, उसमें नींबू का रस और भूरी शक्कर मिला लें और उसमें मिक्सचर को डालें। ऊपर से अदरक मिश्रित सोडा डाल दें और अंत में चिया के बीज और जामुन का मिक्सचर डालकर परोसें।
(सत्तू का चीला..इससे हल्का और सुपाच्य नाश्ता भला क्या हो सकता है।)
सत्तू के चीले में छिपा सेहत का राज गर्मी के दिनों में सत्तू पीने से लू नहीं लगती है। यह पेट को ठंडा रखता और शरीर के तापमान को भी नियंत्रित रखता है। तभी तो लोग गर्मियों में सत्तू बड़े चाव से खाते और पीते हैं। सत्तू का चीला बनाने के लिए उड़द की दाल और चावल को कुछ देर पानी में भिगो दें। फिर उसे छान कर मिक्सी में रखें। उसमें थोड़ा सत्तू डालें और बैटर तैयार कर लें। फिर प्याज, पनीर, हरी मिर्च, अदरक, टमाटर को बारीक काट लें। उसमें थोड़ा स्प्राउट्स और नमक मिलाकर स्टफ तैयार कर लें। (पारंपरिक स्वाद को नए कलेवर में परोसते हैं शेफ दिवस वडेरा।)अब गैस पर एक पैन चढ़ाएं और उसमें बैटर को फैला दें साइड से थोड़ा तेल भी डाल दें और धीमी आंच पर पकाएं। उसके ऊपर तैयार स्टफ को फैला कर चीले को फोल्ड कर दें। चटनी बनाने के लिए मिक्सी में दही और स्ट्राबेरी को पीस लें चटनी में भुनी हुई प्याज डालकर चीले को चटनी में डिप करके खाएं।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।सत्तू के चीले में छिपा सेहत का राज गर्मी के दिनों में सत्तू पीने से लू नहीं लगती है। यह पेट को ठंडा रखता और शरीर के तापमान को भी नियंत्रित रखता है। तभी तो लोग गर्मियों में सत्तू बड़े चाव से खाते और पीते हैं। सत्तू का चीला बनाने के लिए उड़द की दाल और चावल को कुछ देर पानी में भिगो दें। फिर उसे छान कर मिक्सी में रखें। उसमें थोड़ा सत्तू डालें और बैटर तैयार कर लें। फिर प्याज, पनीर, हरी मिर्च, अदरक, टमाटर को बारीक काट लें। उसमें थोड़ा स्प्राउट्स और नमक मिलाकर स्टफ तैयार कर लें। (पारंपरिक स्वाद को नए कलेवर में परोसते हैं शेफ दिवस वडेरा।)अब गैस पर एक पैन चढ़ाएं और उसमें बैटर को फैला दें साइड से थोड़ा तेल भी डाल दें और धीमी आंच पर पकाएं। उसके ऊपर तैयार स्टफ को फैला कर चीले को फोल्ड कर दें। चटनी बनाने के लिए मिक्सी में दही और स्ट्राबेरी को पीस लें चटनी में भुनी हुई प्याज डालकर चीले को चटनी में डिप करके खाएं।