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जानिए- कैसे यूपी पुलिस को शराब पिलाकर फरार हो गया था दिल्ली का पूर्व विधायक

जिप्सी के चालक को छोड़ तीन पुलिसकर्मियों ने वहां जमकर शराब पी थी और खाना खाया था। पुलिसकर्मियों को नशा चढ़ने पर दूसरे कमरे में मौजूद शौकीन पत्नी व अपने गुर्गे के साथ वहां से भाग गया था।

By Mangal YadavEdited By: Updated: Wed, 23 Dec 2020 11:36 AM (IST)
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कांग्रेस के पूर्व विधायक रहे कुख्यात रामवीर शौकीन की फाइल फोटो
नई दिल्ली [राकेश कुमार सिंह]। बागपत (यूपी) पुलिस की हिरासत से भागने वाला कांग्रेस के पूर्व विधायक रहे कुख्यात रामवीर शौकीन दिल्ली पुलिस का बढ़ते दबाव देखकर पटियाला हाउस कोर्ट में समर्पण कर दिया। शौकीन दिल्ली के सबसे कुख्यात नीरज बवाना का मामा लगता है। 6 सितंबर 2018 की दोपहर शौकीन ने बागपत पुलिस को सफदरजंग अस्पताल से देवली स्थित ससुराल लेकर चला गया था। वहां पुलिसकर्मियों को मांसाहारी भोजन व शराब पिला दी थी। पुलिसकर्मियों के नशे में होने पर वह साथियों संग चकमा देकर फरार हो गया था। पुलिस ने अपनी इज्जत बचाने के लिए झूठी कहानी गढ़ शौकीन को सफदरजंग अस्पताल से फरार होना दिखा सफदरजंग थाने में मुकदमा दर्ज करा दिया था।

बागपत के तत्कालीन पुलिस अधीक्षक द्वारा दिल्ली आकर जांच करने पर पुलिस की पोल खुल गई थी। साकेत ने रामवीर को भगौड़ा घोषित कर दिया था साथ ही आरोप पत्र भी दायर कर दिया था। रामवीर नांगलोई का रहने वाला है। यह अपने भांजा नीरज बवाना समेत सुनील राठी, नवीन उर्फ बाली उर्फ छोटा उर्फ टाइम पास, राहुल उर्फ काला, अमित मलिक उर्फ भूरा, पंकज सेहरावत व नवीन भांजा के साथ दिल्ली-एनसीआर में सिंडिकेट चलाता था। गिरोह हत्या, व्यापारियों को धमकी देकर रंगदारी वसूलने आदि 100 से अधिक वारदातों को अंजाम दे चुका है। 2013 में विधायक रहने के दौरान पाया गया था यह अपराधियों का बड़ा सिंडकेट चला रहा था।

नीरज का इतना आतंक था कि उसने विधायकों से भी वसूली शुरू कर दिया था। जिससे विधायकों ने तत्कालीन मुख्यमंत्री शीला दीक्षित से शिकायत कर दी थी। 26 अगस्त 2015 को रामवीर पर मकोका लगा दिया था उसके बाद 27 नवंबर 2016 को स्पेशल सेल ने उसे एक महिला के घर से दबोच लिया था। उस समय उसके पास से नाइन एमएम पिस्टल व कारतूस मिले थे।

26 सितंबर 2018 को बागपत के चार पुलिसकर्मी रामवीर को बागपत जेल से जिप्सी में बैठा सफदरजंग अस्पताल में इलाज कराने के लिए आए थे। वे लोग अस्पताल न जाकर रामवीर को नेब सराय देवली में रह रही सास विमला देवी के घर आ गए थे। रास्ते से ही रामवीर ने एक सिपाही के मोबाइल से मनोज नाम के युवक को फोन कर दिया था और वह चार लोगों के खाने पीने का बढ़िया इंतजाम करके रखे। शौकीन के निर्देश पर मनोज ने शराब व खाने का इंतजाम कर दिया था। दोपहर 12 बजे शौकीन पुलिसकर्मियों के साथ देवली पहुंच गया था। मनोज, विमला देवी का पड़ोसी है। उसकी विमला देवी के परिवार से घनिष्ठता है। जिप्सी के चालक को छोड़ तीन पुलिसकर्मियों ने वहां जमकर शराब पी थी और खाना खाया था। पुलिसकर्मियों को नशा चढ़ने पर दूसरे कमरे में मौजूद शौकीन, पत्नी व अपने गुर्गे के साथ वहां से भाग गया था।

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