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जानिए- शकुंतला देवी को क्यों कहा जाता है 'ह्यूमन कंप्यूटर', हर हफ्ते आती थीं दिल्ली

कहते हैं कोई भी शख्स शकुंतला देवी से मिलने आता तो वह सबसे पहले उसकी जन्मतिथि और जन्म का वक्त पूछतीं। उसके बाद महज कुछ सेकेंड में वह खुद बता देतीं कि शख्स क्या कार्य करना चाहता है?

By Mangal YadavEdited By: Updated: Tue, 04 Aug 2020 01:35 PM (IST)
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जानिए- शकुंतला देवी को क्यों कहा जाता है 'ह्यूमन कंप्यूटर', हर हफ्ते आती थीं दिल्ली
नई दिल्ली [संजीव कुमार मिश्र]। नौवें दशक में यदि कोई बच्चा गणित के सवाल जल्द हल करता तो तारीफ स्वरूप उसे यही कहा जाता कि वो शकुंतला देवी बनने की राह पर है। शकुंतला देवी थीं ही ऐसी। वह गणित की गुत्थियों को कुछ सेकेंड में ही सुलझा देती थीं। अपने समय के सबसे तेज कंप्यूटर को भी मात दे दी थीं, तभी तो उन्हें ‘ह्यूमन कंप्यूटर’ कहा जाता था। वह सिर्फ गणित ही नहीं बल्कि ज्योतिष, लेखन, बांसुरी वादन समेत कई प्रतिभाओं की धनी थीं। इनसे जुड़ी खबरें दिल्ली के अखबारों में खूब प्रकाशित होती थीं। दिल्लीवाले इनसे अंजान नहीं थे।

सप्ताह में एक बार दिल्ली जरूर आती थीं। हाल ही में विद्या बालन अभिनीत शकुंतला देवी फिल्म ओटीटी प्लेटफार्म पर रिलीज हुई है। जिसके बाद से ही सोशल मीडिया पर शकुंतला देवी संबंधी चर्चाएं खूब हो रही हैं।

दिल्ली के कॉलेजों में आती थीं

इतिहासकार सोहेल हाशमी कहते हैं कि दिल्ली के अखबारों में इनके बारे में खूब खबरें प्रकाशित होती थीं। दिल्ली में इन्हें कैलकुलेटर से भी तेज कहा जाता था। कॉलोनियों में इनके बारे में काफी चर्चा होती थी। खासकर अभिभावक बच्चों को इनके बारे में बताते थे। दिल्ली के कॉलेजों में भी दो- तीन दफा आई थीं। बाद में इन्होंने दिल्ली के फिरोजशाह रोड स्थित दीवानश्री अपार्टमेंट में रहना शुरू किया। हालांकि वो यहां सप्ताहांत ही आती थीं।

भविष्य जानने के लिए बड़ी संख्या में पहुंच जाते थे लोग

शकुंतला देवी के दिल्ली आने की खबर मिलते ही उनके अपार्टमेंट के बाहर लाइन लग जाती थी। दरअसल, बड़ी संख्या में लोग अपना भविष्य जानने पहुंच जाते थे। वह एक सवाल का 500 रुपये लेती थीं। फ्लैट के बाहरी हिस्से में उनका स्टाफ बैठता था। जो फोन पर लोगों को समय देता था। शकुंतला देवी का साक्षात्कार करने वाले लेखक बताते हैं कि स्टाफ के कमरे में हर समय फोन की घंटी बजती रहती थी। कुल तीन फोन होते थे। कई बार तो एक साथ तीनों बजते थे। कर्मचारी फोन पर समय देने के साथ फीस भी बताते जाते।

जन्मतिथि पूछकर बता देती थीं क्या करना चाहता है शख्स

कहते हैं कोई भी शख्स शकुंतला देवी से मिलने आता तो वह सबसे पहले उसकी जन्मतिथि और जन्म का वक्त पूछतीं। उसके बाद महज कुछ सेकेंड में वह खुद बता देतीं कि शख्स क्या कार्य करना चाहता है? उसमें अपेक्षित सफलता मिलेगी या नहीं। यह सुनना किसी को भी हैरान करने वाला था। उनके कमरे में प्रसिद्ध लोगों जैसे एपीजे अब्दुल कलाम, नेल्सन मंडेला, ब्रायन लारा, कपिल देव आदि के साथ तस्वीरें टंगी होती थीं।

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