Delhi Politics:जानिए एलजी अनिल बैजल ने कब-कब पलटे केजरीवाल सरकार के फैसले
कोरोना टेस्टिंग को लेकर एलजी ने पलटा सरकार का फैसलाजून में ही होम क्वारंटाइन के नियमों को लेकर भी हुई थी।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। नीट-जेईई की परीक्षा को स्थगित करने को लेकर केंद्र और दिल्ली सरकार में जारी घमासान के बीच उपराज्यपाल (एलजी)अनिल बैजल ने दिल्ली सरकार की तरफ से भेजे गए नीट व जेईई रद करने के प्रस्ताव को ठुकरा दिया है।
ऐसा नही है एलजी ने पहली बार केजरीवाल सरकार के फैसले को पलटा है। इससे पहले ऐसा कई बार हो चुका है। आइए जानते हैं कब-कब एलनी ने केजरीवाल के फैसले का पलटा है।
साप्ताहिक बाजार खोलने फैसले को एलजी ने पलटा
दिल्ली में एक अगस्त से होटल व ट्रायल के तौरा पर साप्ताहिक बाजार खोलने के दिल्ली सरकार के फैसले को एलजी ने पलट दिया था। केजरीवाल सरकार ने 30 जुलाई को इन्हें खोलने का ऐलान किया था।
दिल्ली हिंसा पर एलजी ने पलटा कैबिनेट का चुना हुआ वकीलों का पैनल
उत्तरी पूर्वी दिल्ली में हुई हिंसा के मामले में दिल्ली सरकार की कैबिनेट ने पुलिस पर पक्षपात के आरोप लगाए और दिल्ली पुलिस के वकीलों का पैनल खारिज कर दिया। इसके बाद सरकार ने कहा कि वो खुद पैनल तैयार करेंगे। लेकिन केजरीवाल कैबिनेट ने दिल्ली हिंसा मामले की जांच के लिए जो पुलिस ने वकीलों का पैनल बनाया था। उसे एलजी ने खारिज कर दिया।
सिर्फ दिल्ली वासियों के इलाज वाला फैसला
जून 2020 में दिल्ली सरकार ने एक रिपोर्ट के आधार पर फैसला लिया था कि दिल्ली के 90 फीसद लोगों ने कहा कि जब तक कोरोना मामले हैं तब तक दिल्ली के अस्पतालों में सिर्फ दिल्लीवासियों का इलाज हो। इसके बाद केजरीवाल सरकार के इस फैसले को उपराज्यपाल अनिल बैजल ने पलट दिया था।
कोरोना टेस्टिंग को लेकर एलजी ने पलटा सरकार का फैसला
जून में ही होम क्वारंटाइन के नियमों को लेकर भी हुई थी। जिसमें एलजी ने कहा था कि सभी कोरोना मरीजों को इंस्टीट्यूशनल क्वारंटाइन में रखा जाए। लेकिन दिल्ली सरकार का कहना था कि ये मुमकिन नहीं है। आखिरकार एलजी ने अपने फैसले को वापस ले लिया था।
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