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आखिर कैसे पहुंच रहा एशिया की सबसे सुरक्षित जेल में कैदियों के पास नशीला पदार्थ, पढ़ें यह स्टोरी

सुरक्षा से जुड़े तमाम नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए कैदी नशीला पदार्थ का इंतजाम कैसे कर लेते हैं यह एक बड़ा प्रश्न है।

By Mangal YadavEdited By: Updated: Tue, 01 Oct 2019 12:30 PM (IST)
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आखिर कैसे पहुंच रहा एशिया की सबसे सुरक्षित जेल में कैदियों के पास नशीला पदार्थ, पढ़ें यह स्टोरी

नई दिल्ली [गौतम कुमार मिश्र]। स्मार्ट फोन हो या तंबाकू, तिहाड़ में कैदी सभी चीजों का इंतजाम कहीं न कहीं से कर लेते हैं। सुरक्षा से जुड़े तमाम नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए कैदी ये इंतजाम कैसे कर लेते हैं, यह एक बड़ा प्रश्न है। सूचना के अधिकार के तहत तिहाड़ जेल प्रशासन ने खुद इस बात की जानकारी दी है कि तिहाड़ की विभिन्न जेलों में कई कैदियों के पास से नशीले पदार्थ की बरामदगी हुई है।

इस वर्ष जनवरी से जून तक की अवधि के दौरान दिल्ली के विभिन्न जेलों में कितने कैदियों के पास से नशीले पदार्थ की बरामदगी हुई है, इसके जबाव में जहां कुछ जेलों की ओर से तो सीधे-सीधे जानकारी मुहैया कराई गई। वहीं, कुछ जेलों ने गोलमोल जवाब दिया है। जबकि कुछ जेलों ने तो इस सवाल का जवाब देना ही मुनासिब नहीं समझा।

जेल नंबर चार में सबसे अधिक कैदियों से बरामद हुई तंबाकू

तिहाड़ जेल संख्या चार में सबसे अधिक 28 कैदियों के पास से तंबाकू बरामद हुई है। जेल प्रशासन ने इसकी मात्र भले ही नहीं बताई हो, लेकिन इतनी बड़ी तादाद में कैदियों के पास से तंबाकू की बरामदगी इस बात को बयां करती है कि यहां कैदियों की तलाशी की प्रक्रिया में कहीं न कहीं चूक होती है। इस बात की भी संभावना है कि जेल के कुछ कर्मचारी ही कैदियों तक इन्हें पहुंचाने में शामिल हों। बहरहाल, यह छानबीन का विषय है।

जेल संख्या 15 में पांच कैदियों से मिली तंबाकू

मंडोली जेल परिसर में भी कैदियों के पास तंबाकू आसानी से पहुंच रही है। जेल प्रशासन के अनुसार, पांच कैदियों के पास से सुरक्षाकर्मियों ने तंबाकू बरामद की है। इसके अलावा जेल संख्या 14 में एक कैदी के पास से तंबाकू मिली।

कुछ जेलों ने कैदियों की संख्या बताने से किया इनकार

जेल संख्या 13 व जेल संख्या आठ व नौ ने तंबाकू बरामदगी के मामले में गोलमोल जवाब देते हुए बताया कि कुछ कैदियों के पास से तंबाकू बरामद हुई है। लेकिन, जेल प्रशासन ने बड़ी चालाकी से कैदियों की संख्या बताने से इनकार कर दिया। रोहिणी जेल की ओर से बताया गया कि यहां जनवरी से जून के बीच किसी प्रकार के नशीले पदार्थ के मिलने की जानकारी नहीं है। वहीं तिहाड़ की जेल संख्या छह में, जहां महिला कैदी रहती हैं, उनसे न तो कोई नशीला पदार्थ बरामद किया गया है और न ही मोबाइल।

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