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रिडेवलपमेंट से पूरी तरह बदल जाएगा नई दिल्ली रेलवे स्टेशन? खर्च होंगे 5000 करोड़ रुपये

New Delhi Railway Staion आरएलडीए के उपाध्यक्ष वेद प्रकाश डुडेजा ने कहा कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास प्रमुख परियोजनाओं में से एक है। यह दिल्ली एनसीआर में ट्रांजिट-ओरिएंटेड डेवलपमेंट (टीओडी) अवधारणा पर विकसित होने वाली पहली परियोजना होगी।

By JP YadavEdited By: Published: Thu, 04 Feb 2021 12:37 PM (IST)Updated: Thu, 04 Feb 2021 12:37 PM (IST)
परियोजना पर लगभग पांच हजार करोड़ रुपये खर्च होने की उम्मीद है।

नई दिल्ली [संतोष कुमार सिंह]। नई दिल्ली रेलवे स्टेशन को विश्वस्तरीय बनाने की प्रक्रिया तेज हो गई है। रेल भूमि विकास प्राधिकरण (आरएलडीए) ने पुनर्विकास परियोजना के लिए कार्य क्षमता के आवेदन (रिक्वेस्ट फार क्वालिफिकेशन आरएफक्यू) आमंत्रित किए थे, जिसमें विश्व की बड़ी निर्माण व वित्तीय कंपनियों ने दिलचस्पी दिखाई है। बोली लगाने वाली कंपनियों का तकनीकी मूल्यांकन किया जाएगा।

इन कंपनियों ने दिखाई है दिलचस्पी

बोली में हिस्सा लेने वाली कंपनियों में अरबियन कंस्ट्रक्शन कंपनी, अदाणी रेलवे ट्रांसपोर्ट लिमिटेड, बीआइएफ, इंडिया इंफ्रास्ट्रक्चर होल्डिंग प्राइवेट लिमिटेड, आइएसक्यू एशिया इंफ्रास्ट्रक्चर इंवेस्टमेंट्स, एंकोरेज इंफ्रास्ट्रक्चर, इंवेस्टमेंट्स होलिं्डग्स लिमिटेड, कल्पतरु पावर ट्रांसमिशन लिमिटेड, जीएमआर हाइवेज लिमिटेड, ओमैक्स लिमिटेड और एल्पिस वेंचर्स प्राइवेट लिमिटेड शामिल हैं।

पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा

आरएलडीए के उपाध्यक्ष वेद प्रकाश डुडेजा ने कहा कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास प्रमुख परियोजनाओं में से एक है। यह दिल्ली एनसीआर में ट्रांजिट-ओरिएंटेड डेवलपमेंट (टीओडी) अवधारणा पर विकसित होने वाली पहली परियोजना होगी। इससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ाने, रोजगार के अवसर पैदा करने के साथ ही पर्यटन की संभावनाओं को बढ़ावा मिलेगा। टीओडी के तहत आवासीय व व्यावसायिक परिसरों के नजदीक सार्वजनिक परिवहन की सुविधा उपलब्ध होती है।

5000 करोड़ रुपये होंगे खर्च

इस परियोजना को 60 वर्षों की अवधि के लिए डिजाइन-बिल्ड फाइनेंस आपरेट ट्रांसफर (डीबीएफओटी) माडल पर चार वर्षों में विकसित किया जाना है। इस पर लगभग पांच हजार करोड़ रुपये खर्च होने की उम्मीद है।

व्यावसायिक विकास

स्टेशन परिसर के साथ ही वाणिज्यिक कार्यालय, होटल और आवासीय परिसर विकसित किए जाएंगे। स्टेशन के दोनों तरफ दो मल्टी-माडल ट्रांसपोर्ट हब, 40 मंजिल के ऊंचे ट्विन टावर और पैदल यात्रियों के लिए अलग मार्ग, साइकिल ट्रैक, ग्रीन ट्रैक बनाए जाएंगे।

बता दें कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर बदलाव के बाद रेल यात्रियोें को सुविधाएं पाने के लिए कीमत भी अदा करनी पड़ेगी। रिडेवलपमेंट का काम पीपीपी मॉडल के तहत किया जा रहा है, इसलिए इसका खर्च आम जनता से ही निकाला जाएगा।

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