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IGIA-जेवर एयरपोर्ट के बीच बनेगा कॉरिडोर, UP-हरियाणा के 10 करोड़ लोगों को होगा लाभ

जेवर एयरपोर्ट से नोएडा के साथ गाजियाबाद, बुलंदशहर, आगरा, मथुरा, मेरठ, बरेली, मुजफ्फरनगर, शामली और अलीगढ़ जैसे कई शहरों को सीधा फायदा होगा। इसमें हरियाणा के कई जिले भी शामिल हैं

By JP YadavEdited By: Updated: Thu, 24 Jan 2019 01:43 PM (IST)
IGIA-जेवर एयरपोर्ट के बीच बनेगा कॉरिडोर, UP-हरियाणा के 10 करोड़ लोगों को होगा लाभ
नोएडा [कुंदन तिवारी]। दिल्ली के ​​​​​इंदिरा गांधी इंटरनेशनल (आइजीआइ) एयर पोर्ट को उत्तर प्रदेश के जेवर एयरपोर्ट से सीधे जोड़ा जाएगा। इसके लिए कवायद शुरू हो गई है। एयरपोर्ट प्राधिकरण नोएडा प्राधिकरण के साथ मिलकर एक ऐसा कॉरिडोर विकसित करने की दिशा पर काम शुरू करने जा रहा है, जिससे जेवर एयरपोर्ट को अधिक-अधिक शहरों के साथ सीधे जोड़ा जा सके। इसके लिए एयरपोर्ट प्राधिकरण नोएडा प्राधिकरण को योजना में शामिल करने जा रहा है।

बता दें कि इस कॉरिडोर के रास्ते में दिल्ली का जाम बाधक न बने। ऐसे में फरीदाबाद-गुरुग्राम के रास्ते नोएडा-ग्रेटर नोएडा में सीधे प्रवेश की संभावनाओं पर काम किया जा रहा है। ऐसे में नोएडा प्राधिकरण की ओर से यमुना पुल के ऊपर से प्रस्तावित दो पुलों के बनने की संभावनाएं अब प्रबल हो चुकी हैं। प्राधिकरण अधिकारी ने बताया कि इन पुलों को कब बनाया जाएगा, कितना खर्च होगा और इसका वहन कौन करेगा। इसके लिए आकलन किया जाना अभी बाकी है, लेकिन दोनों एयरपोर्ट के बीच जो कॉरिडोर बनना है। इसके लिए 24 जनवरी को एयरपोर्ट प्राधिकरण व नोएडा प्राधिकरण अधिकारियों के बीच बैठक प्रस्तावित है। कॉरिडोर बनने से यूपी के तकरीबन 15 जिलों के साथ हरियाणा के 4-5 जिलों को लाभ होगा। अनुमान लगाया जा रहा है कि इस कॉरिडोर से दोनों राज्यों के तकरीबन 10 करोड़ लोगों का सीधे लाभ पहुंचेगा।

​​​​रिंग रोड की तरह काम करेगा कॉरिडोर
यह कॉरिडोर नोएडा, ग्रेटर नोएडा व फरीदाबाद को जोड़ेगा। एक्सप्रेस-वे पर सेक्टर-150 से होते हुए एक पुल यमुना किनारे बसे गांव अमीपुर तक जाएगा। इसके बाद एक सड़क फरीदाबाद के कबूलपुर, शिकारगाह गांव के पास से ग्रेटर नोएडा के लिए बनाई जाएगी। पुल से फरीदाबाद सेक्टर-95 के आउटर रोड तक एक 90 मीटर चौड़ी सड़क बनाई जाएगी, जो राजपुर कला, तिलोरी खाद आदि गांव के पास से होते हुए अलीपुर शिकारगाह तक पहुंचेगी। इसके अलावा नोएडा के सेक्टर-168 से फरीदाबाद के महावतपुर और लालपुर गांव पर आकर एक यमुना पुल और समाप्त होगा। इन दोनों पुलों के बनने के बाद फरीदाबाद से नोएडा व ग्रेटर फरीदाबाद की दूरी चंद मिनटों की रह जाएगी।

इन दोनों पुलों को जोड़ने के लिए भी रिवाजपुर गांव के पास से महावतपुर गांव के ऊपर से लालपुर तक करीब छह किलोमीटर की एक 90 मीटर चौड़ी सड़क बनाई जाएगी। यह फरीदाबाद की बाइपास रोड से कनेक्ट होगी, इस रास्ते सेक्टर-89 के पास वजीरपुर गांव के रास्ते सेक्टर-28 में फिर बड़खल फ्लाईओवर से सीधे सूरजकुंड रोड से जुड़ेगी और मानव रचना शिक्षण संस्थान चौराहे से गुरुग्राम इफ्को चौक या शंकर चौक तक पहुंच जाएगी। यहां से आइजीआइ एयरपोर्ट काफी पास है।

इसी योजना को ध्यान में रखकर नोएडा सेक्टर-150 में यमुना पुल की परियोजना को फलीभूत करने के लिए फरीदाबाद के मास्टर प्लान 2031 में शामिल किया गया है। यह दोनों ही पुल ईस्टर्न पेरीफेरल (सेक्टर-150) व वेस्टर्न पेरीफेरल (सेक्टर-168) से जुड़ेंगे। माना जाए तो यह रोड एक रिंग रोड की तरह काम करेगी। नोएडा प्राधिकरण इस योजना को एक रिंग रोड की तरह देख रहा है, क्योंकि सेक्टर-150 से फरीदाबाद के लिए यमुना पर पुल बनाया जाएगा।

वहीं, नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे पर 35 किलोमीटर लंबी आर्टियल रोड (समानांतर सड़क) आगे सेक्टर-150 को जोड़ेगी। प्रस्तावित रिंग रोड के लिए नोएडा व कालिंदी कुंज से एयरपोर्ट जाने वाले ट्रैफिक के भार को कम करेगी।

जेवर एयरपोर्ट से यूपी को होगा बड़ा फायदा
जेवर एयरपोर्ट के बन जाने से न केवल दिल्ली और नोएडा को फायदा होगा बल्कि इसके बनने से नोएडा के करीब 150 किलोमीटर के दायरे में आने वाले गाजियाबाद, बुलंदशहर, आगरा, मथुरा, मेरठ, बरेली, मुजफ्फरनगर, शामली, सहारनपुर, बागपत, हाथरस और अलीगढ़ जैसे कई शहरों को सीधा फायदा होगा। इन जिलों के अलावा यूपी-हरियाणा के कई दूसरे जिलों के लिए भी जेवर एयरपोर्ट दिल्ली के इंदिरा गांधी एयरपोर्ट के विकल्प के तौर पर उभरेगा।

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