Corona In Delhi: देश के 45% कोरोना के मामले दिल्लीं-NCR में, जानिये इसका पोल्यूशन कनेक्शन?
Corona In Delhi देश की राजधानी दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण में इजाफा भी कोरोना मामले में वृद्धि की वजह हो सकता है। स्वीडन के वैज्ञानिक वायु प्रदूषण के चलते कोरोना के मामले बढ़ने की बात कह चुके हैं।
By Jp YadavEdited By: Updated: Fri, 29 Apr 2022 03:16 PM (IST)
नई दिल्ली, जागरण डिजिटल डेस्क। दिल्ली-एनसीआर समेत देशभर में कोरोना वायरस की रफ्तार तेज हुई है।24 घंटे में बृहस्पतिवार को जहां देशभर में कोरोना के 3377 नए मामले सामने आए, तो अकेले दिल्ली में 1490 संक्रमित मरीज मिले हैं। कुल मिलाकर देशभर में सामने आए कुल मामलों में 44 प्रतिशत से अधिक मामले सिर्फ दिल्ली के हैं, जो चौथी लहर का भी संकेत हो सकते हैं। दूसरी लहर में मार्च-अप्रैल और फिर तीसरी लहर में दिसंबर-जनवरी में दिल्ली में कोरोना के मामले तेजी से बढ़े थे।
दिल्ली में 9 गुना तक बढ़ गए कोरोना के मामले, एनसीआर शहर भी नहीं पीछे वहीं, दिल्ली सरकार भले ही चौथी लहर की आहट से इनकार कर रही हो, लेकिन जिस तरह से राजधानी में कोरोना की रफ्तार बढ़ रही है वह आगे चलकर खतरनाक भी हो सकती है। आंकड़े साफ बयान कर रहे हैं कि दिल्ली में ढाई हफ्ते के दौरान कोरोना के मरीजों की संख्या 9 गुना बढ़ गई है।
24 घंटे में दिल्ली में मिले 1490 केस, एक्टिव मरीज 4000 के पार
दिल्ली में तो कोरोना की सुपरस्पीड देखने को मिल रही है। यही वजह है कि मार्च महीने में जहां रोजाना 100 से भी कम मामले मिल रहे थे, वहीं अब यह आंकड़ा 1500 के करीब पहुंच गया है। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, दिल्ली में बृहस्पतिवार को 24 घंटे के दौरान कोरोना के 1490 नए मामले आए। यह 82 दिनों में 24 घंटे का सर्वाधिक आंकड़ा है। इससे पहले इसी साल 5 फरवरी को कोरोना के 1,604 मामले आए थे। वहीं, संक्रमण दर साढ़े चार प्रतिशत के आसपास ही बनी हुई है। दुखद यह है कि कोरोना संक्रमित दो मरीजों की मौत भी हो गई।
संक्रमितों और एक्टिव मरीजों की बढ़ रही है संख्याफिलहाल अभी सक्रिय मरीजों की संख्या 5250 है। इनमें से 124 मरीज अस्पतालों में भर्ती हैं। दो मरीज वेंटिलेटर सपोर्ट पर, जबकि 42 मरीज आक्सीजन सपोर्ट पर हैं। इसके अलावा 3,636 मरीज होम आइसोलेशन में हैं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी बुलेटिन के अनुसार अभी कुल 148 कंटेनमेंट जोन हैं, जबकि बुधवार को 919 कंटेनमेंट जोन थे।
ओमिक्रोन बरपा रहा दिल्ली में कहर जानकार पहले ही कह चुके हैं कि दिल्ली में डेल्टा के मामले बिल्कुल भी नहीं हैं। ऐसे में कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी की वजह ओमिक्रान के सब-लाइनेज BA.2.12 है। हालांकि, आधिकारिक रूप से इस पर सरकार ने कुछ नहीं कहा है। दिल्ली की बात करें तो 2 सप्ताह से पहले आधे से ज्यादा सैंपल में BA.2.12 पाया गया था। इसके अलावा BA.2.10 भी कुछ सैंपल मिले थे। ऐसे में माना जा रहा है कि ओमिक्रोन का सब वैरिएंट दिल्ली में लोगों को अपनी चपेट में ले रहा है।
क्या दिल्ली में कोरोना के मामले बढ़ने की वजह प्रदूषण है? विशेषज्ञ कोरोना की पहली लहर के बाद ही यह दावा कर चुके हैं कि खासकर दिल्ली में कोरोना वायरस के मामले बढ़ने के पीछे यहां के वायु प्रदूषण की भी भूमिका है। इसके साथ वायु प्रदूषण ऊपर से कोरोना, जानलेवा साबित होते हैैं। जानकरों का कहना है कि दिल्ली में इस साल अप्रैल का औसतन प्रदूषण मार्च की तुलना में 19 प्रतिश ज्यादा और फरवरी से 11 प्रतिशत ज्यादा रहा था। स्वीडन के वैज्ञानिकों ने अध्ययन में कहा था कि 20 अप्रैल को प्रदूषण और कोरोना के लिंक पर छपी स्टडी के मुताबिक प्रदूषण स्तर बढ़ने पर कोरोना के मामले भी बढ़ने लगते हैं।
स्वीडन की कैरोलिंस्का यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने खराब प्रदूषण स्तर और इसकी वजह से कोरोना के मामले बढ़ने पर मई 2020 से मार्च 2021 तक स्वीडन के 4 हजार से ज्यादा लोगों पर एक स्टडी की थी। इसमें पाया गया था कि मई 2020 से मार्च 2021 के बीच मे इन 4 हजार लोगों में से 425 लोग कोविड से संक्रमित हो गए थे। फरीदाबाद: सेक्टर-28 रहा कोरोना का हाटस्पाटजिला स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना के 65 नए मामलों की पुष्टि की है। 57 संक्रमित स्वस्थ हुए हैं। जिले में कोरोना के सक्रिय मामलों की संख्या 506 हो गई है। इस समय 10 मरीज अस्पतालों में भर्ती हैं। इनमें से एक मरीज आक्सीजन सपोर्ट पर, जबकि दो संक्रमण के साथ अन्य बीमारियां की वजह से आइसीयू में रखा गया है। 496 संक्रमितों को होम आइसोलेशन में रखा गया है। स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार बृहस्पतिवार को सेक्टर-28 कोरोना का हाटस्पाट रहा है। यहां से 10 नए मामलों की पहचान हुई है। इसके अलावा सेक्टर-7, 8, 9, 10, 15, 21, 22, 29, 30, 34, 37, 41, 43, 81, 82, 86, 87, 88, 89, रोशन नगर, ग्रीनफील्ड कालोनी, चार्मवुड विलेज, सुभाष नगर, सैनिक कलोनी और स्पि्रंग फील्ड कालोनी से भी मामले आए हैं। उपमुख्य चिकित्सा अधिकारी डा.रामभगत ने बताया कि कोरोना से रिकवरी रेट 99.03 प्रतिशत और सैंपल पाजिटिविटी रेट 3.09 प्रतिशत बना हुआ है। बृहस्पतिवार को 1754 सैंपल लिए गए और अभी 2198 सैंपल की रिपोर्ट आना बाकी है।
गाजियाबाद: छात्रों को तेजी से चपेट में ले रहा कोरोनागाजियाबाद में बृहस्पतिवार को 24 घंटे में 4,047 लोगों की कोरोना जांच रिपोर्ट आने पर 10 छात्रों समेत 54 लोग कोरोना संक्रमित मिले हैं। इनमें सबसे अधिक 28 युवा शामिल हैं। विगत पांच दिनों में 116 युवा संक्रमित हो चुके हैं। पांच युवाओं को कोरोनारोधी टीके की दूसरी डोज नहीं लगी है। नए संक्रमितों में पांच की उम्र दो से 12 वर्ष, तीन की 13 से 20 वर्ष, 28 की 21 से 40 वर्ष, 12 की 41 से 60 वर्ष और छह संक्रमितों की उम्र 60 वर्ष अधिक है। विगत 24 घंटे में संक्रमण दर 1.33 प्रतिशत दर्ज की गई है। 46 संक्रमित ठीक हुए हैं। 306 सक्रिय मरीजों का इलाज होमआइसोलेशन में चल रहा है। अब तक 65 स्कूलों के 25 अध्यापकों समेत 128 छात्र संक्रमित मिल चुके हैं। एक से 28 अप्रैल तक जिले के 90,586 लोगों की जांच करने पर कोरोना के 616 कोरोना संक्रमित मिल चुके हैं। इनमें से 310 ठीक हो चुके हैं। जिला सर्विलांस अधिकारी डा. आरके गुप्ता ने बताया कि पीएचसी, सीएचसी और जिला अस्पतालों में कोरोना बूथों पर जांच की संख्या बढ़ा दी गई है।
गुरुग्राम: संक्रमण दर 10 के पार, 500 के करीब आए नए केसबृहस्पतिवार को जिले में कोरोना के 473 कारोना संक्रमण के नए केस आए हैं। वहीं इसके मुकाबले संक्रमण को हरा स्वस्थ होने वालों की संख्या 294 रही। पिछले कुछ दिनों से कोरोना संक्रमण की दर जिले में बृहस्पतिवार को 11.80 प्रतिशत रही। वहीं स्वास्थ्य विभाग द्वारा टीकाकरण अभियान के अंतर्गत 120 स्थानों पर कोरोनारोधी टीकाकरण शिविर लगाया गया। कोरोनारोधी शिविर में 5194 लोगों को वैक्सीन की पहली तथा दूसरी डोज लगाई गई। जिले में टीके की कुल 51,94,274 डोज दी जा चुकी है।
ये भी पढ़ें- दिल्ली के 2 करोड़ लोगों पर मड़राए तीन बड़े खतरे, कुछ दिन रहें संभल कर; जानलेवा हो सकती है लापरवाही
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।