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Inside Story: पढ़िए- यूपी की इस चर्चित सीट पर मायावती के आगे क्यों झुके अखिलेश यादव

बसपा सुप्रीमाे मायावती का पैतृक निवास स्थल हाेने के कारण ऐसा हुअा है। सीटाें के बंटवारे में सामान्य ताैर पर पिछले चुनाव में जाे पार्टी दूसरे नंबर पर थी उसे ही वह सीट दी गई है।

By JP YadavEdited By: Updated: Fri, 22 Feb 2019 09:27 AM (IST)
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Inside Story: पढ़िए- यूपी की इस चर्चित सीट पर मायावती के आगे क्यों झुके अखिलेश यादव
नोएडा [ललित विजय]। देश की राजधानी दिल्ली से सटे उत्तर प्रदेश के गाैतमबुद्ध नगर में जिसकी उम्मीद थी, वहीं हुअा। सपा-बसपा गठबंधन की अाेर से गाैतमबुद्धनगर लाेकसभा सीट बसपा के खाते में गई है। बसपा सुप्रीमाे मायावती का पैतृक निवास स्थल हाेने के कारण ऐसा हुअा है। सीटाें के बंटवारे में सामान्य ताैर पर पिछले चुनाव में जाे पार्टी दूसरे नंबर पर थी, उसे ही वह सीट दी गई है।

बता दें कि गाैतमबुद्ध नगर में पिछले लाेकसभा चुनाव में सपा दूसरे नंबर पर थी, जबकि बसपा तीसरे नंबर पर थी। सपा-बसपा में गठबंधन हाेने के बाद बसपा की तरफ से लाेकसभा प्रभारी घाेषित हाेने के बाद ही यह साफ हाे गया था कि यह सीट बसपा के खाते में जा रही है। बसपा की तरफ से जिले में अब तक दाे बार लाेकसभा प्रत्याशी बदला जा चुका है। नए लाेकसभा प्रभारी की घाेषणा दाे दिन पहले ही हुई है। इस कारण नए प्रभारी काे जमीन मजबूत करने में समय लगेगा। हनी ट्रैप मामले के बाद से पार्टी अापसी फूट के दाैर से भी गुजर रही है।

सपा के बड़े नेताअाें काे साधना बड़ी चुनाैती

बसपा ने युवा गुर्जर नेता सतवीर नागर काे लाेकसभा प्रभारी बनाकर गुर्जर वाेटराें काे साधने का प्रयास किया है। हालांकि, जिले में दाे कद्दावर गुर्जर नेता हैं। सुरेंद्र नागर सपा के राष्ट्रीय महासचिव हैं। साथ ही वह राज्यसभा के सदस्य हैं। दूसरे बड़े गुर्जर नेता नरेंद्र भाटी भी सपा से हैं। बसपा के सामने इन दाेनाें नेताअाें काे साधना बड़ी जिम्मेदारी है। यह दाेनाें नेता पूर्व में लाेकसभा का चुनाव लड़ चुके हैं। इस कारण इनकी जनता में भी मजबूत पकड़ है। ऐसे में इन दाेनाें नेताअाें के बगैर सहयाेग के बसपा की राह अासान नहीं है। सतवीर नागर युवा हैं। उनके सामने इनके अलावा पुराने नेताअाें काे साधने के अलावा अन्य बिरादरी में पैठ बढ़ाने की चुनाैती है।

शहरी वाेटराें में पकड़ बनाना चुनाैती

बसपा व सपा गठबंधन के सामने सबसे बड़ी चुनाैती शहरी वाेटर हैं। यही गाैतमबुद्धनगर लाेकसभा सीट पर जीत-हार तय करने की स्थिति में हैं। शहरी परंपरागत ताैर पर भाजपा के वाेटर हैं। साथ ही प्राेफाइल का भी शहरी वाेटराें पर प्रभाव पड़ता है। भाजपा के महेश शर्मा पेशे से डॉक्टर हैं। इस कारण उनकी पकड़ शहरी वाेटराें में मजबूत है। बसपा-सपा गठबंधन के नेताअाें काे मानना है कि इस वाेट बैंक में घुसपैठ बनाना ही सबसे बड़ी चुनाैती है। हालांकि, बसपा ने इसके लिए नाेएडा के नेताअाें काे सक्रिय कर दिया है।

डॉ. महेश शर्मा (केंद्रीय मंत्री व सांसद गाैतमबुद्धनगर) का कहना है कि भाजपा नरेंद्र माेदी जी अाैर यूपी के मुख्यमंत्री याेगी अादित्यनाथ के काम पर चुनाव लड़ेगी। साथ ही भाजपा सरकार में जेवर एयरपाेर्ट दिया गया। बिजली के पावर प्लांट लेंगे। हर अाेर विकास हुअा। अपराध व भ्रष्टाचार पर पूरी तरह से लगाम लगा है। अाम जनता भाजपा सरकार में राहत की सांस ले रही है। 

सुरेंद्र नागर (सपा महासचिव व राज्यसभा सदस्य) के मुताबिक, नाेएडा अाैर ग्रेटर नाेएडा के सभी विकास कार्य सपा-बसपा कार्यकाल में हुए हैं। मेट्राे, अंडरपास, फ्लाईअाेवर समेत सारे विकास कार्य अखिलेश यादव व मायावती के कार्यकाल में हुए हैं। जेवर एयरपाेर्ट का पहला प्रस्ताव बसपा के कार्यकाल में भेजा गया था। हमारी सरकाराें के कार्य का ही भाजपा की अाेर से अाज तक उद्घाटन किया जा रहा है। भाजपा किसानाें से धाेखा कर रही है। चार गुना मुअावजा नहीं दे रही है। 

यहां पर बता दें कि लोकसभा चुनाव 2019 के लिए उत्तर प्रदेश में गठबंधन करने वाले समाजवादी पार्टी तथा बहुजन समाज पार्टी के बीच आज सीटों का बंटवारा हो गया है। दोनों पार्टी मिलकर 75 सीट पर चुनाव लड़ेंगी। बहुजन समाज पार्टी 38 पर तथा समाजवादी पार्टी 37 सीट पर चुनाव लड़ेगी। बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती तथा समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव की सहमति के बाद बृहस्पतिवार को दोनों पार्टियों ने अपनी सीट की घोषणा की है।

इन सीटों पर लड़ेगी बहुजन समाज पार्टी
सहारनपुर, बिजनौर, नगीना, अमरोहा, मेरठ, गौतमबुद्धनगर, बुलंदशहर, अलीगढ़, आगरा, फतेहपुर सिकरी, आंवला, शाहजहांपुर, धौरहरा, सीतापुर, मिश्रिख मोहनलालगंज, सुल्तानपुर, प्रतापगढ़, फर्रुखाबाद, अकबरपुर, जालौन, हमीरपुर, फतेहपुर, अम्बेडकरनगर, कैसरगंज, श्रावस्ती, डुमरियागंज, बस्ती, संतकबीरनगर, देवरिया, बांसगांव, लालगंज, घोसी, सलेमपुर, जौनपुर, मछलीशहर, गाजीपुर, भदोही।

इन सीटों पर लड़ेगी समाजवादी पार्टी
जारी सूची के मुताबिक पश्चिम, अवध, बुंदेलखंड और पूर्वांचल में सपा को सीटें हासिल हुई हैं। कैराना, मुरादाबाद, रामपुर, संभल, गाजियाबाद, हाथरस, फिरोजाबाद, मैनपुरी, एटा, बदायूं, बरेली, पीलीभीत, खीरी, हरदोई, उन्नाव, लखनऊ, इटावा, कन्नौज, कानपुर, झांसी, बांदा, कौशाम्बी, फूलपुर, इलाहाबाद, बाराबंकी, फ़ैजाबाद, बहराइच, गोंडा, महाराजगंज, गोरखपुर, कुशीनगर, आजमगढ़, बलिया, चंदौली, वाराणसी, मिर्जापुर और राबर्टसगंज सीट से सपा चुनाव लड़ेगी।

गौरतलब है कि बहुजन समाज पार्टी 38 सीट पर अपने प्रत्याशी उतारेगी तो समाजवादी पार्टी 37 सीट पर प्रत्याशी उतारेगी। अमेठी और रायबरेली से दोनों में से कोई भी पार्टी अपना उम्मीदवार नहीं खड़ा करेगी। समाजवादी पार्टी को पश्चिमी उत्तर प्रदेश में ज्यादातर सीटें दी गई हैं। बहुजन समाज पार्टी को पूर्वी उत्तर प्रदेश में ज्यादातर सीटें मिली हैं।

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