Move to Jagran APP

जानिये- UP-दिल्ली और उत्तराखंड में चक्का जाम क्यों नहीं कर रहे राकेश टिकैत

Chakka Jaam किसान संगठनों ने उत्तर प्रदेश उत्तराखंड और राजधानी दिल्ली को चक्का जाम से अलग रखा है। तीनों राज्यों में चक्का जाम नहीं करने की वजह भी भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने बताई है।

By JP YadavEdited By: Updated: Sat, 06 Feb 2021 11:42 AM (IST)
Hero Image
उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश को शनिवार होने वाले चक्का जाम से अलग रखा है।

नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। दिल्ली के सिंघु और टीकरी बॉर्डर पर जमा हजारों किसान नेशनल हाईवे पर चक्का जाम की तैयारी कर रहे हैं।  किसानों का कहना है कि दिल्‍ली बॉर्डर के आसपास की जगहों को पूरी तरह ब्लॉक किया जा रहा है। धरनास्थलों और आसपास की बिजली, पानी की आपूर्ति और इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है। इसी को देखते हुए चक्का जाम किया जा रहा है।

वहीं, किसान संगठनों ने उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और राजधानी दिल्ली को चक्का जाम से अलग रखा है। तीनों राज्यों में चक्का जाम नहीं करने की वजह भी भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने बताई है। उन्होंने कहा है कि दिल्ली में हमारा चक्का जाम करने का कोई इरादा नहीं था। वहीं, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में चक्का जाम नहीं करने पर राकेश टिकैत ने कहा है कि यहां पर हिंसा की आशंका थी, इसलिए दोनों राज्यों कोे इससे दूर रखा गया है। 

राकेश टिकैत की मानें तो उनके पुास पुख्ता सबूत थे कि कुछ लोग चक्का जाम के दौरान हिंसा फैलाने की कोशिश करते। हमारे पास पक्की रिपोर्ट थी। राकेश टिकैत का कहना है कि हमने जनहित को देखते हुए उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश को शनिवार होने वाले चक्का जाम से अलग रखा है।  राकेश टिकैत ने यह भी कहा कि यूपी और उत्तराखंड के किसानों को कभी भी दिल्ली बुलाया जा सकता है, इसलिए इन राज्यों को स्टैंडबाय पर रखा गया है। ऐसे में यहां पर चक्का जाम नहीं किया जा रहा है। वहीं, राकेश टिकैत के अलावा किसान संगठनों से जुड़े नेताओं ने बृहस्पतिवार को ही साफ कर दिया था कि दिल्ली में चक्का जाम नहीं किया जाएगा। 

किसान संगठनों के मुताबिक, वे हाइवे पर दोपहर 12 बजे से 3 बजे के बीच चक्का जाम करेंगे और गाड़‍ियां नहीं चलने दी जाएंगी। किसान संगठनों का कहना है कि इस दौरान जाम में फंसने वालों के लिए खाने-पीने की व्यवस्था भी की जाएगी।

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।